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निजी अस्पतालों में कोरोना के इलाज के लिए बनाने होंगे अलग से आइसोलेशन यूनिट- कलेक्टर - Separate isolation

राजधानी भोपाल में निजी अस्पताल में कोरोना मरीजों के इलाज के लिए प्रशासन ने नई योजना व्यवस्था बनाई है. इस व्यवस्था के तहत अस्पतालों को आइसोलेशन यूनिट बनाई जाएगी.

CORONA WARD
कोरोना वार्ड
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Published : Aug 14, 2020, 2:09 PM IST

भोपाल। राजधानी भोपाल में कोरोना वायरस संक्रमण के मरीजों की संख्या लगातार कम-ज्यादा हो रही है. इसके साथ ही अब राजधानी में एक्टिव केसों की संख्या में भी बढ़ोतरी देखने को मिल रही है. जिसे लेकर अब प्रशासन ने निजी अस्पतालों में कोरोना वायरस के मरीजों के लिए इलाज की व्यवस्था की योजना बनाई है.

मिली जानकारी के मुताबिक कलेक्टर अविनाश लवानिया ने व्यवस्थाओं को लेकर निजी अस्पतालों के संचालकों के साथ बातचीत की है. इस व्यवस्था के तहत अस्पतालों को आइसोलेशन यूनिट बनाई जाएगी. इसमें अस्पताल में भर्ती हुए ऐसे मरीजों का इलाज किया जाएगा, जो भर्ती होने के बाद कोरोना पॉजिटिव आये हो. यदि ऐसे मरीज बिना लक्षण वाले है तो उन्हें कोविड सेंटर न भेजकर इसी आइसोलेशन यूनिट में इलाज किया जाएगा. इस बीच संक्रमित की हालत बिगड़ती है तो फिर उसे शहर में बने कोविड सेंटर रेफर किया जाएगा.

बता दें कि शहर में लगातार बढ़ रहे एक्टिव केसों के कारण यह तय किया गया है क्योंकि शहर में बने कोविड सेंटर में लगभग 60 प्रतिशत बेड फुल हो गए हैं और स्वास्थ्य विभाग जिला प्रशासन के साथ मिलकर व्यवस्थाओं को बढ़ाने में जुटा हुआ है.

भोपाल। राजधानी भोपाल में कोरोना वायरस संक्रमण के मरीजों की संख्या लगातार कम-ज्यादा हो रही है. इसके साथ ही अब राजधानी में एक्टिव केसों की संख्या में भी बढ़ोतरी देखने को मिल रही है. जिसे लेकर अब प्रशासन ने निजी अस्पतालों में कोरोना वायरस के मरीजों के लिए इलाज की व्यवस्था की योजना बनाई है.

मिली जानकारी के मुताबिक कलेक्टर अविनाश लवानिया ने व्यवस्थाओं को लेकर निजी अस्पतालों के संचालकों के साथ बातचीत की है. इस व्यवस्था के तहत अस्पतालों को आइसोलेशन यूनिट बनाई जाएगी. इसमें अस्पताल में भर्ती हुए ऐसे मरीजों का इलाज किया जाएगा, जो भर्ती होने के बाद कोरोना पॉजिटिव आये हो. यदि ऐसे मरीज बिना लक्षण वाले है तो उन्हें कोविड सेंटर न भेजकर इसी आइसोलेशन यूनिट में इलाज किया जाएगा. इस बीच संक्रमित की हालत बिगड़ती है तो फिर उसे शहर में बने कोविड सेंटर रेफर किया जाएगा.

बता दें कि शहर में लगातार बढ़ रहे एक्टिव केसों के कारण यह तय किया गया है क्योंकि शहर में बने कोविड सेंटर में लगभग 60 प्रतिशत बेड फुल हो गए हैं और स्वास्थ्य विभाग जिला प्रशासन के साथ मिलकर व्यवस्थाओं को बढ़ाने में जुटा हुआ है.

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