भोपाल। कांग्रेस के वरिष्ठ दिग्गज नेता और मध्यप्रदेश के पूर्व मंत्री दादा हजारीलाल रघुवंशी का 93 साल की उम्र में भोपाल के नेशनल हॉस्पिटल में निधन हो गया है. उनका सिवनी मालवा के अंवली घाट में अंतिम संस्कार होगा.
दादा हजारीलाल नर्मदापुरम सहित पूरे प्रदेश में कृषि पुत्र के नाम से जाने जाते थे. उनकी दबंगता, सहजता, सरलता और बातचीत करने का अंदाज सभी को बहुत पसंद था. हजारीलाल रघुवंशी का जन्म होशंगाबाद जिले की सिवनी मालवा तहसील के ग्राम चतरखेड़ा में 5 जुलाई 1930 को हुआ था. उन्होंने मैट्रिक तक शिक्षा प्राप्त की थी.
वे पेशे से किसान थे और उनकी कुश्ती के साथ साथ जनकल्याणकारी कार्यों में विशेष रूचि थी. यदि हजारीलाल रघुवंशी के राजनीतिक जीवन पर प्रकाश डालें, तो उनका राजनीतिक जीवन बहुत ही सरहानीय था.
कुछ ऐसा रहा था दादा हजारीलाल रघुवंशी का राजनीतिक जीवन
हजारीलाल रघुवंशी 1959 में पहली बार पार्षद बने, उसके बाद वे कई चुनावो में जीतने के साथ साथ विभिन्न पदों पर भी रहे. सन 1977-1980 में वे प्रदेश कांग्रेस कमेटी के सदस्य बने. 1980 में वह विधायक चुने गए और फिर राज्यमंत्री बने. सन 1986-1989 तक वे राज्य बीस सूत्रीय कार्यक्रम के सदस्य रहे.
सन 1990-92 में वे मध्य प्रदेश कमेटी के उपाध्यक्ष बने और सन् 1991 से लगातार अखिल भारतीय कांग्रेल कमेटी के सदस्य रहे. सन् 1993 में वह फिर मंत्री बनाए गए और सन 1998 में भी उन्हें मंत्री बनाया गया.
उन्होंने सिवनी मालवा विधानसभा के साथ साथ मध्यप्रदेश में कई विकास कार्य कराए. आज उनके निधन से उनके गृह नगर सिवनी मालवा सहित पूरे प्रदेश मे शोक की लहर है.