भोपाल(PTI)। मध्यप्रदेश के सीहोर जिले की बुधनी विधानसभा में 2 पार्कों के नाम बदले गए हैं. देश के पूर्व प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू के नाम से जो पार्क था, उसका नाम अब बदलकर प्रदेश के मुखिया शिवराज सिंह के बड़े बेटे कार्तिकेय के नाम से कर दिया गया है. इसको लेकर पूरे प्रदेश में सियासी भूचाल आ गया है. मध्यप्रदेश विधानसभा में पूर्व नेता प्रतिपक्ष और वरिष्ठ कांग्रेस नेता अजय सिंह ने कहा कि "भाजपा सरकार पूरे देश में इतिहास के उन महापुरुषों का नाम मिटा रही है जिसका देश में महत्वपूर्ण योगदान है."
पूर्व नेता प्रतिपक्ष अजय सिंह ने जताई आपत्ति: कांग्रेस ने शनिवार को आरोप लगाया कि बुधनी में नेहरू पार्क का नाम मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के बड़े बेटे के नाम पर रखा गया है, जबकि उनके छोटे बेटे कुणाल के नाम पर दूसरे पार्क का नाम पर रखा गया है. पूर्व नेता प्रतिपक्ष अजय सिंह ने इसको लेकर अपनी आपत्ति दर्ज की है. अजय सिंह ने कहा कि बीजेपी सरकार पूरे देश में इतिहास के उन महापुरुषों का नाम मिटा रही है, जिनका देश को आजाद कराने में महत्वपूर्ण योगदान है. नेहरू पार्क का नाम बदलकर कार्तिकेय पार्क किया जाना इसी कड़ी का एक हिस्सा है. बता दें कि बुधनी सीएम शिवराज का विधानसभा क्षेत्र है. सत्तारूढ़ भाजपा ने कहा कि "कांग्रेस को कोई आपत्ति नहीं होनी चाहिए. स्थानीय लोगों ने अपने प्यार से इन पार्कों का नाम रखा है."(Budhni Nehru Park renamed by Shivraj son name)
नेहरू के योगदान के आगे कार्तिकेय कहां खड़े: अजय सिंह ने कहा कि "भारत को आजाद कराने और देश के नव निर्माण में पंडित नेहरू के योगदान के आगे कार्तिकेय कहां खड़े हैं? क्या वे नेहरू से भी बड़े हो गए हैं? क्या बुधनी की जनता को अंतर्मन से यह बात स्वीकार होगी? अगर नगर पालिका ने यह काम चापलूसी में किया है तो शिवराज सिंह को हस्तक्षेप करना चाहिए था और नेहरू का नाम हटाने से रोकना चाहिए था. उन्होंने कहा कि पार्क, चौराहों, सड़कों और भवनों आदि के नामकरण उन महापुरुष, समाजसेवी या विभूतियों के नाम पर किए जाते हैं जो इस दुनिया में नहीं हैं. नामकरण के बहाने उनके योगदान को चिरस्थायी बनाया जाता है, लेकिन अब एक नई परंपरा शुरू हो गई है. बुधनी का एक अन्य पार्क भी सीएम शिवराज के दूसरे बेटे कुणाल के नाम पर रखा गया है. शिवराज सिंह जी कृपया कुणाल के योगदान के बारे में भी जनता को बताएं."
नेहरू मेमोरियल म्यूजियम का नाम भी बदला: अजय सिंह ने कहा कि "देश में धीरे-धीरे इतिहास में नाम कमाने वाले महापुरुषों के नामों को हटाने का काम किया जा रहा है. ये काम वे लोग कर रहे हैं जिनका खुद का कोई इतिहास नहीं है. अहमदाबाद के सरदार वल्लभ भाई पटेल स्टेडियम का नाम बदला गया. नेहरू के नाम पर दिल्ली में बने नेहरू मेमोरियल म्यूजियम एंड लायब्रेरी का नाम भी अभी हाल ही में बदल दिया गया. भाजपा सरकार का यह प्रयास उसे उल्टा पड़ेगा. अगले चुनावों में नाराज जनता ऐसे लोगों को आईना दिखा देगी.
भाजपा का कांग्रेस पर आरोप: अब कांग्रेस नेता अजय सिंह के आरोपों का जवाब देते हुए एमपी भाजपा के प्रवक्ता पंकज चतुर्वेदी ने कहा कि "देश भर में कई सार्वजनिक स्थानों का नाम एक ही परिवार के सदस्यों के नाम पर रखा गया है. अजय सिंह हर चीज को कांग्रेस के नजरिए से देख रहे हैं, इसलिए उन्हें हर जगह नेहरू, फिरोज गांधी और इंदिरा गांधी नजर आते हैं. कांग्रेस का मानना है कि हर चीज का नाम उनके नाम पर होना चाहिए. अगर स्थानीय लोगों ने अपने शहर के इन पार्कों का नाम अपने प्यार के नाम पर रख दिया तो क्या आपत्ति है.