भोपाल | सांची बौद्ध भारतीय ज्ञान अध्ययन विश्वविद्यालय में संचालित गतिविधियों की समीक्षा बैठक मंत्रालय में आयोजित की गई. इस बैठक में मुख्यमंत्री कमलनाथ भी मुख्य रूप से उपस्थित रहे. बैठक के दौरान निर्णय लिया गया है कि सांची बौद्ध विश्वविद्यालय की अंतरराष्ट्रीय पहचान बनाने के लिए जल्द से जल्द सुनिश्चित कार्य योजना बनाई जाएगी. साथ ही इसके स्वरूप को भी इससे भी बेहतर बनाया जाएगा. जिससे अंतरराष्ट्रीय स्तर पर विश्वविद्यालय की एक अलग पहचान बन सके. साथ ही वहां संभावनाओं वाले पाठ्यक्रम संचालित करने के निर्देश अधिकारियों को दिए हैं.
इस अवसर पर उन्होंने कहा कि सांची विश्वविद्यालय के मूल स्वरूप को ध्यान में रखते हुए इसकी पहचान अंतरराष्ट्रीय स्तर पर स्थापित हो, इसके लिए सुनियोजित कार्य-योजना बनाई जाना चाहिए. उन्होंने विश्वविद्यालय में संचालित पाठ्यक्रम और विभागों का री-ओरिएंटेशन करने के लिए विशेषज्ञों की समिति का गठन करने के निर्देश दिये.
सीएम ने कहा कि समिति राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर के बौद्ध अध्ययन और दर्शन से जुड़े शैक्षणिक संस्थानों का भ्रमण कर, तय समय में अपना प्रतिवेदन प्रस्तुत करे, जिसके आधार पर विश्वविद्यालय के स्वरूप में बदलाव किया जाए. बैठक में निर्णय लिया गया कि थाईलैंड, वियतनाम, जापान, कम्बोडिया और श्रीलंका में स्थित शैक्षणिक संस्थानों से बौद्ध शिक्षा के लिए सुझाव आमंत्रित किये जाए.
बता दें कि समीक्षा बैठक के दौरान संस्कृति मंत्री विजयलक्ष्मी साधौ के साथ प्रमुख सचिव संस्कृति एवं कुलपति सांची विश्वविद्यालय पंकज राग, उप सचिव संस्कृति एवं कुलसचिव प्रज्ञा अवस्थी एवं संबंधित वरिष्ठ अधिकारी भी उपस्थित रहे.