ETV Bharat / state

खेल संचालक ने ली संभागीय और जिला खेल अधिकारियों की समीक्षा बैठक, दिए ये जरूरी निर्देश

भोपाल में खेल संबंधी विभागीय गतिविधियों को लेकर खेल एवं युवा कल्याण संचालक पवन जैन के द्वारा सभी संभागीय एवं जिला खेल अधिकारियों की ऑनलाइन बैठक ली गई है, इस दौरान विभागीय समीक्षा करते हुए अधिकारियों को जरूरी दिशा-निर्देश भी दिए गए हैं.

author img

By

Published : Oct 17, 2020, 3:18 PM IST

Bhopal News
Bhopal News

भोपाल। कोरोना संकट काल के दौरान अब धीरे-धीरे सभी गतिविधियां पहले की तरह प्रारंभ हो रही है. खेल विभाग में भी अब खिलाड़ियों को प्रशिक्षण देने का काम प्रारंभ हो चुका है तो वहीं कई खिलाड़ी भोपाल से अन्य राज्यों में प्रशिक्षण प्राप्त करने के लिए भी लगातार भेजे जा रहे हैं. इस दौरान खिलाड़ियों को संक्रमण से बचाना भी खेल विभाग के लिए एक बड़ी चुनौती है, जिसके लिए प्रशिक्षकों के माध्यम से खिलाड़ियों को भी संक्रमण से बचाव के लिए लगातार जागरूक किया जा रहा है. खेल विभाग के द्वारा टीटी नगर स्टेडियम व गोरेगांव स्टेडियम में भी कोरोना से बचाव के लिए विशेष व्यवस्थाएं की गई हैं और सभी खिलाड़ियों की प्रतिदिन थर्मल स्क्रीनिंग की जा रही है. इसके अलावा समस्त जगह पर से सैनेटाइजेशन किया जा रहा है, साथ ही खिलाड़ियों के लिए भी सैनेटाइजर की व्यवस्था की गई है.

खेल संबंधी विभागीय गतिविधियों को लेकर खेल एवं युवा कल्याण संचालक पवन जैन के द्वारा सभी संभागीय एवं जिला खेल अधिकारियों की ऑनलाइन बैठक ली गई है, इस दौरान विभागीय समीक्षा करते हुए अधिकारियों को जरूरी दिशा-निर्देश भी दिए गए हैं. बैठक में शिक्षा विभाग के अधिकारियों ने भी भाग लिया है. इस दौरान संयुक्त संचालक विनोद प्रधान व बीएस यादव और शिक्षा विभाग के उप संचालक आलोक खरे ने भी अधिकारियों से चर्चा कर उनका मार्गदर्शन किया है.

इस बैठक के दौरान खेल अधो-संरचनाओं की समीक्षा के दौरान खेल संचालक पवन कुमार जैन ने कहा कि 'खेल संरचनाएं हमारी धरोहर हैं. खेल परिसर की स्वच्छता, मरम्मत और उसके बेहतर उपयोग के लिए अधिकारियों को गंभीरता के साथ कार्य करना चाहिए.' उन्होंने सभी अधिकारियों को निर्देश दिए कि वे खेल परिसरों को 'एक्सीलेंट सेंटर' बनाने के लिए आवश्यक कार्रवाई करें. उन्होंने कहा कि स्पोर्ट्स साइंस और आधुनिक तकनीक से खेलों को जोड़कर खिलाड़ियों को मानसिक रूप से तैयार करने के उद्देश्य से अभिनव बिंद्रा फाउंडेशन के माध्यम से खिलाड़ियों और प्रशिक्षकों को ऑनलाइन ट्रैनिंग दी जा रही है. इस दौरान उन्होंने कहा कि अपने दायित्वों का सही ढंग से निर्वहन करें, लापरवाही को किसी भी हाल में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा.

मीटिंग में खेल संचालक ने सभी जिला खेल अधिकारियों को शिक्षा अधिकारियों के साथ टीम भावना और समन्वय बनाकर कार्य करने के लिए निर्देशित करते हुए कहा कि ग्राम व ब्लाक स्तर पर खेल प्रतिभाओं की पहचान करना और प्रतिभाओं को आगे लाना जिला खेल अधिकारी एवं शिक्षा विभाग के अधिकारियों का उत्तरदायित्व है. प्रतिभाओं को तराशने का कार्य खेल विभाग द्वारा किया जाएगा. उन्होंने अधिकारियों और प्रशिक्षकों को दैनंदिनी (डैली डायरी) लिखने के निर्देश देते हुए कहा कि जिले के पुलिस अधीक्षक की अध्यक्षता में प्रतिमाह बैठक आयोजित करें , जिसमें खेल संघो के सक्रिय सदस्यों, शिक्षा, आदिम जाति विभाग सहित संबंधित अधिकारियों के साथ जिले की खेल गतिविधियों का प्लान तैयार करें. साथ ही क्षेत्र की खेल विधा के अनुरूप जिले में कम से कम दो खेल और संभाग में चार खेलों पर ध्यान केन्द्रित कर प्रतिभा चयन करें.

भोपाल। कोरोना संकट काल के दौरान अब धीरे-धीरे सभी गतिविधियां पहले की तरह प्रारंभ हो रही है. खेल विभाग में भी अब खिलाड़ियों को प्रशिक्षण देने का काम प्रारंभ हो चुका है तो वहीं कई खिलाड़ी भोपाल से अन्य राज्यों में प्रशिक्षण प्राप्त करने के लिए भी लगातार भेजे जा रहे हैं. इस दौरान खिलाड़ियों को संक्रमण से बचाना भी खेल विभाग के लिए एक बड़ी चुनौती है, जिसके लिए प्रशिक्षकों के माध्यम से खिलाड़ियों को भी संक्रमण से बचाव के लिए लगातार जागरूक किया जा रहा है. खेल विभाग के द्वारा टीटी नगर स्टेडियम व गोरेगांव स्टेडियम में भी कोरोना से बचाव के लिए विशेष व्यवस्थाएं की गई हैं और सभी खिलाड़ियों की प्रतिदिन थर्मल स्क्रीनिंग की जा रही है. इसके अलावा समस्त जगह पर से सैनेटाइजेशन किया जा रहा है, साथ ही खिलाड़ियों के लिए भी सैनेटाइजर की व्यवस्था की गई है.

खेल संबंधी विभागीय गतिविधियों को लेकर खेल एवं युवा कल्याण संचालक पवन जैन के द्वारा सभी संभागीय एवं जिला खेल अधिकारियों की ऑनलाइन बैठक ली गई है, इस दौरान विभागीय समीक्षा करते हुए अधिकारियों को जरूरी दिशा-निर्देश भी दिए गए हैं. बैठक में शिक्षा विभाग के अधिकारियों ने भी भाग लिया है. इस दौरान संयुक्त संचालक विनोद प्रधान व बीएस यादव और शिक्षा विभाग के उप संचालक आलोक खरे ने भी अधिकारियों से चर्चा कर उनका मार्गदर्शन किया है.

इस बैठक के दौरान खेल अधो-संरचनाओं की समीक्षा के दौरान खेल संचालक पवन कुमार जैन ने कहा कि 'खेल संरचनाएं हमारी धरोहर हैं. खेल परिसर की स्वच्छता, मरम्मत और उसके बेहतर उपयोग के लिए अधिकारियों को गंभीरता के साथ कार्य करना चाहिए.' उन्होंने सभी अधिकारियों को निर्देश दिए कि वे खेल परिसरों को 'एक्सीलेंट सेंटर' बनाने के लिए आवश्यक कार्रवाई करें. उन्होंने कहा कि स्पोर्ट्स साइंस और आधुनिक तकनीक से खेलों को जोड़कर खिलाड़ियों को मानसिक रूप से तैयार करने के उद्देश्य से अभिनव बिंद्रा फाउंडेशन के माध्यम से खिलाड़ियों और प्रशिक्षकों को ऑनलाइन ट्रैनिंग दी जा रही है. इस दौरान उन्होंने कहा कि अपने दायित्वों का सही ढंग से निर्वहन करें, लापरवाही को किसी भी हाल में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा.

मीटिंग में खेल संचालक ने सभी जिला खेल अधिकारियों को शिक्षा अधिकारियों के साथ टीम भावना और समन्वय बनाकर कार्य करने के लिए निर्देशित करते हुए कहा कि ग्राम व ब्लाक स्तर पर खेल प्रतिभाओं की पहचान करना और प्रतिभाओं को आगे लाना जिला खेल अधिकारी एवं शिक्षा विभाग के अधिकारियों का उत्तरदायित्व है. प्रतिभाओं को तराशने का कार्य खेल विभाग द्वारा किया जाएगा. उन्होंने अधिकारियों और प्रशिक्षकों को दैनंदिनी (डैली डायरी) लिखने के निर्देश देते हुए कहा कि जिले के पुलिस अधीक्षक की अध्यक्षता में प्रतिमाह बैठक आयोजित करें , जिसमें खेल संघो के सक्रिय सदस्यों, शिक्षा, आदिम जाति विभाग सहित संबंधित अधिकारियों के साथ जिले की खेल गतिविधियों का प्लान तैयार करें. साथ ही क्षेत्र की खेल विधा के अनुरूप जिले में कम से कम दो खेल और संभाग में चार खेलों पर ध्यान केन्द्रित कर प्रतिभा चयन करें.

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.