भोपाल। राजधानी भोपाल में लगातार सर्वे और सैंपलिंग का काम किया जा रहा है. जिसके लिए सर्वे की टीम कंटेंनमेंट एरिया में जाकर लगातार काम कर रही है, लेकिन इनके पास बचाव के पर्याप्त उपकरण नहीं हैं. ये बात तब सामने आई जब कोहेफिजा क्षेत्र में टीम सर्वे करने पहुंची तो उनके पास पीपीई किट नहीं होने के कारण वहां के निवासियों ने उन्हें कॉलोनी में घुसने भी नहीं दिया.
जानकारी के मुताबिक आशा और आंगनबाड़ी कार्यकर्ता कोहेफिजा क्षेत्र के आदित्य एवेन्यू में सर्वे करने पहुंचे थे, इस टीम के पास पीपीई किट नहीं होने के चलते निवासियों ने टीम को सर्वे करने से मना कर दिया और 8 सदस्यीय टीम को बिना सर्वे किए लौटना पड़ा. हालांकि इस बारे में सीएमएचओ डॉ प्रभाकर तिवारी का कहना है कि केंद्र से पूरी गाइडलाइन जारी हुई है, उनकी टीम के पास सारे उपकरण हैं, जिन्हें जरूरत होती है वो उन्हें उपलब्ध भी करा रहे हैं.
बता दें कि आशा और आंगनाबाड़ी कार्यकर्ताओं के पास बचाव के सारे उपकरण नहीं हैं, जिसके लिए वो स्वास्थ्य विभाग से इस बारे में मांग पहले भी कर चुके हैं कि उन्हें इस बचाव के उपकरण उपलब्ध कराए जाएं, लेकिन अब तक उन्हें पीपीई किट उपलब्ध नहीं कराई गई है. जबकि शहर से लेकर ग्रामीण क्षेत्रों में ये कार्यकर्ता सर्वे के काम में काफी सक्रिय हैं और दो आशा कार्यकर्ता सर्वे के दौरान कोरोना से संक्रमित भी हो चुकी हैं.
प्रदेश से कुछ समय पहले खबर सामने आई थी कि कोरोना का टेस्ट करने वाली पीपीई किट खत्म हो गईं हैं. जिसके बाद प्रदेश सरकार पर मध्यप्रदेश कांग्रेस ने हमला बोला था, जिस पर सरकार ने कहा था कि उनके पास पर्याप्त मात्रा में पीपीई किट उपलब्ध हैं.