भोपाल। राजधानी की कोलार पुलिस ने बुधवार को रेमडेसिविर इंजेक्शन की कालाबाजारी के मामले में आरोपी आकाश दुबे को कोर्ट में पेश किया. कोर्ट में सुनवाई के दौरान आकाश ने खुद को निर्दोष बताते हुए कहा कि वह रेमडेसिविर इंजेक्शन दिलाकर मरीज की मदद कर रहा था. इसके बाद कोर्ट में उसके अकाउंट में ऑनलाइन ट्रांजेक्शन के जरिए आए 75 हजार रुपए की बात कही तो उसे लेकर आरोपी ने चुप्पी साध ली.
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- पुलिस को मिली 3 दिन की रिमांड
पुलिस ने आकाश दुबे को न्यायालय में पेश करने के बाद कोर्ट से 7 दिन की रिमांड की मांग की, लेकिन न्यायालय ने पुलिस को केवल 3 दिन की रिमांड दी है. अब 3 दिनों में पुलिस आरोपी से पूछताछ करेगी जिसमें रेमडेसिविर कालाबाजारी को लेकर कई जानकारियां सामने आ सकती हैं.
- असली इंजेक्शन कहकर नकली इंजेक्शन बेचने वाली नर्स भी अरेस्ट
इसके अलावा भोपाल में अपने बॉयफ्रेंड के साथ मिलकर रेमडेसिविर इंजेक्शन की कालाबाजारी करने वाली फरार नर्स को भी कोलार पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. आरोपी नर्स जेके अस्पताल में कार्यरत थी और वह अपने बॉयफ्रेंड से मिलकर लोगों को असली इंजेक्शन कहकर नकली इंजेक्शन बेच रही थी. फिलहाल पुलिस ने नर्स शालिनी वर्मा भी गिरफ्तार कर लिया है. पुलिस ने उसके बॉयफ्रेंड को पहले गिरफ्तार कर लिया था.