भोपाल। प्रदेश सरकार ने छात्रों को बोर्ड परीक्षा से पहले फीस में राहत दी है. प्रदेश के शासकीय और अशासकीय स्कूल फीस को लेकर मनमानी नहीं कर पाएंगे. स्कूल शिक्षा विभाग ने इसको लेकर सख्त आदेश जारी किए हैं. बोर्ड परीक्षा में शामिल होने वाले विद्यार्थी बिना फीस दिए भी परीक्षा में शामिल हो सकेंगे.
- नहीं चलेगी निजी स्कूलों की मनमानी
प्रदेश के निजी स्कूलों की मनमानी थमने का नाम नहीं ले रही है. लगातार अशासकीय स्कूलों में पढ़ने वाले बच्चों के अभिभावकों द्वारा यह शिकायतें मिल रही थी कि फीस नहीं देने पर बच्चों को परीक्षा से वंचित किया जा रहा है. जिसे देखते हुए स्कूल शिक्षा विभाग ने अशासकीय स्कूलों के लिए सख्त आदेश जारी किए हैं. अब स्कूल अपनी मनमानी से छात्रों को परीक्षा से वंचित नहीं कर पाएंगे. इसमें एमपी बोर्ड से एडेड प्राइवेट स्कूल शामिल है.
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- फीस के लिए किया परेशान तो होगी कार्रवाई
जिला शिक्षा अधिकारी नितिन सक्सेना ने बताया कि अभिभावकों द्वारा लगातार प्राइवेट स्कूलों की शिकायतें कार्यालय में पहुंच रही थी. कई स्कूलों ने छात्रों को फीस ना देने के चलते वार्षिक परीक्षा से वंचित रखा था. ऐसे में स्कूल शिक्षा विभाग ने प्राइवेट स्कूलों के लिए सख्त आदेश जारी किए हैं. उन्होंने कहा अब प्रदेश में कोई भी बच्चा अगर फीस नहीं दे पाता है तो उसे स्कूल अपनी मर्जी से परीक्षा से वंचित नहीं कर सकेंगे. उन्होंने कहा जो स्कूल फीस को लेकर छात्रों को परेशान करेंगे, उन स्कूलों पर सख्त कार्रवाई की जाएगी. स्कूलों पर निगरानी रखने के लिए विभाग द्वारा कमेटी तैयार की गई है. जिनके पास अभिभावक और छात्र अपनी शिकायत दर्ज करा सकते हैं.