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भोपाल: हॉस्टल की खस्ता हालत से परेशान रीजनल कॉलेज की छात्राएं बैठीं धरने पर

छात्राओं की मांगे पूरी नहीं की जा रही हैं, जो उनकी मुख्य मांगे हैं. कॉलेज में पानी खाना बिजली समेत अन्य परेशानियां है. हॉस्टल में वे सुरक्षित नहीं है. उन्हें धमकाया जाता है, छात्राओं ने बताया कि 6 महीने पहले भी वे धरने पर बैठीं थीं लेकिन उन्हें फेल कर दिया गया, जिसके चलते इस बार वे मुंह पर कपड़ा बांधकर धरने पर बैठी हैं.

रीजनल कॉलेज की छात्राएं
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Published : Apr 10, 2019, 9:32 PM IST

भोपाल। जरुरतों को पुरी ना होने से नाराज रीजनल कॉलेज में हॉस्टल की छात्राओं ने प्रिंसिपल ऑफिस के बाहर धरना प्रदर्शन किया. उन्होंने कहा कि उन्हें जरुरी सुविधाएं भी नहीं दी जाती है और इसकी शिकायत करने पर उन्हें धमकाया जाता है.

रीजनल कॉलेज की छात्राएं


छात्राओं का आरोप है कि उनकी मांगे पूरी नहीं की जा रही हैं, जो उनकी मुख्य मांगे हैं. कॉलेज में पानी खाना बिजली समेत अन्य परेशानियां है. हॉस्टल में वे सुरक्षित नहीं है. उन्हें धमकाया जाता है, छात्राओं ने बताया कि 6 महीने पहले भी वे धरने पर बैठीं थीं लेकिन उन्हें फेल कर दिया गया, जिसके चलते इस बार वे मुंह पर कपड़ा बांधकर धरने पर बैठी हैं.


कॉलेज के प्रिंसिपल नित्यानंद प्रधान का कहना है जिन मांगों को वे पूरा कर सकते हैं वे उसे जरुर पूरा करेंगे. उन्होंने कहा कि छात्राओं की सेफ्टी को ध्यान में रखते हुए कुछ वारदातों को पूरा नहीं किया जा सकता है. इस मामले में छात्राओं से पहले भी बात की गई लेकिन छात्राएं नहीं मानीं. उन्होंने कहा कि अब वे मामले में एसपी को लेटर लिखेंगे.

भोपाल। जरुरतों को पुरी ना होने से नाराज रीजनल कॉलेज में हॉस्टल की छात्राओं ने प्रिंसिपल ऑफिस के बाहर धरना प्रदर्शन किया. उन्होंने कहा कि उन्हें जरुरी सुविधाएं भी नहीं दी जाती है और इसकी शिकायत करने पर उन्हें धमकाया जाता है.

रीजनल कॉलेज की छात्राएं


छात्राओं का आरोप है कि उनकी मांगे पूरी नहीं की जा रही हैं, जो उनकी मुख्य मांगे हैं. कॉलेज में पानी खाना बिजली समेत अन्य परेशानियां है. हॉस्टल में वे सुरक्षित नहीं है. उन्हें धमकाया जाता है, छात्राओं ने बताया कि 6 महीने पहले भी वे धरने पर बैठीं थीं लेकिन उन्हें फेल कर दिया गया, जिसके चलते इस बार वे मुंह पर कपड़ा बांधकर धरने पर बैठी हैं.


कॉलेज के प्रिंसिपल नित्यानंद प्रधान का कहना है जिन मांगों को वे पूरा कर सकते हैं वे उसे जरुर पूरा करेंगे. उन्होंने कहा कि छात्राओं की सेफ्टी को ध्यान में रखते हुए कुछ वारदातों को पूरा नहीं किया जा सकता है. इस मामले में छात्राओं से पहले भी बात की गई लेकिन छात्राएं नहीं मानीं. उन्होंने कहा कि अब वे मामले में एसपी को लेटर लिखेंगे.

Intro:राजधानी के श्यामला हिल्स स्थित रीजनल कॉलेज की छात्राएं 24 घंटे से बैठी है धरने पर छात्राओं की मुख्य मांगों को पूरा नहीं किए जाने पर कॉलेज प्रबंधन के विरोध में प्रिंसिपल ऑफिस के बाहर बैठी छात्राएं धरने पर


Body:राजधानी भोपाल के रीजनल कॉलेज मैं हॉस्टल में रहने वाली छात्राओं ने प्रिंसिपल ऑफिस के बाहर किया धरना प्रदर्शन छात्राओं की मुख्य मांगों को पूरा नहीं करने को लेकर छात्राओं ने किया विरोध प्रदर्शन छात्राओं का कहना है कि वह कॉलेज केंपस के ही गर्ल्स हॉस्टल में रहती हैं हॉस्टल में इन छात्राओं की तमाम जरूरतों को पूरा नहीं किया जाता छात्राओं का आरोप है कॉलेज कैंपस में जहां जरूरत भी नहीं है वहां पर कैमरे लगा कर रखे हैं हमारी प्राइवेसी को भंग किया जा रहा है साथ ही छात्राओं ने कहा पिछले 6 महीने से हमें पानी की दिक्कत हो रही है कैंपस के हॉस्टल में पानी की व्यवस्था नहीं है हमें पानी तक एक-दो दिन में नसीब होता है हम नहा नहीं पाते उसको लेकर लगातार शिकायतें की जा चुकी हैं लेकिन हमारी शिकायतों का निराकरण करने की बजाय हमें कॉलेज से धमकी दी जाती है...
वहीं कॉलेज के प्रिंसिपल नित्यानंद प्रधान का कहना है जो मांगे हैं जिनको हम पूरा कर सकते हैं उन्हें हम जल्द से जल्द पूरा करेंगे लेकिन छात्राओं की कुछ ऐसी मांगे हैं जिन्हें हम पूरा नहीं कर सकते प्रिंसिपल का आरोप है कि छात्राएं 24 घंटे बाहर रहना चाहती है बाहर का खाना खाना चाहती हैं हम छात्राओं की सेफ्टी के लिए उन्हें बाहर नहीं रहने दे सकते हमने छात्राओं को बनाया उनसे बात करने की कोशिश की लेकिन वह हमारी बातों को मानने के लिए तैयार नहीं है इसीलिए अब हम एसपी को लेटर लिखेंगे और उन्हें सारी समस्याएं बताएंगे क्योंकि छात्राएं तो हमारी बातें नहीं मान रही है मैं चाहता हूं का आरोप है कि हमने हमारी मांगे पूरी करने के लिए जब स्ट्राइक किया तो हमें दबाया जा रहा है हम पर आरोप लगाए जा रहे हैं कि हम कैरक्टरलेस है जबकि हम लोग हॉस्टल के रूल्स एंड रेगुलेशंस के हिसाब से ही चलते हैं लेकिन पिछले ही दिनों हॉस्टल की एक छात्रा को डिप्रेशन की बीमारी थी जिसको लेकर उन्होंने छुट्टी मांगी परंतु कॉलेज प्रबंधन ने उसे छुट्टी देने की बजाय हॉस्टल खाली करने के लिए कह दिया ऐसे में हम डरे हुए हैं और इसीलिए हम स्ट्राइक कर रहे हैं...
आपको बता दें कॉलेज कैंपस में ही गर्ल्स और बॉयज हॉस्टल है गर्ल्स हॉस्टल में 500 छात्राएं रहती हैं जिसमें 300 से अधिक साथ रहे धरने पर बैठे कोई है छात्राओं का कहना है कि हमारा अनिश्चितकालीन धरना है जब तक हमारी मांगों को पूरा नहीं किया जाएगा हम इसी तरह प्रिंसिपल ऑफिस के बाहर बैठे रहेंगे हम रात भर बाहर बैठे लेकिन हम से किसी ने पूछा भी नहीं और
ना ही हमें आश्वासन दिया कि आप की मांगे पूरी कर दी जाएगी

byte- प्रिंसिपल नित्यानंद प्रधान


Conclusion:रीजनल कॉलेज की छात्राएं बैठे धरने पर पिछले 24 घंटे से या छात्राएं बैठी है धरने पर छात्राओं का आरोप है कि उनकी मांगे पूरी नहीं की जा रही हैं जो उनकी मुख्य मांगे हैं उनसे उन्हें वंचित किया जा रहा है कॉलेज में पानी खाना बिजली समेत अन्य परेशानियां है हॉस्टल में हम सेव नहीं है हमें कॉलेज में डराया धमकाया जाता है जिसके कारण हम आज धरने पर बैठे हैं आपको बता देंगे छात्राएं 6 महीने पहले भी धरने पर बैठी थी छात्राओं का आरोप है उस समय हमें फेल कर दिया गया था इस वजह से हम मुंह पर कपड़ा बांधकर अपना नाम छुपा कर धरने पर बैठे हैं
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