भोपाल। विधानसभा में मत विभाजन में दो विधायकों द्वारा क्रॉस वोटिंग कराने के बाद कांग्रेस ने बीजेपी को करारा जवाब तो दे दिया है. लेकिन इस जवाब का खामियाजा पार्टी को ही झेलना पड़ रहा है. जहां नारायण त्रिपाठी के क्रॉस वोटिंग के बाद से विंध्य क्षेत्र के दिग्गज नेता अजय सिंह सहित कई कांग्रेसी नेता नाराजगी जता चुके हैं. जिसके बाद अब पार्टी नाराज नेताओं को मनाने में जुटी है.
इस मामले में विंध्य के पिछड़ा वर्ग के कद्दावर नेता और राज्यसभा सांसद राजमणि पटेल का कहना है कि अगर पार्टी में कोई बाहर से आता है तो निश्चित तौर पर हमारे कार्यकर्ताओं का सम्मान प्रभावित होता है. लेकिन हमारे कार्यकर्ताओं का हक, अधिकार और सम्मान की रक्षा करना पार्टी के बड़े नेताओं की जिम्मेदारी है. पार्टी के बड़े नेता इस बात का ख्याल रखेंगे.
राजमणि पटेल का कहना है कि अजय सिंह ने जो कहा है वे उस पर कमेंट नहीं करना चाहते हैं. उन्होंने अजय सिंह के बयान पर सफाई पेश करते हुए कहा कि उनका आशय यही रहा होगा कि बाहर से कोई आएगा तो हमारे कार्यकर्ताओं का सम्मान प्रभावित होगा. उन्होंने अगर इस भावना से कहा है तो ठीक कहा है. लेकिन मेरा मानना है कि कांग्रेस विचारधारा की पार्टी है. विचारधारा के दरवाजे हमेशा खुले हैं, जो उस पर विश्वास करता है, वह आ सकता है. राजमणि पटेल ने कहा कि बाहर से आने वाले लोगों से पार्टी के कार्यकर्ताओं का हक और अधिकार नहीं मारा जाएगा. वहीं उन्होंने कहा कि बीजेपी जो दम भरती थी कि हम चाहे तब सरकार गिरा दें. अब उन्हें अपने गिरेबां में झांकना चाहिए कि हमारी स्थिति क्या है.