जबलपुर। रेलवे प्रशासन ने उस बुजुर्ग को हिरासत में ले लिया है, जिसने जबलपुर रेलवे स्टेशन और मद्रास के गुंतकल स्टेशन पर खाने में छिपकली निकलने को लेकर हंगामा किया था. रेलवे ने जब बुजुर्ग से सख्ती से पूछताछ की, तो उसने अपने आप को मानसिक रोगी बताया है. बुजुर्ग ने बताया कि वह अपने पास एक तरह की मछली रखता है और इसी तरह अलग-अलग स्टेशनों पर रेलवे के खाने में डालकर हंगामा करता है.
बता दें कि 14 जुलाई को जबलपुर रेलवे स्टेशन पर एक बुजुर्ग ने समोसे में छिपकली निकलने को लेकर हंगामा मचाया था. छिपकली दिखने के बाद बुजुर्ग ने तबियत बिगड़ने का नाटक भी किया. जब बुजुर्ग की तबियत ज्यादा बिगड़ने लगी, तो रेलवे प्रशासन ने डॉक्टर को बुलवाया और उसका इलाज करने की कोशिश की, लेकिन इसके पहले कि इलाज शुरू हो पाता, बुजुर्ग ने भोपाल जाने की इच्छा जताई. जिसके बाद रेलवे ने अपनी ओर से एसी फर्स्ट क्लास का टिकट करवाया और बुजुर्ग को जबलपुर से रवाना किया.
वहीं बिल्कुल ऐसा ही एक वाकया मद्रास के पास गुंतकल रेलवे स्टेशन पर भी हुआ, जहां बिरयानी में छिपकली निकलने की शिकायत लेकर वो रेलवे के पास पहुंचा. दोनों मामले एक जैसा होने पर रेलवे ने बुजुर्ग से सख्ती से पूछताछ की. जहां पता चला कि वह एक प्रकार की मछली है जो छिपकली जैसी दिखती है और बुजुर्ग ने पहले इसका एक हिस्सा जबलपुर में समोसे में डाला था और मछली की दूसरा हिस्सा गुंटकल रेलवे स्टेशन पर बिरयानी में डाला था.
बताया जा रहा है कि बुजुर्ग का नाम सुंदर पाल है और यह पंजाब का रहने वाला है, लेकिन फिलहाल वो गुजरात में रह रहा है. बुजुर्ग का कहना है कि वह कई बार इसी तरह की खुराफात कर चुका है. फिलहाल रेलवे बुजुर्ग की सभी शिकायतों की जांच में जुट गई है, साथ ही उसका पुराना रिकॉर्ड भी खंगाल रही है.