भोपाल। आयकर विभाग के द्वारा राजधानी के दो बिल्डरों और उनके एसोसिएट के ठिकानों पर छापामार कार्रवाई की गई है. पिछले दो दिनों से जारी इस कार्रवाई के बाद टैक्स चोरी और करोड़ों के लेनदेन आयकर विभाग को मिले हैं. आयकर छापों के बाद चर्चा में आए भोपाल के हाई प्रोफाइल कारोबारी राघवेंद्र सिंह तोमर फेसबुक लाइव के जरिए सामने आए.
राघवेंद्र सिंह तोमर ने राजनीतिक रिश्तों पर सवाल उठा रहे लोगों को जवाब दिए और कहा कि छापों के बीच सोशल मीडिया में हेमंत कटारे समेत कुछ लोग यह रिश्ता क्या कहलाता है चला रहे थे, वह उनसे कहना चाहते हैं कि हमें रिश्ते निभाना आता है. जिनके साथ हमारे संबंध हैं, उसे स्वीकार करने में मुझे कोई परेशानी नहीं है, लेकिन जिन लोगों के रिश्ते पैन ड्राइव और सीडी में मिले थे, वे कैसे इस तरह का आरोप लगा सकते हैं, बेहतर होता कि हेमंत कटारे मर्यादा में रहें.
हेमंत कटारे के द्वारा सोशल मीडिया पर राघवेंद्र सिंह तोमर और कैबिनेट मंत्री अरविंद सिंह भदोरिया का एक फोटो पोस्ट किया गया था, जिसमें उन्होंने पूछा था कि यह रिश्ता क्या कहलाता है. कांग्रेस नेता के द्वारा लगातार निशाना साधे जाने के बाद राघवेंद्र सिंह ने भी उनको जमकर जवाब दिया है.
पिछले दो दिनों से जारी इस कार्रवाई के बाद टैक्स चोरी और करोड़ों के लेनदेन आयकर विभाग को मिले हैं. इस दौरान बहुत सारे दस्तावेज भी इनकम टैक्स डिपार्टमेंट के द्वारा जब्त किए गए हैं, जिन्हें लेकर अब जांच शुरू कर दी गई है.
राघवेंद्र सिंह तोमर ने कहा है कि पिछले 2 दिनों से वे लगातार व्यस्त चल रहे थे, क्योंकि सभी को मालूम है कि आयकर विभाग के द्वारा कार्रवाई की जा रही थी. इस दौरान पूरे समय मुझे भी उनके साथ जांच में सहयोग के लिए रहना पड़ा. आयकर विभाग की जांच लगभग पूरी हो चुकी है, मेरे यहां से सभी तरह के दस्तावेजों को टीम के द्वारा जब्त किया गया है, हालांकि उन्होंने कहा कि जो कार्रवाई की गई है, उसे लेकर फिलहाल वो कोई टिप्पणी करना नहीं चाहते हैं, क्योंकि ये कानूनी प्रक्रिया है और जो सही नियम कानून है उसके हिसाब से कार्रवाई आगे भी होगी.
'आयकर विभाग की टीम का कर रहे पूरा सहयोग'
राघवेंद्र सिंह तोमर ने कहा वे व्यक्तिगत और व्यावसायिक दोनों तरह के संबंधों में फर्क करना जानते हैं, उन्होंने निजी संबंधों का व्यवसायिक फायदे के लिए कभी इस्तेमाल नहीं किया है, उनसे जुड़े लोगों को कभी नुकसान नहीं पहुंचाया, भले ही आधा फीसदी ही सही, लेकिन उन्होंने हमेशा फायदा ही कराया है, नुकसान नहीं. उन्होंने कहा कि आयकर विभाग अपना काम कर रहा है और उनकी ओर से पूरा सहयोग किया गया है.
'मुझे टारगेट मत करो'
राघवेंद्र सिंह ने कहा कि 'कहा जाता है कि कितने बाल कितने बार' जल्द ही सब सामने आ जाएगा, मेरी समझ से सभी दस्तावेज जांच अधिकारियों के पास हैं, जो मेरे संबंध को लेकर बातचीत की जा रही है, या कुछ लोगों को टारगेट किया जा रहा है, वे सभी चीजें भी जल्द निकलकर बाहर आ जाएंगे. ऐसा कुछ निकलकर आने वाला नहीं है कि आप किसी भले व्यक्ति को टारगेट करो.
हेमंत कटारे पर बोला हमला
राघवेंद्र सिंह ने कांग्रेस नेता और पूर्व विधायक हेमंत कटारे पर निशाना साधते हुए कहा कि कल मैं देख रहा था कि कटारे कह रहे थे कि यह गठजोड़ है, कहां लगे हो साहब, मैंने अपनी जिंदगी में कोई रिश्ता अच्छा पाया नहीं है, जैसे उन्होंने अपने रिश्ते छुपाए हैं जिनके पीछे दुनिया भर की कहानियां चली हैं और कहीं का नहीं छोड़ा, मरना तक पड़ गया, इतनी निकृष्ट ना हमारी सोच है और ना हम कभी इतने नीचे जाएंगे, ऊपर वाले ने जो संस्कार दिए हैं, पुरुषार्थ के साथ उसी रिश्ते पर हमेशा चलेंगे और हर रिश्ते को सम्मान देंगे. जिस रिश्ते की जो मर्यादा है, उसको हमेशा उसी मर्यादा में रखेंगे और खुलेआम सबके सामने उसका सम्मान करेंगे, यह हम भी करेंगे और मुझसे जुड़े हुए लोग भी करेंगे, इसलिए इसको टारगेट मत बनाओ, यह रिश्ता क्या कहलाता है. जनता पूछने को बैठ जाएगी ना कौन सा रिश्ता क्या कहलाता है तो कटारे जवाब नहीं दे पाओगे. क्योंकि एक नहीं कई सीडियां और पेन ड्राइव मिली थीं.
कहां से शुरू हुआ था विवाद?
कांग्रेस नेता हेमंत कटारे पूर्व नेता प्रतिपक्ष सत्यदेव कटारे के पुत्र हैं और भिंड जिले की अटेर सीट से कांग्रेस के विधायक भी रह चुके हैं. वर्ष 2018 में हुए उपचुनाव के दौरान उन्होंने बीजेपी के अरविंद भदौरिया को चुनाव में हराया था. हालांकि वर्ष 2019 के चुनाव में अरविंद भदौरिया से ही हेमंत कटारे चुनाव हार गए थे. हेमंत कटारे के द्वारा सोशल मीडिया पर राघवेंद्र सिंह तोमर और अरविंद भदौरिया का ही फोटो पोस्ट करते हुए पूछा गया था कि यह रिश्ता क्या कहलाता है, यही वजह है कि राघवेंद्र सिंह ने सबसे पहले उन्हें ही जवाब दिया है.