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प्रज्ञा ठाकुर की खत्म होनी चाहिए संसद की सदस्यता: पीसी शर्मा

कमलनाथ सरकार के जनसंपर्क मंत्री पीसी शर्मा ने भोपाल से बीजेपी सांसद प्रज्ञा सिंह ठाकुर को संसदीय समिति से हटाए जाने पर प्रतिक्रिया दी है. उन्होंने कहा कि प्रज्ञा ठाकुर को बर्खास्त किया जाए और उनकी संसद की सदस्यता समाप्त होनी चाहिए.

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पीसी शर्मा के निशाने पर प्रज्ञा ठाकुर
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Published : Nov 28, 2019, 3:33 PM IST

भोपाल। राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के हत्यारे नाथूराम गोडसे को लोकसभा में देशभक्त बताने वाली भोपाल सांसद प्रज्ञा ठाकुर पर भले ही कार्रवाई करते हुए उन्हें रक्षा मामलों की संसदीय समिति से हटा दिया गया हो, लेकिन कांग्रेस का विरोध अभी भी जारी है.

कमलनाथ सरकार के जनसंपर्क मंत्री पीसी शर्मा ने कहा है कि जिसके ऊपर आतंकी गतिविधियों में शामिल होने का केस चल रहा हो, पहले तो उसे रक्षा मंत्रालय की समिति में लिया ही नहीं जाना था और अब उसे समिति से हटाकर कोई बड़ा काम नहीं किया गया है. उन्होंने कहा कि जरूरी ये है कि प्रज्ञा ठाकुर को बर्खास्त किया जाए और उनकी संसद की सदस्यता समाप्त होनी चाहिए, नहीं तो गुजरात से आने वाले नरेंद्र मोदी और अमित शाह को महात्मा गांधी और सरदार पटेल का नाम लेना बंद कर देना चाहिए.

पीसी शर्मा के निशाने पर प्रज्ञा ठाकुर

पीसी शर्मा ने कहा कि लोकसभा चुनाव के समय में साध्वी प्रज्ञा ने जिस तरह महात्मा गांधी के हत्यारे को महिमामंडित किया था, उस समय प्रधानमंत्री ने कहा था कि 10 दिन में वे एक्शन लेंगे, जो अब तक नहीं लिया गया. अब संसद में जहां पर उन्होंने संविधान की शपथ ली है, जो लोकतंत्र का मंदिर कहलाता है, उसी मंदिर में उन्होंने महात्मा गांधी के हत्यारे को देशभक्त बताया है, उसे तुरंत बर्खास्त किया जाना चाहिए. बता दें कि इससे पहले प्रज्ञा ठाकुर ने शहीद हेमंत करकरे की शहादत पर भी सवाल खड़े किए थे.

भोपाल। राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के हत्यारे नाथूराम गोडसे को लोकसभा में देशभक्त बताने वाली भोपाल सांसद प्रज्ञा ठाकुर पर भले ही कार्रवाई करते हुए उन्हें रक्षा मामलों की संसदीय समिति से हटा दिया गया हो, लेकिन कांग्रेस का विरोध अभी भी जारी है.

कमलनाथ सरकार के जनसंपर्क मंत्री पीसी शर्मा ने कहा है कि जिसके ऊपर आतंकी गतिविधियों में शामिल होने का केस चल रहा हो, पहले तो उसे रक्षा मंत्रालय की समिति में लिया ही नहीं जाना था और अब उसे समिति से हटाकर कोई बड़ा काम नहीं किया गया है. उन्होंने कहा कि जरूरी ये है कि प्रज्ञा ठाकुर को बर्खास्त किया जाए और उनकी संसद की सदस्यता समाप्त होनी चाहिए, नहीं तो गुजरात से आने वाले नरेंद्र मोदी और अमित शाह को महात्मा गांधी और सरदार पटेल का नाम लेना बंद कर देना चाहिए.

पीसी शर्मा के निशाने पर प्रज्ञा ठाकुर

पीसी शर्मा ने कहा कि लोकसभा चुनाव के समय में साध्वी प्रज्ञा ने जिस तरह महात्मा गांधी के हत्यारे को महिमामंडित किया था, उस समय प्रधानमंत्री ने कहा था कि 10 दिन में वे एक्शन लेंगे, जो अब तक नहीं लिया गया. अब संसद में जहां पर उन्होंने संविधान की शपथ ली है, जो लोकतंत्र का मंदिर कहलाता है, उसी मंदिर में उन्होंने महात्मा गांधी के हत्यारे को देशभक्त बताया है, उसे तुरंत बर्खास्त किया जाना चाहिए. बता दें कि इससे पहले प्रज्ञा ठाकुर ने शहीद हेमंत करकरे की शहादत पर भी सवाल खड़े किए थे.

Intro:भोपाल। राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के हत्यारे नाथूराम गोडसे को लोकसभा में देशभक्त बताने वाली भोपाल सांसद प्रज्ञा ठाकुर पर भले ही कार्रवाई करते हुए उन्हें रक्षा मामलों की संसदीय समिति से हटा दिया गया हो। लेकिन कांग्रेस का विरोध अभी भी जारी है ।कमलनाथ सरकार के जनसंपर्क मंत्री पीसी शर्मा ने कहा है कि जिस के ऊपर आतंकी गतिविधियों में शामिल होने का केस चल रहा हो, पहले तो उसे समिति में लिया ही नहीं जाना था और अब उसे समिति से हटाकर कोई बड़ा काम नहीं किया गया है।जरूरी यह है कि प्रज्ञा ठाकुर को बर्खास्त किया जाए। नहीं तो गुजरात से आने वाले नरेंद्र मोदी और अमित शाह को महात्मा गांधी और सरदार पटेल का नाम लेना बंद कर देना चाहिए।Body:कमलनाथ सरकार के जनसंपर्क मंत्री पीसी शर्मा ने प्रज्ञा ठाकुर को संसदीय समिति से हटाए जाने पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा है कि लोकसभा चुनाव के समय में कथित साध्वी प्रज्ञा सिंह ने जिस तरह महात्मा गांधी के हत्यारे को महिमामंडित किया था। उस समय प्रधानमंत्री ने कहा था कि 10 दिन में एक्शन लेंगे, जो अब तक नहीं लिया गया।अब संसद में जहां पर उन्होंने संविधान की शपथ ली है। जो लोकतंत्र में मंदिर कहलाता है।प्रजातंत्र के उस मंदिर में उन्होंने महात्मा गांधी के हत्यारे को देशभक्त बताया है।इन्होंने पहले शहीद हेमंत करकरे की शहादत पर भी सवाल खड़े किए थे ।मेरा यह कहना है कि जिस समिति से उन्हें बाहर किया गया है, पहले तो उस समिति में उन्हें लिया ही नहीं जाना चाहिए था। क्योंकि उनके ऊपर आतंकी गतिविधियों में लिप्त होने का केस अभी भी चल रहा है और केवल उनको समिति से बाहर करने से कोई फर्क नहीं पड़ेगा। उनकी संसद की सदस्यता समाप्त होनी चाहिए। क्योंकि उन्होंने महात्मा गांधी, जिनके नेतृत्व में देश को आजादी मिली है, उनका अपमान किया है। जिस वक्त पर पूरा देश महात्मा गांधी की 150वीं जयंती मना रहा है, उस वक्त पर उनका बयान आया है।मेरा मानना है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अमित शाह जो खुद गुजरात से आते हैं। उनको प्रज्ञा ठाकुर को बर्खास्त करना चाहिए।नहीं तो सरदार पटेल और महात्मा गांधी का नाम लेना बंद कर देना चाहिए।Conclusion:
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