भोपाल। राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के हत्यारे नाथूराम गोडसे को लोकसभा में देशभक्त बताने वाली भोपाल सांसद प्रज्ञा ठाकुर पर भले ही कार्रवाई करते हुए उन्हें रक्षा मामलों की संसदीय समिति से हटा दिया गया हो, लेकिन कांग्रेस का विरोध अभी भी जारी है.
कमलनाथ सरकार के जनसंपर्क मंत्री पीसी शर्मा ने कहा है कि जिसके ऊपर आतंकी गतिविधियों में शामिल होने का केस चल रहा हो, पहले तो उसे रक्षा मंत्रालय की समिति में लिया ही नहीं जाना था और अब उसे समिति से हटाकर कोई बड़ा काम नहीं किया गया है. उन्होंने कहा कि जरूरी ये है कि प्रज्ञा ठाकुर को बर्खास्त किया जाए और उनकी संसद की सदस्यता समाप्त होनी चाहिए, नहीं तो गुजरात से आने वाले नरेंद्र मोदी और अमित शाह को महात्मा गांधी और सरदार पटेल का नाम लेना बंद कर देना चाहिए.
पीसी शर्मा ने कहा कि लोकसभा चुनाव के समय में साध्वी प्रज्ञा ने जिस तरह महात्मा गांधी के हत्यारे को महिमामंडित किया था, उस समय प्रधानमंत्री ने कहा था कि 10 दिन में वे एक्शन लेंगे, जो अब तक नहीं लिया गया. अब संसद में जहां पर उन्होंने संविधान की शपथ ली है, जो लोकतंत्र का मंदिर कहलाता है, उसी मंदिर में उन्होंने महात्मा गांधी के हत्यारे को देशभक्त बताया है, उसे तुरंत बर्खास्त किया जाना चाहिए. बता दें कि इससे पहले प्रज्ञा ठाकुर ने शहीद हेमंत करकरे की शहादत पर भी सवाल खड़े किए थे.