ETV Bharat / state

हमीदिया अस्पताल के सीनियर डॉक्टरों में विरोध, संभागायुक्त कल्पना श्रीवास्तव के फैसले से हैं नाखुश

हमीदिया अस्पताल में जूड़ा आंदोलन खत्म हो गया लेकिन अब सीनियर डॉक्टरों में विरोध का बीच पनप रहा है, दरअसल डॉ अरुणा कुमार के खिलाफ हो रही जांच से नाखुस हैं सीनियर डॉक्टर.

जुड़ा आंदोलन के बाद सीनियर डॉक्टरों में विरोध
author img

By

Published : Oct 11, 2019, 9:44 AM IST

भोपाल। हमीदिया अस्पताल में जूड़ा आंदोलन के दौरान प्रोफेसरों से हुई बदसलूकी के मामले में जूनियर डॉक्टरों ने लिखित माफी मांगी है. जूनियर डॉक्टरों ने अपने माफीनामा में कहा है कि आंदोलन के दौरान कुछ जूनियर डॉक्टरों ने प्रोफेसरों के साथ बदसलूकी की थी, जिस के लिए वो शर्मिंदा हैं, इस लिए क्षमा पत्र के माध्यम से माफी मांगते हैं.

जुड़ा आंदोलन के बाद सीनियर डॉक्टरों में विरोध

वहीं हड़ताल खत्म होने के बाद सीनियर डॉक्टरों में विरोध पनप रहा है. दरअसल हड़ताल खत्म होने के बाद के बाद संभागायुक्त कल्पना श्रीवास्तव ने डॉ अरुणा कुमार पर जांच बैठा दी है, जिसका सीनियर डॉक्टरों ने विरोध किया है और कहा है कि इस प्रकार की जांच की कोई जरूरत नहीं है. उन्होंने कहा है कि जांच के तरीकों में बदलाव नहीं हुआ तो वह इसका विरोध करेंगे.

मामला राजधानी के हमीदिया अस्पताल में पिछले दिनों हुए आंदोलन का था, जिसमें प्रोफेसरों के साथ बदसलूकी की गई थी, हालंकी गांधी मेडिकल कॉलेज की डीन अरुणा कुमार के इस्तीफे के बाद हड़ताल समाप्त कर दी गई थी साथ ही जूनियर डॉक्टरों की मांगों को पूरा करने का आश्वासन भी दिया गया था.

हड़ताल समाप्त होने के बाद छात्रावास की सुरक्षा को और पुख्ता कर दिया गया है यहां सुरक्षा गार्ड बढ़ा दिए गए हैं, वहीं खिड़कियों में ग्रिल लगाने का काम भी शुरू हो गया है. छात्रावास के क्षेत्र में किसी भी अपरिचित व्यक्ति को प्रवेश नहीं दिया जा रहा है और प्रवेश करने वाले हर व्यक्ति को एक आईडेंटिकार्ड या पास बना कर दिया जा रहा है.

भोपाल। हमीदिया अस्पताल में जूड़ा आंदोलन के दौरान प्रोफेसरों से हुई बदसलूकी के मामले में जूनियर डॉक्टरों ने लिखित माफी मांगी है. जूनियर डॉक्टरों ने अपने माफीनामा में कहा है कि आंदोलन के दौरान कुछ जूनियर डॉक्टरों ने प्रोफेसरों के साथ बदसलूकी की थी, जिस के लिए वो शर्मिंदा हैं, इस लिए क्षमा पत्र के माध्यम से माफी मांगते हैं.

जुड़ा आंदोलन के बाद सीनियर डॉक्टरों में विरोध

वहीं हड़ताल खत्म होने के बाद सीनियर डॉक्टरों में विरोध पनप रहा है. दरअसल हड़ताल खत्म होने के बाद के बाद संभागायुक्त कल्पना श्रीवास्तव ने डॉ अरुणा कुमार पर जांच बैठा दी है, जिसका सीनियर डॉक्टरों ने विरोध किया है और कहा है कि इस प्रकार की जांच की कोई जरूरत नहीं है. उन्होंने कहा है कि जांच के तरीकों में बदलाव नहीं हुआ तो वह इसका विरोध करेंगे.

मामला राजधानी के हमीदिया अस्पताल में पिछले दिनों हुए आंदोलन का था, जिसमें प्रोफेसरों के साथ बदसलूकी की गई थी, हालंकी गांधी मेडिकल कॉलेज की डीन अरुणा कुमार के इस्तीफे के बाद हड़ताल समाप्त कर दी गई थी साथ ही जूनियर डॉक्टरों की मांगों को पूरा करने का आश्वासन भी दिया गया था.

हड़ताल समाप्त होने के बाद छात्रावास की सुरक्षा को और पुख्ता कर दिया गया है यहां सुरक्षा गार्ड बढ़ा दिए गए हैं, वहीं खिड़कियों में ग्रिल लगाने का काम भी शुरू हो गया है. छात्रावास के क्षेत्र में किसी भी अपरिचित व्यक्ति को प्रवेश नहीं दिया जा रहा है और प्रवेश करने वाले हर व्यक्ति को एक आईडेंटिकार्ड या पास बना कर दिया जा रहा है.

Intro: जुड़ा ने आंदोलन के दौरान हुई बदसलूकी पर लिखित में मांगी माफी


भोपाल | राजधानी के हमीदिया अस्पताल में पिछले दिनों हुए आंदोलन के दौरान जूनियर डॉक्टरों के द्वारा प्रोफेसरों के साथ बदसलूकी की गई थी साथी प्रोफेसरों की समझाइश के बाद भी हड़ताल को समाप्त नहीं किया गया था लेकिन गांधी मेडिकल कॉलेज की डीन अरुणा कुमार के इस्तीफे के बाद हड़ताल समाप्त कर दी गई थी साथ ही जूनियर डॉक्टरों की मांगों को पूरा करने का आश्वासन भी दिया गया था जिसमें छात्रावास की सुरक्षा प्रमुख मुद्दा थी हालांकि हड़ताल समाप्त होने के बाद छात्रावास की सुरक्षा को और पुख्ता कर दिया गया है यहां सुरक्षा गार्ड बढ़ा दिए गए हैं तो वहीं खिड़कियों में ग्रिल लगाने का काम भी शुरू हो गया है साथ ही अब इस छात्रावास के क्षेत्र में किसी भी अपरिचित व्यक्ति को प्रवेश नहीं दिया जा रहा है प्रवेश करने वाले हर व्यक्ति को एक आईडेंटिकार्ड या पास बना कर दिया जा रहा है


Body:लेकिन आंदोलन के दौरान जिस तरह का व्यवहार जूनियर डॉक्टरों के द्वारा अपने प्रोफेसरों के साथ किया गया था उसकी काफी निंदा हुई है आखिरकार जूनियर डॉक्टरों ने प्रोफेसरों के साथ की गई बदसलूकी की माफी लिखित में मांग ली है जूतिया डॉक्टरों ने अपनी माफीनामा में बताया है कि आंदोलन के दौरान कुछ जूनियर डॉक्टरों के द्वारा प्रोफेसरों के साथ बदसलूकी का मामला भी सामने आया था ऐसे में जूनियर डॉक्टर शर्मिंदा है और क्षमा पत्र के माध्यम से माफी मांगते हैं .


Conclusion:हालांकि गांधी मेडिकल कॉलेज के सीनियर डॉक्टरों( मेडिकल टीचर्स ) ने संभागायुक्त कल्पना श्रीवास्तव के उस फैसले का भी विरोध शुरू कर दिया है जिसमें उन्होंने जीएमसी की पूर्व डीन डॉ अरुणा कुमार पर जांच बिठा दी है दरअसल जूनियर डॉक्टरों के आंदोलन के बाद जीएमसी की तत्कालीन डीन डॉ अरुणा ने पद से इस्तीफा दे दिया था इस्तीफे के तुरंत बाद ही संभागायुक्त ने आदेश जारी कर टीम के खिलाफ सात बिंदुओं पर जांच बिठा दी थी सीनियर डॉक्टरों ने साफ कर दिया है कि इस प्रकार की जांच की कोई जरूरत नहीं है इसलिए सभी सीनियर डॉक्टर इसका विरोध कर रहे हैं सीनियर डॉक्टरों के मुताबिक यदि जरूरी भी है तो यह जांच अधिष्ठता के समकक्ष या उससे ऊपर के अधिकारियों द्वारा की जानी चाहिए यदि जांच के तरीकों में बदलाव नहीं हुआ तो वे इसमें सहयोग नहीं करेंगे मध्य प्रदेश मेडिकल टीचर्स एसोसिएशन ने इस पूरे मामले को लेकर साफ कर दिया है कि दूसरे विभाग के मंत्री की शिकायत पर जांच करने से पहले विभाग के मंत्री की अनुशंसा जरूरी होती है ऐसे में यह जांच सही नहीं है .
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.