भोपाल। CM शिवराज 19 फरवरी को होशंगाबाद पहुंचे. यहां उन्होंने जिले का नाम होशंगाबाद से बदलकर नर्मदापुरम करने की घोषणा की. जिसके बाद प्रोटेम स्पीकर रामेश्वर शर्मा ने अपने निवास पर आतिशबाजी कर CM शिवराज को धन्यवाद कहा. नाम बदले से प्रोटेम स्पीकर इतना खुश हो गए कि उन्होंने राहुल गांधी और दिग्विजय सिंह को अपना नाम बदलने की सलाह दे दी.
CM शिवराज ने की घोषणा, होशंगाबाद का नाम होगा नर्मदापुरम
नर्मदा जयंती महोत्सव कार्यक्रम में शामिल होने CM शिवराज शुक्रवार को होशंगाबाद पहुंचे थे. यहां जल मंच से CM शिवराज ने कहा कि जल्द ही नर्मदापुरम नाम का प्रस्ताव हम केंद्र सरकार को भेजेंगे. इसमें किसी प्रकार की अड़चन नहीं आएगी. CM शिवराज ने होशंगाबाद वासियों से पूछा कि शहर का नाम होशंगाबाद कहना अच्छा है कि नहीं. शहर का नाम क्या कहना चाहिए. नर्मदापुर या नर्मदापुरम. लोगों ने नर्मदापुरम की आवाज के साथ मुख्यमंत्री को शहर का नाम बदलाव का संदेश दिया. जिसके बाद CM शिवराज ने कहा कि जनता जो कहेगी वैसा ही नाम शहर का बदला जाएगा. उन्होंने कहा कि 10 साल पहले हमने संभाग का नाम नर्मदापुरम किया था. अब शहर का नाम बदला जाएगा.
होशंगाबाद का नाम होगा नर्मदापुरम- सीएम शिवराज
प्रोटेम स्पीकर ने घर में की आतिशबाजी
प्रोटेम स्पीकर रामेश्वर शर्मा लगातार होशंगाबाद का नाम बदलने की मांग कर रहे थे. ऐसे में जब CM शिवराज ने नाम बदलने का ऐलान किया तो उस पर खुशी जताते प्रोटेम स्पीकर ने अपने निवास पर आतिशबाजी की. इस दौरान प्रोटेम स्पीकर रामेश्वर शर्मा ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को धन्यवाद देते हुए कहा कि अतीत में होशंगाबाद को मां नर्मदापुरम के नाम से ही जाना जाता था, लेकिन एक लुटेरा होसंग शाह आया जिसने मठ मंदिरों को तोड़ दिया, बेटियों की इज्जत लूटी और मां नर्मदापुरम का नाम बदल दिया. लेकिन मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान जो कि जैत के बेटे हैं, उन्होंने नर्मदा परिक्रमा करने वाले, साधु-संतों की मांग और नर्मदा वासियों की मांग को पूरा करते हुए ऐलान किया है कि अब नर्मदापुरम के नाम से होशंगाबाद को जाना जाएगा.
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अपना नाम बदल लें दिग्विजय-राहुल
CM शिवराज सिंह चौहान ने होशंगाबाद जिले का नाम नर्मदापुरम करने की घोषणा की. इस घोषणा पर पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने सरकार के कामकाज पर सवाल उठाए. दिग्विजय सिंह ने कहा कि नाम बदलने से कुछ नहीं होगा. काम में बदलाव करना चाहिए. दिग्विजय सिंह के इस बयान पर पलटवार करते हुए रामेश्वर शर्मा ने कहा कि अगर दिग्विजय सिंह को लगता है कि नाम बदलने से कुछ नहीं होता है तो वे अपना नाम मोहम्मद याकूब या कुछ और रख लें या मेनन रख लें. राहुल अंकल का नाम इमाम रख लो या कुछ और रख लो तो पता चल जाएगा कि नाम में क्या रखा है.
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नाम में सत्यता होती है. अतीत का गौरव होता है. नाम में वो संस्कार होता है, जिसके आधार पर कुल और खानदान की पहचान पहचानी जाती है. नाम से पूर्वजों के बारे में पता चलता है. नाम में बहुत कुछ होता है. मेरे भारत का कुल और खानदान त्याग का बै, तपस्या का है, संघर्ष का है. आपके पूर्वजों ने सोचा होगा मेरा बेटा दिग्विजय बनेगा. उन्हें नहीं मालूम था कि मेरा बेटा हिंदू के यहां पैदा होगा और मुस्लमान की टोपी लगाकर नमाज पढ़ेगा. इसलिए हम जहां पैदा हुए हैं, नमाज से ऐतराज नहीं, लेकिन हम हमारे धर्म को हानि पहुंचाने वालों को कभी भी बिरयानि नहीं खिला सकते. हम नर्मदा का अपमान करने वालों को माला नहीं पहना सकते. हम राम का अपमान करने वालों की पूजा नहीं कर सकते. इसलिए दिग्विजय जी आप अपना नाम बदलकर देखो.