भोपाल। मध्यप्रदेश में पर्यटकों की संख्या बढ़ाने और रोजगार पैदा करने के प्रयास किए जा रहे हैं. पर्यटन विभाग मध्यप्रदेश को मैरिज डेस्टिनेशन के रूप में डेवलप करने की दिशा में कदम बढ़ा रहा है. इसके लिए पर्यटन विभाग मध्यप्रदेश के हेरिटेज साइट्स को विकसित करने की योजना बना रहा है. दूसरे राज्यों के मुकाबले मध्यप्रदेश में इस दिशा में अब तक कोई भी काम नहीं हुआ है.
पर्यटन विकास मंत्री हनी सिंह बघेल के मुताबिक मध्यप्रदेश में दूसरे राज्यों के मुकाबले कहीं ज्यादा प्राकृतिक संसाधन मौजूद हैं. इसलिए अब विभाग अलग-अलग सेगमेंट तैयार कर रहा है.
दरअसल, शादियों को भव्य बनाने अलग- अलग डेस्टिनेशन पर शादी समारोह आयोजित किए जाने लगे हैं. आमतौर पर इसके लिए राजस्थान में ऐसी कई साइट डेपलप की गई हैं. मध्य प्रदेश सरकार भी इस दिशा में कदम आगे बढ़ा रही है. इसके लिए ऐसी साइट्स का चयन किया जा रहा है, जहां रोड और एयर कनेक्टिविटी आसान हो. साथ ही दूसरी सुविधाएं भी मौजूद हों. पर्यटन विभाग ऐसी साइट्स को मैरिज डेस्टिनेशन के रूप में विकसित किया जाएगा.
खजुराहो में एयर कनेक्टिविटी बढ़ाने की तैयारी
पर्यटन विभाग खजुराहो में सुविधाओं को और बेहतर एवं बढ़ाने की तैयारी कर रहा है. केंद्र सरकार ने खजुराहो को आईकॉनिक डेस्टिनेशन के रूप में शामिल किया है. इसको देखते हुए प्रदेश सरकार ने केंद्र सरकार से खजुराहो में एयर कनेक्टिविटी को और बढ़ाने के लिए अनुरोध किया है. इसके अलावा खजुराहो में ट्रेनों की संख्या और बढ़ाने की कोशिश की जा रही है. फिलहाल भोपाल से खजुराहो के लिए दो ट्रेन चल रही हैं.
मध्यप्रदेश में 99 फीसदी पर्यटक घरेलू
मध्यप्रदेश में आने वाले पर्यटकों में अधिकतर घरेलू ही होते हैं. खासतौर से हिंदी भाषी राज्यों उत्तर प्रदेश, महाराष्ट्र, गुजरात, राजस्थान जैसे राज्यों से ही 99 फीसदी पर्यटक मध्य प्रदेश घूमने आते हैं. विदेशी पर्यटकों की संख्या महज 1 फीसदी ही होती है. इन तथ्यों को देखते हुए पर्यटन विभाग अब प्रदेश के पर्यटन स्थलों की नए सिरे से मार्केटिंग करने की तैयारी कर रही है.
पर्यटकों को लुभाने तैयार की जा रही पॉलिसी
पर्यटन मंत्री हनी सिंह बघेल के मुताबिक मध्यप्रदेश में समुद्र और बर्फ को छोड़कर वह सभी कुछ है, जो दूसरे राज्यों में उपलब्ध है. इसलिए अब पर्यटन स्थलों के अलग- अलग सेगमेंट तैयार कर पर्यटकों को लुभाने मार्केटिंग पॉलिसी तैयार की जा रही है. डॉमेस्टिक टूर ऑपरेटर्स के साथ मिलकर इस दिशा में काम किया जा रहा है.