भोपाल। मध्य प्रदेश के कुनो पालपुर राष्ट्रीय उद्यान (केएनपी) में अफ्रीकन चीतों के आगमन का इंतजार है. वहीं, चीतों के लिए बने विशेष बाड़े में तेंदुए घुसपैठ कर रहे हैं. पिछले महीने कुछ तेंदुओं ने इन विशेष बाड़े में घुसपैठ कर ली थी. श्योपुर के संभागीय वन अधिकारी प्रकाश वर्मा ने बताया कि उनमें से दो को पहले भगा दिया गया था और एक को पिछले सप्ताह पकड़ लिया गया. चौथा सोमवार को घने इलाके से फरार हो गया. वनकर्मियों ने कड़ी गश्त शुरू कर दी है.
अभी अफ्रीकन चीतों के आने के डेट तय नहीं : चीतों के दक्षिण अफ्रीका और नामीबिया से केएनपी में महत्वाकांक्षी परियोजना के हिस्से के रूप में आने की उम्मीद है. हालांकि उनके आगमन की सटीक तिथि तय नहीं है. बता दें कि 1952 में अफ्रीकन चीता भारत में विलुप्त हो गए थे. श्योपुर के संभागीय वन अधिकारी ने कहा कि निगरानी के उद्देश्य से बाड़े में और उसके बाहर आठ पिंजरे और 100 से अधिक ट्रैप कैमरे लगाए गए थे. प्रशिक्षित हाथी और ड्रमर भी किए गए हैं. एक वन सूत्र ने कहा कि यह सुनिश्चित करने के लिए तैनात किया गया है कि चीतों के आने से पहले तेंदुए बाड़े से बाहर निकल जाएं. वर्मा ने कहा कि चीतों के लिए बाड़े में पर्याप्त शिकार उपलब्ध हैं. लोक निर्माण विभाग द्वारा केएनपी में दो हेलीपैड तैयार करने के साथ युद्धस्तर पर तैयारी चल रही है.
पहले चीतों का हेल्थ परीक्षण होगा : अफ्रीकी महाद्वीप से मध्य प्रदेश पहुंचने के लिए लंबी यात्रा के कारण चीतों को नए आवास और पर्यावरण के अनुकूल होने के लिए समय की आवश्यकता होगी. इस महीने की शुरुआत में नामीबिया में भारतीय उच्चायुक्त ने सूचित किया था कि नामीबिया में चीता संरक्षण कोष (सीसीएफ) के अंतरराष्ट्रीय विशेषज्ञों की एक टीम द्वारा पहली स्वास्थ्य जांच की गई. जबकि भारत ने चीतों के आयात के लिए नामीबिया सरकार के साथ समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए हैं. अधिकारियों ने पहले कहा था कि दक्षिण अफ्रीका में निजी गेम रिजर्व और वहां की सरकार के साथ और चीतों के लिए समझौते करने की प्रक्रिया में भी. Welcome African Cheetahs, Preparations Kuno National Park, Arrival Date not fixed, leopards removed special enclosure