भोपाल। प्रदेश में नगरीय निकाय और पंचायत चुनाव के लिए आरक्षण और परिसीमन की प्रक्रिया शुरू हो गई है. कई जिलों में नगरीय निकाय और पंचायत के वार्डों में आरक्षण की प्रक्रिया संपन्न हो गई है. इसके बाद नगरीय निकायों के वार्डों की आरक्षण की स्थिति साफ हो गई है.
चुनाव की तैयारियों में जुटी कांग्रेस
प्रदेश के सत्ताधारी दल कांग्रेस ने चुनाव की तैयारियां तेज कर दी है. जिलों और ब्लॉक के वरिष्ठ नेता आरक्षण के आधार पर चुनावी परिस्थितियों और प्रत्याशियों के चयन में जुट गए हैं. हालांकि राज्य निर्वाचन आयोग द्वारा नगरीय निकाय और पंचायत चुनाव का कार्यक्रम घोषित नहीं किया गया है, लेकिन कांग्रेस ने प्रत्याशियों के चयन की कवायद तेज कर दी है.
परिसीमन-आरक्षण प्रक्रिया शुरू
प्रदेश में कई नगरीय निकायों का कार्यकाल समाप्त हो गया है. नगरीय निकायों में शासन द्वारा प्रशासक नियुक्त किए गए हैं. दूसरी तरफ नगरीय प्रशासन विभाग ने परिसीमन और आरक्षण की प्रक्रिया भी शुरू कर दी है. जिन नगरीय निकायों का कार्यकाल समाप्त हो चुका है, वहां ज्यादातर निकायों में वार्डों का आरक्षण तय हो चुका है.
ग्राम पंचायतों में भी शुरू हुई हलचल
ऐसी ही स्थिति पंचायत चुनाव के लिए बन रही है. पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग द्वारा ग्राम पंचायतों के आरक्षण की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है. ज्यादातर वार्डों की स्थिति साफ हो चुकी है कि किस वर्ग के लिए कौन सी सीट आरक्षित हुई है. परिस्थितियों को देखते हुए कांग्रेस ने अपनी जिला और ब्लॉक ईकाईयों के माध्यम से चुनाव की तैयारियां तेज कर दी हैं. हालांकि कांग्रेस ने परिसीमन की प्रक्रिया शुरू होते ही अपने संगठन को चुनाव तैयारियों में लगा दिया था और अब आरक्षण स्पष्ट हो जाने के बाद तैयारियां तेज कर दी हैं.
शुरू हुआ बैठकों का दौर
प्रदेश कांग्रेस के संगठन महामंत्री राजीव सिंह का कहना है कि पार्टी की तो तैयारी शुरू से चल रही है, हमारे जिला, ब्लॉक और मंडल सेक्टर के अध्यक्षों को लगातार निर्देश दिए जा रहे हैं कि किस तरह से काम करना है, क्योंकि जो वार्ड बनता है, चाहे वह पंचायत का हो, नगर निगम, नगर पालिका और नगर पंचायत का हो, इन वार्डों के लोगों के बीच में जाकर वरिष्ठ लोग बैठक कर रहे हैं. जो संभावित प्रत्याशी हो सकते हैं, उनके बारे में अभी से राय बनाने के निर्देश दिए गए हैं.