भोपाल। एक्सीडेंट में घायल होने के बाद दो साल तक कोमा में रहे आरक्षक चंदर सिंह यादव ने आखिरकार दम तोड़ दिया. आरक्षक की बाइक को दो साल पहले अज्ञात वाहन ने टक्कर मार दी थी. जिसकी वजह से वे कोमा में चले गए थे. अस्पताल में इलाज के बाद कुछ समय से वह घर पर ही थे, जहां गुरूवार को उनकी मौत हो गई. बैरसिया थाना पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है.
बैरसिया पुलिस के मुताबिक चंदर सिंह यादव पुलिस विभाग में आरक्षक थे और विदिशा जिले के एक थाने में पदस्थ थे. दो साल पहले 30 नवंबर 2018 की सुबह वह भोपाल जाने का कहकर घर से निकले थे. शाम करीब साढ़े सात बजे वापस लौटते समय बैजाखेड़ी के पास चंदर की बाइक को अज्ञात वाहन ने टक्कर मार दी थी. राहगीरों से सूचना मिलने के बाद परिजन मौके पर पहुंचे तो चंदर घायल अवस्था में मिले. परिजनों ने उन्हें तत्काल ही इलाज के लिए एक निजी अस्पताल पहुंचाया. बाद में लंबे समय तक दूसरे निजी अस्पताल में उनका इलाज चला. उसके बाद से घर पर ही इलाज कराया जा रहा था.
बैरसिया थाने के एसआई लालजी त्रिपाठी के मुताबिक करीब 3 दिन पहले हालत बिगड़ने पर शमशाबाद में चंदर की मौत हो गई थी. घटना स्थल बैरसिया थाना का होने के कारण मर्ग डायरी बैरसिया थाने भेजी गई. जिसके बाद बैरसिया पुलिस ने मर्ग कायम कर जांच शुरू कर दी है.