भोपाल। 15 साल तक सत्ता से बाहर रहने वाली कांग्रेस ने सरकार तो बनाई, लेकिन ज्योतिरादित्य सिंधिया की बगावत के चलते फिर सत्ता हाथ से निकल गई. प्रदेश में होने वाले 27 विधानसभा के उपचुनाव में एक बार फिर किसानों का मुद्दा गरमाया हुआ है.
किसानों की समस्याओं को लेकर आज मध्य प्रदेश किसान कांग्रेस द्वारा कृषि मंत्री कमल पटेल के बंगले के घेराव का ऐलान किया गया था. कृषि मंत्री के बंगले का घेराव करने के लिए एमपी किसान कांग्रेस के कार्यकर्ता रोशनपुरा चौराहे पर इकट्ठे हुए.
जैसे ही कार्यकर्ताओं और पदाधिकारियों ने कृषि मंत्री के बंगले की तरफ कूच करने की कोशिश की तो पुलिस ने बैरिकेडिंग कर उन्हें रोक दिया. इस दौरान कार्यकर्ताओं और पुलिस के बीच जमकर झूमा-झपटी हुई और पुलिस ने किसान कांग्रेस के कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार कर लिया.
मध्यप्रदेश किसान कांग्रेस के पदाधिकारियों और जिला अध्यक्षों की आज एक अहम बैठक प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ के निवास पर संपन्न हुई थी. इस बैठक के बाद एकजुट होकर किसान कांग्रेस के पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं ने किसानों की समस्याओं को लेकर कृषि मंत्री कमल पटेल के बंगले के घेराव का ऐलान किया था.
किसान कांग्रेस द्वारा बीजेपी सरकार से किसानों का कर्जा माफ किए जाने, प्रधानमंत्री सिंचाई योजना फिर शुरू किए जाने और हाल ही में आई आपदा से तबाह हुई किसानों की फसलों का मुआवजा जल्द से जल्द दिए जाने जैसी मांगों को लेकर प्रदर्शन किया था.
इस मौके पर किसान कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष दिनेश गुर्जर ने कहा कि बीजेपी किसानों की आवाज को दबा रही है. ये दमनकारी नीति है,आने वाले उपचुनाव में किसान बीजेपी को सबक सिखाएंगे.