ETV Bharat / state

Ken Betwa Link Project: PM मोदी के जन्मदिन पर फिर मिल सकती है MP को बड़ी सौगात, केन-बेतवा लिंक परियोजना का हो सकता है शिलान्यास - पीएम जन्मदिन पर एमपी को सौगात दे सकते हैं

मध्य प्रदेश के बुंदेलखंड क्षेत्र को बड़ी सौगात मिल सकती है. माना जा रहा है कि पीएम मोदी अपने 73 वें जन्मदिन पर केन-बेतवा लिंक परियोजना का शिलान्यास कर सकते हैं.

Ken Betwa Link Project
पीएम मोदी
author img

By

Published : Aug 16, 2023, 10:08 PM IST

भोपाल। विधानसभा चुनाव के पहले केन्द्र सरकार बुंदेलखंड क्षेत्र को एक और बड़ी सौगात दे सकते हैं. पिछले करीब 18 सालों से अटके केन-बेतवा लिंक परियोजना का जल्द ही शिलान्यास की तैयारियां की जा रही है. माना जा रहा है कि प्रधानमंत्री मोदी अपने आने वाले जन्मदिन पर इस बहुप्रतीक्षित परियोजना का भूमिपूजन कर सकते हैं. अभी हाल ही में प्रधानमंत्री मोदी रविदास मंदिर के भूमिपूजन कार्यक्रम में हिस्सा लेने सागर आए थे. पिछले पांच माह में पीएम मोदी की यह पांचवी मध्य प्रदेश यात्रा थी. इस परियोजना को बुंदेलखंड क्षेत्र के लिए बेहद फायदेमंद माना जा रहा है. केन नदी से बेतवा को लिंक करने से 10 जिलों के 2040 गावों को फायदा मिलेगा. बीजेपी इसे चुनाव में भी भुनाने की कोशिश करेगी.

2005 में हुई थी इसकी शुरूआत: पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के नदी जोड़ो अभियान के तहत इस प्रोजेक्ट की शुरूआत हुई थी. 2005 में प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह के समय इस प्रोजेक्ट मध्यप्रदेश और उत्तर प्रदेश के बीच अनुबंध हुआ. उस वक्त मध्यप्रदेश के तत्कालीन मुख्यमंत्री बाबूलाल गौर और उत्तर प्रदेश के तत्कालीन मुख्यमंत्री मुलायम सिंह यादव ने एमओयू साइन किया था. हालांकि बाद में दोनों राज्यों के बीच पानी के बंटवारे को लेकर सहमति नहीं बन सकी और मामला ठंडे बस्ते में चला गया था. बाद में 22 मार्च 2021 को पीएम मोदी की मौजूदगी में इस प्रोजेक्ट को लेकर मध्यप्रदेश और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्रियों के बीच एमओयू साइन हुए और इसके बाद प्रोजेक्ट में गति मिली.

पिछले दिनों प्रोजेक्ट के लिए टेंडर हुए जारी: पन्ना जिले की केन नदी पर बनने वाली केन-बेतवा लिंक परियोजना से 10 जिलों के 2040 गांवों के लेगों को लाभ मिलेगा. इससे 8 लाख 11 हजार हेक्टेयर भूमि में सिंचाई होगी. 44 हजार 605 करोड़ की इस महत्वाकांक्षी परियोजना को केन्द्रीय मंत्रिपरिषद द्वारा स्वीकृति दी जा चुकी है. पिछले दिनों राष्ट्रीय जल विकास अभिकरण ने इसके टेंडर भी जारी कर दिए हैं. यह टेंडर 10 अक्टूबर तक बुलाए गए हैं. परियोजना के लिए डीपीआर तैयार हो गई है. परियोजना को पूरा करने की समय सीमा 72 माह रखी गई है, इसमें बांध और नहरों के निर्माण का काम एक साथ किया जाएगा. मध्य प्रदेश के जल संसाधन मंत्री तुलसी सिलावट के मुताबिक बुंदेलखंड में पानी की कमी दूर करने के लिए सरकार पूरी मुस्तैदी से काम कर रही है, उम्मीद है जल्दी ही इसका शिलान्यास किया जाएगा.

यहां पढ़ें...

टाइगर रिजर्व में बनेगा बांध: जल संसाधन विभाग के सीई जीपी सोनी ने बताया कि केन-बेतवा लिंक परियोजना पर बांध के लिए टेंडर बुलाए जा चुके हैं. यह पहला मौका होगा, जब किसी टाइगर रिजर्व के बीच में बांध का काम होगा. इसको देखते हुए यहां सिर्फ दिन में ही काम किया जाएगा. यहां बनने वाले बांध की ऊंचाई 77 मीटर होगी. दोनों नदियों को जोड़ने के लिए 220.624 किलोमीटर लंबी केन-बेतवा लिंग नहर बनाई जाएगी. इसमें दो किलोमीटर लंबी सुंरग भी होगी.

  1. केन-बेतवा लिंक परियोजना में कुल 8 लाख 11 हजार हेक्टेयर भूमि होगी सिंचित
  2. केन-बेसिन से मध्यप्रदेश में 4.47 लाख हेक्टेयर भूमि सिंचित होगी
  3. बेतवा बेसिन से मध्यप्रदेश में 2.06 लाख हेक्टेयर भूमि की सिंचाई होगी
  4. प्रोजेक्ट में मध्यप्रदेश की 72 लाख हेक्टेयर भूमि जाएगी
  5. इस प्रोजेक्ट से 41 लाख आबादी वाले बुंदेलखंड में पेयजल उपलब्ध होगा
  6. इस प्रोजेक्ट में 90 फीसदी अंश केन्द्र सरकार, जबकि 5-5 फीसदी हिस्सेदारी मध्य प्रदेश और उत्तर प्रदेश की होगी
  7. 2005 में पहली बार हुआ था एमओयू साइन

भोपाल। विधानसभा चुनाव के पहले केन्द्र सरकार बुंदेलखंड क्षेत्र को एक और बड़ी सौगात दे सकते हैं. पिछले करीब 18 सालों से अटके केन-बेतवा लिंक परियोजना का जल्द ही शिलान्यास की तैयारियां की जा रही है. माना जा रहा है कि प्रधानमंत्री मोदी अपने आने वाले जन्मदिन पर इस बहुप्रतीक्षित परियोजना का भूमिपूजन कर सकते हैं. अभी हाल ही में प्रधानमंत्री मोदी रविदास मंदिर के भूमिपूजन कार्यक्रम में हिस्सा लेने सागर आए थे. पिछले पांच माह में पीएम मोदी की यह पांचवी मध्य प्रदेश यात्रा थी. इस परियोजना को बुंदेलखंड क्षेत्र के लिए बेहद फायदेमंद माना जा रहा है. केन नदी से बेतवा को लिंक करने से 10 जिलों के 2040 गावों को फायदा मिलेगा. बीजेपी इसे चुनाव में भी भुनाने की कोशिश करेगी.

2005 में हुई थी इसकी शुरूआत: पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के नदी जोड़ो अभियान के तहत इस प्रोजेक्ट की शुरूआत हुई थी. 2005 में प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह के समय इस प्रोजेक्ट मध्यप्रदेश और उत्तर प्रदेश के बीच अनुबंध हुआ. उस वक्त मध्यप्रदेश के तत्कालीन मुख्यमंत्री बाबूलाल गौर और उत्तर प्रदेश के तत्कालीन मुख्यमंत्री मुलायम सिंह यादव ने एमओयू साइन किया था. हालांकि बाद में दोनों राज्यों के बीच पानी के बंटवारे को लेकर सहमति नहीं बन सकी और मामला ठंडे बस्ते में चला गया था. बाद में 22 मार्च 2021 को पीएम मोदी की मौजूदगी में इस प्रोजेक्ट को लेकर मध्यप्रदेश और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्रियों के बीच एमओयू साइन हुए और इसके बाद प्रोजेक्ट में गति मिली.

पिछले दिनों प्रोजेक्ट के लिए टेंडर हुए जारी: पन्ना जिले की केन नदी पर बनने वाली केन-बेतवा लिंक परियोजना से 10 जिलों के 2040 गांवों के लेगों को लाभ मिलेगा. इससे 8 लाख 11 हजार हेक्टेयर भूमि में सिंचाई होगी. 44 हजार 605 करोड़ की इस महत्वाकांक्षी परियोजना को केन्द्रीय मंत्रिपरिषद द्वारा स्वीकृति दी जा चुकी है. पिछले दिनों राष्ट्रीय जल विकास अभिकरण ने इसके टेंडर भी जारी कर दिए हैं. यह टेंडर 10 अक्टूबर तक बुलाए गए हैं. परियोजना के लिए डीपीआर तैयार हो गई है. परियोजना को पूरा करने की समय सीमा 72 माह रखी गई है, इसमें बांध और नहरों के निर्माण का काम एक साथ किया जाएगा. मध्य प्रदेश के जल संसाधन मंत्री तुलसी सिलावट के मुताबिक बुंदेलखंड में पानी की कमी दूर करने के लिए सरकार पूरी मुस्तैदी से काम कर रही है, उम्मीद है जल्दी ही इसका शिलान्यास किया जाएगा.

यहां पढ़ें...

टाइगर रिजर्व में बनेगा बांध: जल संसाधन विभाग के सीई जीपी सोनी ने बताया कि केन-बेतवा लिंक परियोजना पर बांध के लिए टेंडर बुलाए जा चुके हैं. यह पहला मौका होगा, जब किसी टाइगर रिजर्व के बीच में बांध का काम होगा. इसको देखते हुए यहां सिर्फ दिन में ही काम किया जाएगा. यहां बनने वाले बांध की ऊंचाई 77 मीटर होगी. दोनों नदियों को जोड़ने के लिए 220.624 किलोमीटर लंबी केन-बेतवा लिंग नहर बनाई जाएगी. इसमें दो किलोमीटर लंबी सुंरग भी होगी.

  1. केन-बेतवा लिंक परियोजना में कुल 8 लाख 11 हजार हेक्टेयर भूमि होगी सिंचित
  2. केन-बेसिन से मध्यप्रदेश में 4.47 लाख हेक्टेयर भूमि सिंचित होगी
  3. बेतवा बेसिन से मध्यप्रदेश में 2.06 लाख हेक्टेयर भूमि की सिंचाई होगी
  4. प्रोजेक्ट में मध्यप्रदेश की 72 लाख हेक्टेयर भूमि जाएगी
  5. इस प्रोजेक्ट से 41 लाख आबादी वाले बुंदेलखंड में पेयजल उपलब्ध होगा
  6. इस प्रोजेक्ट में 90 फीसदी अंश केन्द्र सरकार, जबकि 5-5 फीसदी हिस्सेदारी मध्य प्रदेश और उत्तर प्रदेश की होगी
  7. 2005 में पहली बार हुआ था एमओयू साइन
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.