भोपाल। भारत सरकार का पेट्रोलियम मंत्रालय मध्य प्रदेश की 25 मंडियों में पायलट प्रोजेक्ट के रूप में पेट्रोल पंप खोलने जा रहा है. मध्य प्रदेश के कृषि मंत्री कमल पटेल के सुझाव पर केंद्रीय पेट्रोलियम मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने यह फैसला किया है. दिल्ली दौरे पर गए कमलनाथ ने पेट्रोलियम मंत्री से मुलाकात कर यह सुझाव दिया था. इसके अलावा प्रदेश की मंडियों को स्मार्ट मंडी के रूप में विकसित करने का काम किया जाएगा.
कृषि मंत्री कमल पटेल दिल्ली के दौरे पर थे. जहां उन्होंने कई केंद्रीय मंत्रियों से मुलाकात की. केंद्रीय पेट्रोलियम मंत्री धर्मेंद्र प्रधान से मुलाकात में उन्होंने बताया कि प्रदेश में 259 मंडी हैं, जिसमें से 40 मंडी ए ग्रेड की मंडी है. इन मंडी में पेट्रोल पंप खोला जा सकता है, क्योंकि ज्यादातर किसान मंडी में आते हैं और अपना कामकाज निपटाने के बाद अपने गांव को लौटते हैं. तो वह मंडी में मौजूद पेट्रोल पंप से ही अपने ट्रैक्टर और दूसरे वाहनों में डीजल डलवा कर घर वापस जा सकेंगे. मध्य प्रदेश के कृषि मंत्री के सुझाव पर पेट्रोलियम मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने तत्काल पायलट प्रोजेक्ट के रूप में मध्य प्रदेश की 25 मंडियों में पेट्रोल पंप खोले जाने का आदेश दिया है.
फिलहाल राजस्थान के दौरे पर पहुंचे कृषि मंत्री कमल पटेल ने अपना वीडियो संदेश जारी करके जानकारी दी है कि 21 नवंबर को दिल्ली में पेट्रोलियम मंत्री धर्मेंद्र प्रधान से मुलाकात की थी. जिन्होंने मंडियों में पेट्रोल पंप खोलने के सुझाव पर सहमत हो गए. उन्होंने तत्काल अपनी सेक्रेटरी को निर्देशित किया है कि कृषि मंत्री कमल पटेल से विस्तार से चर्चा करें. शुरू में 25 पेट्रोल पंप पायलट प्रोजेक्ट के रूप में लिए जाएंगे और अच्छा रिस्पॉन्स मिलने पर उसको पूरे प्रदेश में फैलाया जाएगा. उन्होंने कहा कि किसान मंडी में आता है तो वहां काम निपटाने के बाद वापस जाने के लिए वहीं डीजल डलवा कर घर चला जाएगा. इसके अलावा स्मार्ट मंडी बनाने जा रहे हैं. क्योंकि मंडी अब शहर के अंदर पहुंच गई है, वहां पर खाद बीज और दवाई किसानों को मिलेगी.