भोपाल। पेट्रोल और डीजल (Petrol Diesel rate) की कीमतों में केंद्र सरकार और प्रदेश की भाजपा सरकार द्वारा टैक्स में कमी किए जाने के बाद भी इनको लेकर सियासत जारी है. भाजपा नेताओं द्वारा कांग्रेस शासित राज्यों में पेट्रोल और डीजल की कीमतें (Petrol diesel rate in congress ruled states) कम किए जाने के बयानों पर कांग्रेस ने भाजपा सरकार को घेरते हुए कहा कि कांग्रेस शासित राज्यों पंजाब और छत्तीसगढ़ में अभी भी मप्र से कम रेट पर पेट्रोल और डीजल मिल रहा है. इनकी बढ़ी कीमतों के लिए केंद्र की एक्साइज ड्यूटी (Excise Duty on petrol) जिम्मेदार है.
कांग्रेस शासित राज्यों के बराबर लाए रेट
मध्य प्रदेश कांग्रेस के मीडिया उपाध्यक्ष भूपेंद्र गुप्ता ने भाजपा सरकार के उस बयान की निंदा की है, जिसमें उन्होंने कांग्रेस शासित प्रदेशों में वैट को लेकर कांग्रेस पार्टी के निर्णय की आलोचना की थी. जबकि पूरा भारत जानता है कि पेट्रोल और डीजल की बढ़ी हुई कीमतों के लिए केंद्र सरकार द्वारा लगायी गई एक्साइज ड्यूटी ही जिम्मेवार है. गुप्ता ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह से मांग की है कि पेट्रोल-डीजल की तुलना करने के लिए कांग्रेस शासित सरकारों से अगर वे बराबरी ही करना चाहते हैं, तो पहले उन राज्यों में पेट्रोल-डीजल की दरों से बराबरी करें.
पंजाब और छग में अभी भी मप्र से कम हैं रेट
गुप्ता ने कहा कि पंजाब में 96 रुपये प्रति लीटर पेट्रोल और 84 रुपये प्रति लीटर डीजल है. इसी तरह छत्तीसगढ़ में 101 रुपये प्रति लीटर पेट्रोल है, तो फिर सीएम शिवराज सिंह चौहान मध्यप्रदेश में 107 रुपये में पेट्रोल देकर डींगें न मारें. गुप्ता ने मांग की है कि सीएम शिवराज पंजाब न सही छत्तीसगढ़ की दरों पर ही मध्यप्रदेश में पेट्रोल की कीमतें कर दें. इसके बाद कांग्रेस शासित सरकारों और कांग्रेस पार्टी पर कमेंट करें.
गुप्ता का कहना है कि सभी जानते हैं देश में भारतीय जनता पार्टी शासित राज्यों ने ही तेल पर मुनाफाखोरी का युग शुरू किया था. मध्यप्रदेश में तो वैट के अलावा प्रति लीटर स्थाई टैक्स और सैस मिलाकर तीन-तीन टैक्स लगते हैं फिर अपने मुंह मियां मिट्ठू न बने सरकार.