ETV Bharat / state

बुरे फंसे दिग्विजय, विवादित बयान को लेकर NCPCR के नोटिस के बाद आज शिशु मंदिर के लोग कराएंगे FIR

कांग्रेस के वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह (Digvijay Singh) द्वारा सरस्वती शिशु मंदिर (स्कूल) पर दिए गए मामले पर विवाद बढ़ता ही जा रहा है. दिग्विजय के बयान पर सरस्वती शिशु मंदिर के लोग राजधानी के जहांगीराबाद थाने में एफआईआर दर्ज कराने जा रहे हैं

(Digvijay Singh
दिग्विजय सिंह
author img

By

Published : Sep 28, 2021, 11:26 AM IST

Updated : Sep 28, 2021, 1:16 PM IST

भोपाल। पूर्व मुख्यमंत्री और राज्यसभा सांसद दिग्विजय सिंह (Digvijay Singh) द्वारा सरस्वती शिशु मंदिर (स्कूल) पर दिए गए मामले पर विवाद बढ़ता ही जा रहा है. दिग्विजय के बयान पर सरस्वती शिशु मंदिर के लोग राजधानी के जहांगीराबाद थाने में एफआईआर दर्ज कराने जा रहे हैं. इससे पहले राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग (NCPCR) ने पूर्व सीएम के खिलाफ कार्रवाई के लिए प्रदेश के डीजीपी को खत लिखा है.

  • दिग्विजय सिंह कब क्या बोल दें कहा नहीं जा सकता। उनके विवादित बयान बहुत ज़्यादा रहते हैं। ऐसे बयान देकर वे खुद को चर्चित करने का प्रयास करते हैं। DGP जो निर्णय लेंगे वो किया जाएगा: सरस्वती शिशु मंदिर के स्कूलों पर कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह के बयान पर केंद्रीय मंत्री कौशल किशोर pic.twitter.com/5sO1OqAwFo

    — ANI_HindiNews (@AHindinews) September 28, 2021 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data=" ">


एनसीपीसीआर ने तीन दिन में मांगा जवाब
दरअसल, सांसद सिंह ने सरस्वती शिशु मंदिर में पढ़ने वाले छात्रों को लेकर विवादित टिप्पणी की थी. इसी को लेकर एनसीपीसीआर ने अब उनसे जवाब मांगा है. NCPCR के अध्यक्ष प्रियंक कानूनगो का कहना है कि, 'हमने दिग्विजय सिंह को भी एक पत्र भेजकर कहा है कि अपने बयान के समर्थन में अगर कुछ तथ्य रखना चाहें तो रखें. हमने उन्हें 3 दिन का समय दिया है.' राज्य के डीजीपी को लिखी गयी चिट्ठी में कहा गया है कि दिग्विजय सिंह का बयान आईपीसी और जूविनाइल जस्टिस एक्ट के नियमों का उल्लंघन करता है. ऐसे में उनके बयान की जांच होनी चाहिए.

आखिर क्या कह दिया दिग्विजय ने
यह बयान दिग्विजय सिंह ने भोपाल के नीलम पार्क में आयोजित संयुक्त विपक्ष के धरने में दिया है. दिग्विजय सिंह ने कहा कि "ये वो लोग है, जिनसे हम लड़ाई लड़ रहे हैं, जो बचपन से सरस्वती शिशु मंदिर से लोगों के दिल और दिमाग में दूसरे धर्मों के खिलाफ नफरत का बीज बोते हैं और वही नफरत का बीज धीरे-धीरे आगे बढ़कर देश में सांप्रदायिक सद्भाव को बिगाड़ता है."सावरकर और धारा 370 पर बोलते हुए दिग्विजय ने कहा कि "अंग्रेजों ने सावरकर के जरिए लोगों के मन में नफरत पैदा करने का काम किया, उसके पहले देश में सांप्रदायिक सद्भाव रहता था. आजादी की लड़ाई में ना तो हिंदू महासभा ने, ना ही संघ ने और न ही मुस्लिम लीग ने भाग लिया. लोग यह सोचते हैं की श्यामा प्रसाद मुखर्जी धारा 370 लगाने के पक्षधर नहीं थे लेकिन जब कश्मीर में धारा 370 लगाने का प्रस्ताव पास हुआ तो उस दौरान श्यामा प्रसाद मुखर्जी भी कैबिनेट मंत्री के तौर पर शामिल थे."

दिग्विजय का वो बयान जिसके बाद मच गया बवाल

"हिंदू धर्म का उपयोग कर रहा RSS"
आरएसएस के बारे में बोलते हुए दिग्विजय सिंह ने कहा कि "आर एस एस का हिंदुत्व सनातन को प्रदर्शित नहीं करता है. यह लोग धर्म का उपयोग करते हैं. आरएसएस की विचारधारा वह है, जिसने गांधी की हत्या की थी. बीजेपी वाले कहते हैं कि 70 साल में कुछ नहीं हुआ, लेकिन वह यह भूल जाते हैं कि यदि संविधान नहीं बना होता, तो आज नरेंद्र मोदी भी पीएम नहीं बन पाते. जो लोग हर चीज के लिए पंडित नेहरू को दोषी ठहराते हैं. हमें ऐसे लोगों के खिलाफ लड़ना है."

नया विवाद! मध्यप्रदेश में सरस्वती शिशु मंदिर पर आमने-सामने बीजेपी-कांग्रेस

दिग्विजय को लेकर ये क्या कह दिया केंद्रीय मंत्री
सरस्वती शिशु मंदिर के स्कूलों पर कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह के बयान पर केंद्रीय मंत्री कौशल किशोर का कहना है कि दिग्विजय सिंह कब क्या बोल दें कहा नहीं जा सकता. उनके विवादित बयान बहुत ज्यादा रहते हैं. ऐसे बयान देकर वे खुद को चर्चित करने का प्रयास करते हैं. DGP जो निर्णय लेंगे वो किया जाएगा.

दिग्विजय के विवादित बयान सारंग का पलटवार

दिग्विजय के बयान पर बीजेपी ने कहा
चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास सारंग ने कहा कि दिग्विजय सिंह के संस्कार ऐसे ही हैं, इसलिए दिग्विजय सिंह को एक बार सरस्वती शिशु मंदिर में पढ़ाई करनी चाहिए, ताकि उन्हें पता चले कि कैसी होती है शिक्षा. दिग्विजय सिंह की राजनीति विध्वंस और विद्वेष करने वाली है. अपनी राजनीतिक हैसियत ढूंढ़ने के लिए दिग्विजय सिंह ऐसे बयान देते रहते हैं. सारंग महा वैक्सीनेशन अभियान के तहत नवीन स्कूल में बने सेंटर का निरीक्षण करने पहुंचे थे. इस दौरान उन्होंने ये बातें कही.

भोपाल। पूर्व मुख्यमंत्री और राज्यसभा सांसद दिग्विजय सिंह (Digvijay Singh) द्वारा सरस्वती शिशु मंदिर (स्कूल) पर दिए गए मामले पर विवाद बढ़ता ही जा रहा है. दिग्विजय के बयान पर सरस्वती शिशु मंदिर के लोग राजधानी के जहांगीराबाद थाने में एफआईआर दर्ज कराने जा रहे हैं. इससे पहले राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग (NCPCR) ने पूर्व सीएम के खिलाफ कार्रवाई के लिए प्रदेश के डीजीपी को खत लिखा है.

  • दिग्विजय सिंह कब क्या बोल दें कहा नहीं जा सकता। उनके विवादित बयान बहुत ज़्यादा रहते हैं। ऐसे बयान देकर वे खुद को चर्चित करने का प्रयास करते हैं। DGP जो निर्णय लेंगे वो किया जाएगा: सरस्वती शिशु मंदिर के स्कूलों पर कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह के बयान पर केंद्रीय मंत्री कौशल किशोर pic.twitter.com/5sO1OqAwFo

    — ANI_HindiNews (@AHindinews) September 28, 2021 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data=" ">


एनसीपीसीआर ने तीन दिन में मांगा जवाब
दरअसल, सांसद सिंह ने सरस्वती शिशु मंदिर में पढ़ने वाले छात्रों को लेकर विवादित टिप्पणी की थी. इसी को लेकर एनसीपीसीआर ने अब उनसे जवाब मांगा है. NCPCR के अध्यक्ष प्रियंक कानूनगो का कहना है कि, 'हमने दिग्विजय सिंह को भी एक पत्र भेजकर कहा है कि अपने बयान के समर्थन में अगर कुछ तथ्य रखना चाहें तो रखें. हमने उन्हें 3 दिन का समय दिया है.' राज्य के डीजीपी को लिखी गयी चिट्ठी में कहा गया है कि दिग्विजय सिंह का बयान आईपीसी और जूविनाइल जस्टिस एक्ट के नियमों का उल्लंघन करता है. ऐसे में उनके बयान की जांच होनी चाहिए.

आखिर क्या कह दिया दिग्विजय ने
यह बयान दिग्विजय सिंह ने भोपाल के नीलम पार्क में आयोजित संयुक्त विपक्ष के धरने में दिया है. दिग्विजय सिंह ने कहा कि "ये वो लोग है, जिनसे हम लड़ाई लड़ रहे हैं, जो बचपन से सरस्वती शिशु मंदिर से लोगों के दिल और दिमाग में दूसरे धर्मों के खिलाफ नफरत का बीज बोते हैं और वही नफरत का बीज धीरे-धीरे आगे बढ़कर देश में सांप्रदायिक सद्भाव को बिगाड़ता है."सावरकर और धारा 370 पर बोलते हुए दिग्विजय ने कहा कि "अंग्रेजों ने सावरकर के जरिए लोगों के मन में नफरत पैदा करने का काम किया, उसके पहले देश में सांप्रदायिक सद्भाव रहता था. आजादी की लड़ाई में ना तो हिंदू महासभा ने, ना ही संघ ने और न ही मुस्लिम लीग ने भाग लिया. लोग यह सोचते हैं की श्यामा प्रसाद मुखर्जी धारा 370 लगाने के पक्षधर नहीं थे लेकिन जब कश्मीर में धारा 370 लगाने का प्रस्ताव पास हुआ तो उस दौरान श्यामा प्रसाद मुखर्जी भी कैबिनेट मंत्री के तौर पर शामिल थे."

दिग्विजय का वो बयान जिसके बाद मच गया बवाल

"हिंदू धर्म का उपयोग कर रहा RSS"
आरएसएस के बारे में बोलते हुए दिग्विजय सिंह ने कहा कि "आर एस एस का हिंदुत्व सनातन को प्रदर्शित नहीं करता है. यह लोग धर्म का उपयोग करते हैं. आरएसएस की विचारधारा वह है, जिसने गांधी की हत्या की थी. बीजेपी वाले कहते हैं कि 70 साल में कुछ नहीं हुआ, लेकिन वह यह भूल जाते हैं कि यदि संविधान नहीं बना होता, तो आज नरेंद्र मोदी भी पीएम नहीं बन पाते. जो लोग हर चीज के लिए पंडित नेहरू को दोषी ठहराते हैं. हमें ऐसे लोगों के खिलाफ लड़ना है."

नया विवाद! मध्यप्रदेश में सरस्वती शिशु मंदिर पर आमने-सामने बीजेपी-कांग्रेस

दिग्विजय को लेकर ये क्या कह दिया केंद्रीय मंत्री
सरस्वती शिशु मंदिर के स्कूलों पर कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह के बयान पर केंद्रीय मंत्री कौशल किशोर का कहना है कि दिग्विजय सिंह कब क्या बोल दें कहा नहीं जा सकता. उनके विवादित बयान बहुत ज्यादा रहते हैं. ऐसे बयान देकर वे खुद को चर्चित करने का प्रयास करते हैं. DGP जो निर्णय लेंगे वो किया जाएगा.

दिग्विजय के विवादित बयान सारंग का पलटवार

दिग्विजय के बयान पर बीजेपी ने कहा
चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास सारंग ने कहा कि दिग्विजय सिंह के संस्कार ऐसे ही हैं, इसलिए दिग्विजय सिंह को एक बार सरस्वती शिशु मंदिर में पढ़ाई करनी चाहिए, ताकि उन्हें पता चले कि कैसी होती है शिक्षा. दिग्विजय सिंह की राजनीति विध्वंस और विद्वेष करने वाली है. अपनी राजनीतिक हैसियत ढूंढ़ने के लिए दिग्विजय सिंह ऐसे बयान देते रहते हैं. सारंग महा वैक्सीनेशन अभियान के तहत नवीन स्कूल में बने सेंटर का निरीक्षण करने पहुंचे थे. इस दौरान उन्होंने ये बातें कही.
Last Updated : Sep 28, 2021, 1:16 PM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.