भोपाल। मंत्रिमंडल विस्तार के बाद विभाग बंटवारे में हो रही देरी पर सरकार विपक्ष के निशाने पर है. पूर्व मंत्री पीसी शर्मा ने कहा कि हिंदुस्तान में पहली बार विधायक नहीं होने पर भी 14 लोगों को मंत्री बनाया गया है, ऊपर से 6 दिन से विभाग बंटवारे की मशक्कत चल रही है. बीजेपी के फैसलों पर बार-बार केंद्रीय नेतृत्व को हस्तक्षेप करना पड़ा रहा है. विभाग को लेकर क्लीयरेंस नहीं मिल रहा है. शिवराज सिंह चौहान केंद्र के निर्देश का इंतजार कर रहे हैं.
शर्मा ने कहा कि बीजेपी तीन गुटों में बंटी है, महाराज, शिवराज और नाराज, पहली बार मुख्यमंत्री की बॉडी लैंग्वेज इतनी कमजोर और मजबूर स्थिति में दिख रही है, भाजपा सौदेबाजी वाली सरकार है. कांग्रेस सरकार को जनता ने चुना था, भाजपा ने खरीद-फरोख्त कर सरकार बना कर जनता को धोखा दिया है. शर्मा ने आरोप लगाया कि कोविड-19 को संभालने में बीजेपी पूरी तरह असफल रही है. 15 महीने बनाम 15 साल का मुकाबला हुआ है. जनता कांग्रेस को ही वोट करेगी. उपचुनाव में सभी सीटें कांग्रेस जीतेगी. बदनावर की सभा देखकर अंदाजा लगा लीजिए, किसकी सभा में कितना दम है.
बीते दिन कमलनाथ ने बदनावर से शुरू किया था चुनाव प्रचार
मंगलवार को चुनाव प्रचार का बिगुल फूंकने बदनावर पहुंचे पूर्व सीएम कमलनाथ ने मंच से बीजेपी और शिवराज सिंह पर तंज कसा था. कमलनाथ ने शिवराज सिंह को सौदेबाज बताते हुए कहा था कि आपने जो सौदेबाजी की राजनीति की है, वो बहुत महंगी पड़ेगी, जबकि सिंधिया पर तंज कसते हुए कहा था कि जिन्होंने मध्यप्रदेश के भले से सौदा किया है, उनको ये राजनीति मंहगी पड़ेगी.
प्रदेश की 24 सीटों पर होना है उपचुनाव
प्रदेश की 24 सीटों पर उपचुनाव होना है, जिसके लिए सियासी बिसात बिछनी शुरू हो गई है. बीजेपी जहां वर्चुअल रैली करना शुरू कर दी है तो वहीं कांग्रेस ने भी बदनावर से चुनाव प्रचार शुरू कर दिया है. चुनाव से पहले कांग्रेस में मंथन का दौर जारी है. इसकी वजह ये है कि 22 विधानसभा क्षेत्रों में उसे नए तरीके से पार्टी खड़ी करनी है.
22 विधायकों ने दिया था इस्तीफा
ये वही विधानसभा क्षेत्र हैं, जिनके विधायक इस्तीफा देने के बाद बीजेपी में शामिल हो गए हैं और प्रदेश में कमलनाथ सरकार के बाद भाजपा सरकार बन गई. 24 विधानसभा सीटों पर होने वाले उपचुनाव में 22 विधायकों के इस्तीफे से रिक्त हुई हैं, जबकि 2 सीटे विधायकों के निधन के कारण रिक्त हुई है.