भोपाल। मध्य प्रदेश में विधानसभा चुनाव के लिए बीजेपी कांग्रेस ने इस बार हाइटेक प्रचार का सहारा लिया हैं. संचार क्रांति का असर चुनाव प्रचार पर भी पड़ा है. चुनाव हाईटेक हुआ तो प्रचार के तौर-तरीके भी बदल गए. ज्यादातर राजनीतिक दल और उम्मीदवारों ने हाईटेक चुनाव प्रचार को तवज्जो दिया. सभी दलों ने तो नए तौर-तरीके से प्रचार के लिए टीम का भी गठन किया. जो पार्टी के लिए चुनावी जिम्मा संभाल रहे हैं.
इस बार विस चुनाव में आयोग ने प्रचार के दौरान बैनर, होर्डिंग्स आदि को लेकर सख्त रवैया अपनाया. तो राजनीतिक दल भी कहा पीछे रहने वाले थे. राजनीतिक दलों ने इस बार चुनाव प्रचार का दूसरा तरीका अपना लिया. जिसमें कम समय में ज्यादा लोगों तक पहुंचाने के लिए फेसबुक, व्हाट्सएप, एलईडी रथ का इस्तेमाल किया गया. निर्दलीय उम्मीदवारों ने प्राइवेट कंपनियां के साथ लाइजनिंग की. ये कंपनियां हाइटेक प्रचार का ठेका लेती हैं. अन्य पार्टियों के नेताओं ने अपने पार्टी के बड़े चेहरे के मुखौटे और उनके पहनावे का प्रचार के लिए भी इस्तेमाल किया.
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कैसे हाईटेक तरीके से पहुंचे जनता तक : आम जनता तक पहुंचने की होड़ भी देखने को मिली. इसमें रिक्शा, ठेला, ऑटो, फोर व्हीलर, मोबाइल वैन, एलइडी स्क्रीन लगाकर प्रचार किया गया. पार्टियों ने नए-नए नारे पर जोर दिया. बीजेपी ने फेसबुक और ट्विटर जैसी सोशल साइट्स पर अभियान चलाया. कांग्रेस ने भी वक्त है बदलाव का मुहीम छेड़ दिया.
मुखौटे-पहनावे के जरिए प्रचार: इस दौरान मुखौटे और पहनावे के जरिए मतदाताओं का ध्यान खींचने के लिए इनका उपयोग किया गया. इनके अलावा कार्यकर्ताओं ने सोशल मीडिया से मैसेज पहुंचाया. साथ ही सभी दलों के आइटी सेल का अलग से वॉर रुम बनाया गया. इसके जरिए पार्टी और उम्मीगवारों ने कार्यकर्ताओं तक संदेश पहुंचाया.