भोपाल। राजधानी में 5 दिनों तक चल रही शिव महापुराण कथा के अंतिम दिन पंडित प्रदीप मिश्रा ने ETVBharat से भी खास बातचीत की. पंडित प्रदीप मिश्रा ने हर सवाल का बेबाकी से जवाब दिया, तो लव जिहाद के मुद्दे पर भी उन्होंने खुलकर बात की. पंडित प्रदीप मिश्रा का कहना था कि लव जिहाद के मामले तब होंगे ही नहीं जब हमारी बेटियां परिवार से ही संस्कारवान बनेगी. उन्हें घर से ही ऐसे संस्कार दिए जाने चाहिए कि वह दूसरे धर्म की ओर अग्रसर ना हो. इसके लिए बेटियों को एक चीज और सिखाने की जरूरत है, कि जब उन्हें हम मंदिर शिव को जल चढ़ाने भेजते हैं तो केवल भगवान शिव के दर्शन करके, देखकर ना आये. वह यह भी देखे की भगवान शिव के हाथ में त्रिशूल है. देवी माता के हाथ में तलवार है और विष्णु भगवान के हाथ में चक्र है. इन शास्त्रों के बारे में भी बेटी को बताएं.
घर का संस्कार रोकेगा लव जिहाद: प्रदीप मिश्रा ने युवतियों क सेल्फ डिफेंस की भी वकालत की. उनका कहना था कि बेटियों को सेल्फ डिफेंस जरूर सिखाना चाहिए. इसके साथ में ही जिस तरह से सिख समाज की बेटियां कटार रखकर चलती हैं हिंदू बेटियों को भी कटार रखकर चलने की जरूरत है. क्राइम को सरकार नहीं रोक सकती घर के संस्कार रोक सकते हैं. सरकार केस लड़ सकती है, सजा दिला सकती है लेकिन घर के संस्कार लव जिहाद को रोक सकते हैं. धर्मांतरण के मामले पर पंडित प्रदीप मिश्रा ने कहा कि अपने घर परिवार को अच्छे से रखो, बचे हुए लोगों को पक्का और एक करो ताकि वह दूसरी जगह ना जाएं.
कृष्ण जन्मभूमि पर बोले पंडित: पंडित प्रदीप मिश्रा ने कृष्ण जन्मभूमि पर भी अपनी बात रखी. उनका कहना था कि जिस तरह से राम जन्मभूमि में खुदाई के दौरान राम जी के संपूर्ण अवशेष मिले हैं, और खुदाई के दौरान कई चीजें सामने आई हैं उसी तरह कृष्ण जन्मभूमि में भी अगर खुदाई होती है तो वहां पर भी भगवान कृष्ण के तमाम अवशेष मिलेंगे और वह स्वयं प्रकट होकर कहेंगे कि यह उनकी जन्मभूमि है.
हिंदू राष्ट्र पर बोले पंडित: पंडित प्रदीप मिश्रा ने कहा कि भारत पहले से हिन्दू राष्ट्र है, एक दूसरे के प्रति प्रेम है तो हिंदू राष्ट्र है. किसी का सुख देखकर खुश है और किसी का दुख देखकर दुखी है तो हिंदू राष्ट्र है. समर्पण सम्मान का भाव है तो हिंदू राष्ट्र है. सब बराबर हो ऐसा राम राज्य हो, सारा समाज एक जगह एकजुट होकर कार्य करें, यह राम राज्य है. प्रदीप मिश्रा ने रामराज्य की वकालत करते हुए कहा कि इस तरह राम राज्य होता था कि एक घाट पर सभी स्नान करते थे और पानी पीते थे ऐसे ही राम राज्य की स्थापना की जरूरत ही है.
हिंदू डरपोक नहीं है: पंडित प्रदीप मिश्रा का कहना है कि हिंदू डरपोक नहीं है लेकिन उसे अपने ऊपर होने वाले अत्याचारों पर आवाज उठाने की जरूरत है. केदारनाथ की घटना का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि जिस तरह से वहां पर घोड़े वाले साधुओं के साथ व्यवहार कर रहे थे और लोग देख रहे थे. ऐसे में इतने सारे लोग थे उन्हें इसका विरोध करना चाहिए था. बाबा और महाराज के ऊपर अंधविश्वास के आरोप फैलाने पर पंडित प्रदीप मिश्रा ने कहा कि हमारे ही धर्म के कुछ लोग हमारे ही धर्म गुरुओं पर आरोप लगाते हैं इसीलिए इन आरोपों को बल मिलता है जिस कारण अन्य धर्म के लोग भी उन आरोपों को उठाते हैं और लगाते हैं.
इनके साथ हैं पंडित प्रदीप: धार्मिक स्थलों पर कॉरिडोर बनने के मामले में शंकराचार्य निश्चलानंद सरस्वती के विरोध से जुड़े सवाल पर पंडित प्रदीप मिश्रा का कहना था कि वह हमारे धर्म के सबसे बड़े गुरु में शुमार हैं. उन्होंने जो कहा होगा कुछ सोचकर ही कहा होगा और उनके कहने के पीछे यह आशय था कि जब कॉरिडोर बनाया जाता है तब धर्मगुरुओं से भी इसके बारे में राय कर चर्चा की जानी चाहिए और परामर्श लिया जाना चाहिए. कथावाचक को बीजेपी के सानिध्य में कथा कराने के सवाल पर पंडित प्रदीप मिश्रा का कहना था कि जो हिंदू धर्म को आगे बढ़ाएगा हम उसके साथ हैं हम किसी पार्टी के नहीं.