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भोपाल में नवदुर्गा की धूम, राजधानी में बैठकर ही श्रद्धालु दर्शन कर सकेगें महाकाल की नगरी के

भोपाल में हर साल की तरह इस बार भी अलग-अलग नवदुर्गा के पंडालों के साथ ही अलग-अलग मंदिरों की विशेषता बताती हुई झांकियां बनाई गई है.

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Published : Sep 29, 2019, 8:55 PM IST

भोपाल में नवदुर्गा की धूम


भोपाल। नवदुर्गा की पूरे देश में धूम देखी जा सकती है राजधानी भोपाल में भी श्रद्धालुओं के बीच ज़बरदस्त उत्साह देखने को मिल रहा है. इस बार राजधानी में पिछले साल के मुकाबले ज़्यादा नव दुर्गा के पंडाल लगाए गए हैं. हर साल की तरह इस बार भी भोपाल में पंडालों के साथ अलग-अलग मंदिरों की विशेषता बताती हुई झांकियां बनाई गई है.

भोपाल में नवदुर्गा की धूम
मध्यप्रदेश में जोरदार बारिश होने से नवदुर्गा के पंडालों पर भी देखने को मिल रहा है. पंडालो को वाटरप्रूफ तैयार किया गया है. जिसके कारण पंडालों को तैयार करने में समय के साथ ही खर्च भी बढ़ गया है.

झांकियां रहेंगी आकर्षण का केन्द्र

बिट्ठल मार्केट की झांकी में तमिलनाडु का मदुरई मंदिर बनाया गया है. इसके साथ ही आयोजकों ने मंदिर में मदुरई मंदिर जैसी पूजन करने के लिए तमिलनाडु से 2 पंडितों को बुलाया हैं इस पंडाल को बनाने में करीब 30 लाख का खर्च आया है.

कोटरा की झांकी में बाबा महाकाल का मंदिर, चिंतामन गणेश, मंदिर काल भैरव मंदिर, हरसिद्धि मंदिर, नागचंद्रेश्वर मंदिर बनाया गया है. श्रद्धालु महाकाल की नगरी उज्जैन में स्थापित तमाम प्रसिद्ध मंदिरों के दर्शन कर सकते हैं.

न्यू मार्केट की झांकी में रामायण मंदिर बनाया गया है जहां पर प्रभु श्री राम के जन्म से लेकर राज अभिषेक को प्रदर्शित किया जाएगा. यहां पर जितनी भी मूर्ति स्थापित की गई हैं. वो सब इको फ्रेंडली है जिसका खर्चा 50 लाख के करीब आया है.


भोपाल। नवदुर्गा की पूरे देश में धूम देखी जा सकती है राजधानी भोपाल में भी श्रद्धालुओं के बीच ज़बरदस्त उत्साह देखने को मिल रहा है. इस बार राजधानी में पिछले साल के मुकाबले ज़्यादा नव दुर्गा के पंडाल लगाए गए हैं. हर साल की तरह इस बार भी भोपाल में पंडालों के साथ अलग-अलग मंदिरों की विशेषता बताती हुई झांकियां बनाई गई है.

भोपाल में नवदुर्गा की धूम
मध्यप्रदेश में जोरदार बारिश होने से नवदुर्गा के पंडालों पर भी देखने को मिल रहा है. पंडालो को वाटरप्रूफ तैयार किया गया है. जिसके कारण पंडालों को तैयार करने में समय के साथ ही खर्च भी बढ़ गया है.

झांकियां रहेंगी आकर्षण का केन्द्र

बिट्ठल मार्केट की झांकी में तमिलनाडु का मदुरई मंदिर बनाया गया है. इसके साथ ही आयोजकों ने मंदिर में मदुरई मंदिर जैसी पूजन करने के लिए तमिलनाडु से 2 पंडितों को बुलाया हैं इस पंडाल को बनाने में करीब 30 लाख का खर्च आया है.

कोटरा की झांकी में बाबा महाकाल का मंदिर, चिंतामन गणेश, मंदिर काल भैरव मंदिर, हरसिद्धि मंदिर, नागचंद्रेश्वर मंदिर बनाया गया है. श्रद्धालु महाकाल की नगरी उज्जैन में स्थापित तमाम प्रसिद्ध मंदिरों के दर्शन कर सकते हैं.

न्यू मार्केट की झांकी में रामायण मंदिर बनाया गया है जहां पर प्रभु श्री राम के जन्म से लेकर राज अभिषेक को प्रदर्शित किया जाएगा. यहां पर जितनी भी मूर्ति स्थापित की गई हैं. वो सब इको फ्रेंडली है जिसका खर्चा 50 लाख के करीब आया है.

Intro:नव दुर्गा की पूरे देश में धूम देखी जा सकती है राजधानी भोपाल में भी श्रद्धालुओं के बीच ज़बरदस्त उत्साह देखने को मिल रहा है... इस बार राजधानी में पिछले साल के मुकाबले 10 से 15 फ़ीसदी ज़्यादा नव दुर्गा के पंडाल लगाए गए हैं...हर साल की तरह इस बार भी भोपाल में दुर्गा को लेकर अलग-अलग नव दुर्गा के पंडालों के साथ ही अलग-अलग मंदिरों की विशेषता बताती हुई झांकियां बनाई गई है...


Body:विट्ठल मार्केट की झांकी की विशेषता

विट्ठल मार्केट की झांकी की बात की जाए तो इस बार तमिलनाडु के मदुरई मंदिर यहां बनाया गया है... जहां पर लोग मदुरई मंदिर के दर्शन कर सकते हैं...इसके साथ ही आयोजकों ने मंदिर में मदुरई मंदिर जैसी पूजन करने के लिए तमिलनाडु से 2 पंडितों को बुलाया हैं इस पंडाल को बनाने में करीब 30 लाख का खर्च आया है....

कोटरा की झांकी की खासियत

वहीं अगर कोटरा की झांकी की बात की जाए तो यहां पर श्रद्धालु उज्जैन दर्शन कर सकते हैं... जिसमें बाबा महाकाल का मंदिर चिंतामन गणेश, मंदिर काल भैरव मंदिर, हरसिद्धि मंदिर, नागचंद्रेश्वर मंदिर बनाया गया है यहां आकर राजधानी में बैठकर ही श्रद्धालु महाकाल की नगरी उज्जैन में स्थापित तमाम प्रसिद्ध मंदिरों के दर्शन भी कर सकते हैं....

न्यू मार्केट की झांकी में रामायण दर्शन

न्यू मार्केट की बात की जाए तो यहां पर बिहार का श्री रामायण मंदिर बनाया गया है जहां पर प्रभु श्री राम के जन्म से लेकर राज अभिषेक को प्रदर्शित किया जाएगा... यहां पर जितनी भी मूर्ति स्थापित की गई हैं वो सब इको फ्रेंडली है जिसका खर्चा 50 लाख के करीब आया है....




Conclusion:बारिश के कारण खर्चा बढ़ा

आपको बता दें इस बार एमपी में जोरदार बारिश देखने को मिली है.... इसका असर नवदुर्गा के पंडालों पर भी देखने को मिलेगा इस बार जितने भी पंडाल बनाए गए हैं... उसे वाटरप्रूफ तैयार किया गया है जिसके कारण पंडालों को तैयार करने में भी समय लगा है और साथ ही पंडाल बनाने में खर्च भी बढ़ गया है...

बाइट, हरिओम खटीक, संयोजक , बिट्ठल मार्केट

बाइट, अनुराग शर्मा, सचिव, कोटरा

बाइट, मोहन कुमार , कोषाध्यक्ष , न्यू मार्केट
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