भोपाल। स्मार्ट सिटी डेवलपमेंट कॉर्पोरेशन लिमिटेड अब प्रदेश में ऑक्सीजन सप्लाई की हर पल निगरानी रखेगा. इसके लिए भोपाल स्मार्ट सिटी ने ऑक्सीजन सप्लाई का ट्रैकिंग सिस्टम शुरू किया है. इसके अंतर्गत ऑक्सीजन उत्पादन स्थल से लेकर अस्पताल तक पहुंचने की पल-पल की जानकारी स्मार्ट सिटी को रहेगी. यदि सप्लाई चेन में कही दिक्कत आती है या ब्रेक होती है तो तत्काल इसकी सूचना कंट्रोल रूम को मिलेगी और समस्या का निराकरण मौके पर हो सकेगा.
देश में पहली बार ऑक्सीजन टैंकर्स की ट्रेकिंग
भोपाल स्मार्ट सिटी डेवलपमेंट कॉर्पोरेशन लिमिटेड के चेयरमेन कलेक्टर अविनाश लवानिया के मार्गदर्शन में ऑक्सीजन टैंकर्स की सप्लाई चेन की ट्रैकिंग व मॉनिटरिंग का कार्य शुरू किया गया है. यह देश में पहला ऐसा प्रयोग है जिसमे ऑक्सीजन टैंकर के गंतव्य से रवाना होने पर उसकी लगातार ट्रेकिंग की जा रही है. इस काम के लिए भोपाल स्मार्ट सिटी के बी-नेस्ट के स्टार्टअप ट्रैक ऑलवेज की मदद ली गई है.
स्मार्ट सिटी के कमांड सेंटर से निगरानी
स्मार्ट सिटी की आई.टी. टीम ने भी सिस्टम तैयार करने में अहम भूमिका निभाई हैं. ट्रैकिंग सिस्टम तैयार करने का कार्य भोपाल स्मार्ट सिटी सीईओ आदित्य सिंह के नेतृत्व में किया गया है. इससे ऑक्सीजन प्लांट से निकलने वाले टैंकरों की पल-पल की निगरानी भोपाल स्मार्ट सिटी के इंटीग्रेटेड कंट्रोल एण्ड कमाण्ड सेंटर यानी आईसीसीसी से होगी. भोपाल स्मार्ट सिटी डेवलपमेंट कॉर्पोरेशन लिमिटेड देश की पहली स्मार्ट सिटी कंपनी बन गई है जिसने आक्सीजन सप्लाई चेन की ट्रैकिंग व मॉनिटरिंग का काम शुरू किया है.
रास्ते में टैंकर रूका तो जारी होगा अलर्ट
प्लांट से अपने गंतव्य के लिए निकले ऑक्सीजन टैंकर की रूट मैपिंग की मॉनिटरिंग स्मार्ट सिटी के इंटीग्रेटेड कंट्रोल एण्ड कमाण्ड सेंटर से की जा रही है. टैंकर किसी भी स्थान पर 15 मिनट से अधिक समय के लिए रुकता है या अपने रूट से भटकता है तो इसका अलर्ट तत्काल स्मार्ट सिटी के इंटीग्रेटेड कंट्रोल एण्ड कमाण्ड सेंटर में जारी हो जाता है. यहां से जानकारी संबंधित नोडल अधिकारी को दी जाती है. इसके बाद टैंकर क्यों रूका है, इसका पता लगाया जाता है. यदि कोई समस्या है तो उसका निराकरण किया जाता है.
बोकारो से भोपाल जा रहा भरा ऑक्सीजन टैंकर सागर में पलटा
24x7 टैंकरों की मॉनिटरिंग
भोपाल सहित पूरे प्रदेश में ऑक्सीजन की सप्लाई भिलाई, बोकारों, राउरकेला, जामनगर और गुजरात के विभिन्न शहरों से होती है. इन शहरों से ऑक्सीजन लाने वाले 100 टैंकरों की नियमित रूप से मॉनिटरिंग की जा रही है. इसके लिए वाहनों में जीपीएस व अन्य उपकरण लगाए गए है. जिनके माध्यम से रियल टाईम ट्रैकिंग व अन्य जानकारियां इंटीग्रेटेड कंट्रोल एण्ड कमाण्ड सेंटर को 24x7 प्राप्त होती है.