भोपाल। 10 जुलाई को पेश होने वाले बजट से मध्यम वर्गीय परिवार को खासा उम्मीदें है. लोगों का कहना है कि इस बजट में प्रदेश सरकार को मध्यम वर्ग के बारे में सोचना चाहिए. पेट्रोल-डीजल के बढ़ती कीमत से सबसे ज्यादा मार अगर किसी को पड़ती है तो वो मिडिल क्लास के लोग है. ईटीवी भारत ने राजधानी के मध्यमवर्गीय लोगों से बजट को लेकर उनकी राय जानी.
लोगों का कहना है कि अचानक दाम बढ़ा देने से उनके घर का बजट सबसे पहले बिगड़ता है. अधिकारियों को इससे ज्यदा कोई फर्क नहीं पड़ता है. मध्यमवर्गीय परिवार, सरकारी कर्मचारी और उसकी आमदनी पर जो असर पड़ता है उससे उसका पूरे महीने का बजट बिगड़ जाता है.
लोगों का कहना है कि प्रदेश सरकार उनको उम्मीद है कि बिजली-पानी जैसे मुद्दों पर बजट सत्र में खास सौगात उन्हें मिलेगी. लोगों को सरकार से उम्मीद है कि वो बच्चों की स्कूलों की फीस कम करने की दिशा में कारगर कदम उठाए, महंगाई पर लगाम लगाए. लोगों का कहना है कि प्रदेश सरकार बजट में शिक्षा की ओर ध्यान दे. लोगों ने कहा कांग्रेस सरकार का यह पहला बजट है इससे खासा उम्मीदें हैं. केंद्र के बजट से तो निराशा ही मिली उम्मीद है प्रदेश के बजट से कुछ राहत मिलेगी.