भोपाल। मध्यप्रदेश विधानसभा में इस बार नवाचार होने जा रहा है. विधानसभा अध्यक्ष गिरीश गौतम ने बताया है कि पहली बार चुनकर पहुंचे विधायकों को भी सवाल पूछने का मौका मिलेगा. विधानसभा अध्यक्ष गिरीश गौतम ने नए विधायकों के लिए व्यवस्था की है. विधानसभा अध्यक्ष गिरीश गौतम ने बताया कि आमतौर पर नए विधायकों को सदन में सवाल पूछने का मौका नहीं मिल पाता है. इस वजह से 15 मार्च को सिर्फ नए विधायक ही सवाल पूछेंगे.
विधानसभा में पहली बार चुनकर पहुंचे हैं 91 विधायक
2018 के विधानसभा चुनाव और इसके बाद हुए उप चुनाव को मिलकर 91 विधायक पहली बार चुनकर विधानसभा पहुंचे हैं. इन विधायकोें के लिए यह पहला मौका है जब वे सत्र की कार्यवाही में हिस्सा ले रहे हैं. कोरोना संक्रमण की वजह से इसके पहले सत्र नहीं हो सके थे. विधानसभा की कार्यवाही में प्रश्नकाल और दूसरे मुददों पर आमतौर पर सीनियर विधायकों को ही अपनी बात रखने का मौका मिलता है. इसको देखते हुए विधानसभा अध्यक्ष गिरीश गौतम ने एक दिन सिर्फ नए विधायकों के लिए ही रखा है. जिसके बाद तय किया गया है कि 15 मार्च को सिर्फ नए विधायक ही सवाल पूछ सकेंगे.
प्रबोधन कार्यक्रम कराया जाए- संसदीय कार्यमंत्री
विधानसभा की कार्यवाही के दौरान संसदीय कार्यमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने आग्रह किया है कि विधायकों के लिए प्रबोधन कार्यक्रम आयोजित किया जाए, ताकि उन्हें संसदीय आचार व्यवहार की जानकारी दी जा सके. दरअसल बजट पर चर्चा के दौरान कांग्रेस के सीनियर विधायक बृजेन्द्र सिंह राठौर और संसदीय कार्यमंत्री नरोत्तम मिश्रा के बीच चर्चा चल रही थी, तभी कुछ विधायक उनके सामने से गुजरे. इस पर संसदीय कार्यमंत्री ने विधानसभा उपाध्यक्ष के समक्ष आपत्ति दर्ज कराते हुए कहा कि आमतौर पर ऐसे समय सदस्य को नीचे झुककर निकलना चाहिए. विधायकों के लिए एक प्रबोधन कार्यक्रम होना चाहिए, ताकि उन्हें संसदीय आचार व्यवहार की जानकारी दी जा सके.