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राजभवन में मनाया गया सशस्त्र सेना झंडा दिवस, राज्यपाल-सीएम कमलनाथ ने दी सहायता राशि

झंडा दिवस पर सैनिक कल्याण बोर्ड में कारगिल युद्ध में शहीद देवाशीष शर्मा की स्मृति में उनकी माता निर्मला शर्मा ने जिला सैनिक बोर्ड के सभाकक्ष में स्व-निर्मित सिरेमिक कलाकृतियों की एक प्रदर्शनी लगाई है. ये प्रदर्शनी 10 दिसम्बर तक रहेगी.

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राजभवन में मनाया गया सशस्त्र सेना झंडा दिवस
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Published : Dec 8, 2019, 7:55 AM IST

भोपाल। सशस्त्र सेना झंडा दिवस के मौके पर राजभवन में सैनिक कल्याण संघ के चेयरमैन ने राज्यपाल लालजी टंडन, सीएम कमलनाथ के साथ ही मुख्य सचिव और वरिष्ठ अधिकारियों को लैपल पिन लगाया. इस दौरान राज्यपाल और सीएम के साथ सभी अधिकारियों ने सैनिक कल्याण कोष के लिए अपनी ओर से सहायता राशि दी.

झंडा दिवस पर सैनिक कल्याण बोर्ड में कारगिल युद्ध में शहीद देवाशीष शर्मा की स्मृति में उनकी माता निर्मला शर्मा ने जिला सैनिक बोर्ड के सभाकक्ष में स्व-निर्मित सिरेमिक कलाकृतियों की प्रदर्शनी लगाई है. य ेप्रदर्शनी 10 दिसम्बर तक रहेगी. इन कलाकृतियों को आम नागरिक खरीद सकते हैं. निर्मला शर्मा पिछले कई सालों से स्व-निर्मित सिरेमिक कलाकृतियों के बिकने से मिलने वाले पैसे को सशस्त्र सेना झण्डा निधि में जमा करती आ रही हैं. भोपाल जिला सैनिक बोर्ड ने इस साल झण्डा निधि में 12 लाख 19 हजार 265 रुपये इकट्ठा किए हैं, जो लक्ष्य का 109 फीसदी हैं.

राजभवन में मनाया गया सशस्त्र सेना झंडा दिवस

गौरतलब है कि साल 1949 से सशस्त्र सेना झंडा दिवस मनाया जाना शुरू हुआ. इस दिन शहीद सैनिकों के बलिदान और पूर्व सैनिकों के नि:स्वार्थ त्याग को याद किया जाता है. नागरिकों को झंडे वितरित कर प्राप्त दान राशि का शहीद सैनिकों, पूर्व सैनिकों और उनके आश्रितों के लिए चलायी जा रही कल्याणकारी योजनाओं में उपयोग किया जाता है.

भोपाल। सशस्त्र सेना झंडा दिवस के मौके पर राजभवन में सैनिक कल्याण संघ के चेयरमैन ने राज्यपाल लालजी टंडन, सीएम कमलनाथ के साथ ही मुख्य सचिव और वरिष्ठ अधिकारियों को लैपल पिन लगाया. इस दौरान राज्यपाल और सीएम के साथ सभी अधिकारियों ने सैनिक कल्याण कोष के लिए अपनी ओर से सहायता राशि दी.

झंडा दिवस पर सैनिक कल्याण बोर्ड में कारगिल युद्ध में शहीद देवाशीष शर्मा की स्मृति में उनकी माता निर्मला शर्मा ने जिला सैनिक बोर्ड के सभाकक्ष में स्व-निर्मित सिरेमिक कलाकृतियों की प्रदर्शनी लगाई है. य ेप्रदर्शनी 10 दिसम्बर तक रहेगी. इन कलाकृतियों को आम नागरिक खरीद सकते हैं. निर्मला शर्मा पिछले कई सालों से स्व-निर्मित सिरेमिक कलाकृतियों के बिकने से मिलने वाले पैसे को सशस्त्र सेना झण्डा निधि में जमा करती आ रही हैं. भोपाल जिला सैनिक बोर्ड ने इस साल झण्डा निधि में 12 लाख 19 हजार 265 रुपये इकट्ठा किए हैं, जो लक्ष्य का 109 फीसदी हैं.

राजभवन में मनाया गया सशस्त्र सेना झंडा दिवस

गौरतलब है कि साल 1949 से सशस्त्र सेना झंडा दिवस मनाया जाना शुरू हुआ. इस दिन शहीद सैनिकों के बलिदान और पूर्व सैनिकों के नि:स्वार्थ त्याग को याद किया जाता है. नागरिकों को झंडे वितरित कर प्राप्त दान राशि का शहीद सैनिकों, पूर्व सैनिकों और उनके आश्रितों के लिए चलायी जा रही कल्याणकारी योजनाओं में उपयोग किया जाता है.

Intro:राज्यपाल ,मुख्यमंत्री और सभी आला अधिकारियों ने मनाया झंडा दिवस , किया अपनी ओर से सहयोग

भोपाल | सशस्त्र सेना झंडा दिवस के अवसर पर राजभवन में सैनिक कल्याण संघ के चेयरमैन के द्वारा राज्यपाल लालजी टंडन को लेपल पिन लगाया गया इस अवसर पर राज्यपाल ने भी सैनिक कल्याण कोष के लिए अपनी ओर से सहयोग दिया है तो वही मंत्रालय में भी मुख्यमंत्री कमलनाथ को इस अवसर पर लेपल पिन लगाया गया . मुख्यमंत्री ने भी इस अवसर पर अपनी ओर से सहयोग राशि प्रदान की है तो वहीं मंत्रालय में भी मुख्य सचिव एवं अन्य सभी वरिष्ठ अधिकारियों को भी लेपल पिन लगाई गई और सभी ने झंडा दिवस निधि के लिए अपनी ओर से सहायता राशि दी है .
इस अवसर पर सैनिक कल्याण बोर्ड में कारगिल युद्ध में शहीद देवाशीष शर्मा की स्मृति में उनकी माता निर्मला शर्मा ने जिला सैनिक बोर्ड के सभाकक्ष में स्व-निर्मित सैरेमिक कलाकृतियों की एक प्रदर्शनी लगाई है जो 10 दिसम्बर तक रहेगी . इससे मिलने वाली राशि को सशस्त्र सेना झंडा निधि में जमा किया जाएगा .

Body:मुख्य सचिव एस.आर. मोहन्ती को सशस्त्र सेना झंडा दिवस 7 दिसम्बर के अवसर पर प्रभारी संचालक सैनिक कल्याण तथा उप सचिव गृह आर.आर. भोसले द्वारा लेपल पिन लगाया गया . डॉ. भोसले ने अपर मुख्य सचिव पंचायत एवं ग्रामीण विकास मनोज श्रीवास्तव, अपर मुख्य सचिव वित्त अनुराग जैन और प्रमुख सचिव लोक निर्माण मलय श्रीवास्तव को भी लेपल पिन लगाया गया . मोहन्ती सहित सभी अधिकारियों ने झंडा दिवस निधि के लिए सहायता राशि प्रदान की. इस अवसर पर कर्नल अश्विनी कुमार भी मौजूद थे .

Conclusion:उल्लेखनीय है कि वर्ष 1949 से सशस्त्र सेना झंडा दिवस मनाया जाना शुरू हुआ. इस दिन शहीद सैनिकों के बलिदान और पूर्व सैनिकों के नि:स्वार्थ त्याग को याद किया जाता है . नागरिकों को झंडे वितरित कर प्राप्त दान राशि का शहीद सैनिकों, पूर्व सैनिकों और उनके आश्रितों के लिए चलायी जा रही कल्याणकारी योजनाओं में उपयोग किया जाता है .
सशक्त सेना झण्डा दिवस (07 दिसम्बर) का आयोजन आज जिला सैनिक बोर्ड कार्यालय में किया गया . सेवानिवृत्त सैन्य कर्मियों एवं आम नागरिकों को बोर्ड के सदस्यों ने प्रतीक ध्वज लगाया और दान राशि प्राप्त की। जिला सैनिक कल्याण अधिकारी कर्नल यशवंत के. सिंह ने विभिन्न कार्यालयों में जाकर कार्यालय प्रमुखों एवं शासकीय सेवकों को प्रतीक स्वरूप झण्डा लगाया तथा झण्डा निधि में दान राशि प्राप्त की .

उल्लेखनीय है कि ब्रिटिश साम्राज्य के समय से 07 दिसम्बर को झण्डा दिवस के रूप में मनाये जाने की परम्परा है . झण्डा निधि में एकत्रित राशि का उपयोग सैन्य कर्मिकों एवं उनके परिजनों के लिए संचालित कल्याण कार्यक्रमों में किया जाता है . झण्डा निधि में आम नागरिकों द्वारा दी गई स्वेच्छिक दान राशि का आशय अपनी सेनाओं के प्रति कृतज्ञता प्रकट कर यह दर्शाता है कि समूचा राष्ट्र उनके साथ है .

कारगिल युद्ध में 10 दिसम्बर 1994 को शहीद हुए भोपाल के सपूत शहीद केप्टन देवाशीष शर्मा की स्मृति में उनकी माता निर्मला शर्मा ने जिला सैनिक बोर्ड के सभाकक्ष में स्व-निर्मित सैरेमिक कलाकृतियों की एक प्रदर्शनी लगाई है जो 10 दिसम्बर तक रहेगी. इन कलाकृतियों को आम नागरिक खरीद सकते हैं. निर्मला शर्मा विगत कई वर्षों से स्व-निर्मित सैरेमिक कलाकृतियों के विक्रय से प्राप्त राशि सशस्त्र सेना झण्डा निधि में जमा करती आ रही हैं . भोपाल जिला सैनिक बोर्ड द्वारा इस वर्ष झण्डा निधि में रूपये 12 लाख 19 हजार 265 की राशि एकत्रित की है जो लक्ष्य का 109 प्रतिशत है तथा पिछले साल से करीब डेढ़ लाख रूपये अधिक है .
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