भोपाल। मध्यप्रदेश के नर्सिंग कॉलेज के छात्र और शिक्षक अपनी मांगों को लेकर सीएम कमलनाथ के बंगले पर उनसे मुलाकात करने पहुंचे. छात्रों का आरोप है कि बीच सेशन में उनके कॉलेजों की मान्यता रद्द कर दी गई है, जिससे 10 हजार से ज्यादा बच्चों का भविष्य खतरे में आ गया है.
बच्चों और शिक्षकों का कहना है कि नए नियम लागू ही करने थे, तो नए सेशन में किए जाने थे, बीच सेशन में इसे क्यों लागू किया गया, इससे बच्चों का भविष्य खतरे में आ गया है. नर्सिंग कॉलेजों को आदेश जारी किए गए हैं कि उन्हें आगे अपनी मान्यता जारी रखनी है, तो 100 बेड का अस्पताल भी खोलना होगा. उन्होंने कहा कि अगर आप 100 बेड का अस्पताल नहीं खोलते हैं, तो कॉलेज की मान्यता रद्द कर दी जाएगी.
साथ ही शिक्षक और छात्रों ने भी आरोप लगाए कि कुछ कॉलेजों को मान्यता फिर से रिश्वत लेकर जारी कर दी गई है. सीएम कमलनाथ ने मुलाकात का आश्वासन देते हुए जल्द समस्या को हल करने की बात कही है.