भोपाल। शहर के ईदगाह हिल्स क्षेत्र में दिल को दहलाने वाला मामला सामने आया है. जब एक मासूम बच्चे को कपड़े में लपेटकर लावारिस हालत में छोड़ दिया गया, यदि समय रहते 108 कर्मचारियों की नजर बच्चे पर नहीं पड़ती, तो एक बड़ा हादसा भी हो सकता था, क्योंकि जिस क्षेत्र में नवजात बच्चे को छोड़ा गया. उस क्षेत्र में कुत्तों का आतंक बना रहता है. लेकिन 108 कर्मचारियों की तत्परता ने आखिरकार बच्चे की जान बचा ली.
ईदगाह हिल्स स्थित 108 एंबुलेंस ऑफिस के सामने एक नवजात बच्चे को कपड़े में लपेटकर किसी के द्वारा छोड़ दिया गया था. इसी दौरान ऑपरेशन हेड जितेंद्र राठौर किसी काम की वजह से ऑफिस से बाहर निकले थे, तभी उनकी नजर कपड़े में लिपटे नवजात पर पड़ी. उन्होंने बिना समय गवाए इसकी सूचना तत्काल 108 में पदस्थ कर्मचारियों को दी, बच्चे की हालत काफी खराब थी.जिसे देखते हुए 108 एंबुलेंस ऑफिस की असिस्टेंट एचआर मैनेजर दिव्या पिल्लई मां का फर्ज निभाते हुए तत्काल रोते हुए नवजात बच्चे को उठाया. बच्चे के चुप होने के बाद उन्होंने बच्चे के शरीर को साफ किया. बच्चे के पहनने के लिए साफ कपड़े का इंतजाम किया गया और तत्काल 108 एंबुलेंस में पदस्थ कर्मचारी बच्चे को हमीदिया अस्पताल लेकर पहुंचे.
नवजात बच्चे को अस्पताल में भर्ती कर दिया गया है और उसकी हालत स्थिर बताई जा रही है. जिस तरह से 108 एंबुलेंस के कर्मचारी ने तुरंत सावधानी पूर्वक प्रतिक्रिया और अपनी सूझबूझ से बच्चे की जान बचाई ,वह निश्चित रूप से काबिले तारीफ है.
नवजात बच्चा किसके द्वारा यहां पर छोड़ा गया है,इसे लेकर अब जांच की जा रही है. इस मामले की सूचना पुलिस को भी दे दी गई है. फिलहाल हमीदिया अस्पताल में डॉक्टर्स की टीम बच्चे के स्वास्थ्य पर निगाह बनाए हुए हैं, बच्चे की हालत स्थिर है.