भोपाल| मध्यप्रदेश में लगातार साइबर ठगी की घटना बढ़ती जा रही है. जहां एक ओर सोशल मीडिया लोगों को एक-दूसरे से जोड़ता है, तो वहीं क्रिमिनल माइंडेड लोगों के लिए शिकार ढूंढने का माध्यम भी बनता जा रहा है. वहीं लोग कई तरह के एप्स और वेबसाइट पर भी लोगों को ठगी का शिकार बना रहे हैं.
पुलिस के शिकंजे में फर्जी आर्मी जवान, OLX के जरिए लोगों को बनाता था ठगी का शिकार - सोशल मीडिया
राजधानी में लगातार साइबर क्राइम की घटनाओं में बढ़ोतरी हो रही है. जिस पर महानिदेशक पुरुषोत्तम शर्मा के नेतृत्व में एसआईटी गठित कर जांच जारी है.
OLX के जरिए लोगों को बनाता था ठगी का शिकार
भोपाल| मध्यप्रदेश में लगातार साइबर ठगी की घटना बढ़ती जा रही है. जहां एक ओर सोशल मीडिया लोगों को एक-दूसरे से जोड़ता है, तो वहीं क्रिमिनल माइंडेड लोगों के लिए शिकार ढूंढने का माध्यम भी बनता जा रहा है. वहीं लोग कई तरह के एप्स और वेबसाइट पर भी लोगों को ठगी का शिकार बना रहे हैं.
Intro:खुद को आर्मी का जवान बता कर कर रहा था लोगों से ठगी साइबर सेल ने किया गिरफ्तार
भोपाल | सोशल मीडिया लोगों के लिए जितना अच्छा है उतना ही लापरवाही बरतने पर खतरनाक भी साबित हो जाता है . सोशल मीडिया पर कई तरह की वेबसाइट संचालित की जा रही हैं और अब इसका फायदा कुछ आपराधिक प्रवृत्ति के लोग लोगों के साथ ठगी करने के लिए भी इस्तेमाल कर रहे हैं . राजधानी की साइबर सेल ने कुछ इसी तरह के प्रकरण में एक व्यक्ति को जयपुर से गिरफ्तार किया है जो स्वयं को आर्मी का जवान बताया करता था . साथ ही ओएलएक्स के माध्यम से लोगों को ठगने का काम कर रहा था . Body:साइबर सेल स्पेशल डीजी पुरुषोत्तम शर्मा ने बताया कि जबलपुर से एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया गया है जो स्वयं को आर्मी का जवान बता रहा था . यह ओएलएक्स के माध्यम से लोगों को ठगने का काम किया करता था . उन्होंने बताया कि साइबर सेल में 111 मामले प्रदेश में कुछ इसी तरह के सामने आए हैं, जिसमें 50 लाख रुपए से ज्यादा की ठगी लोगों के साथ की जा चुकी है और ऐसे गिरोह ओएलएक्स समेत सोशल मीडिया के कई प्लेटफार्म पर लगातार सक्रिय है .
उन्होंने बताया कि इस तरह के आपराधिक गिरोह ओएलएक्स पर गाड़ी बेचने का विज्ञापन पोस्ट करते हैं और फिर जब कोई इन्हें संपर्क करता है तो अपने आप को यह लोग आर्मी का बताते हैं . जिसकी वजह से लोगों को इन पर आसानी से भरोसा हो जाता है और फिर यह लोग अपने बैंक अकाउंट में पैसा जमा करवा लेते हैं और उसके बाद अपने मोबाइल नंबर को बंद कर लेते हैं . इसके बाद फिर नए नंबर के साथ कुछ नए लोगों के साथ ठगी को अंजाम दिया जाता है . Conclusion:स्पेशल डीजी ने बताया कि ओएलएक्स को साइबर की तरफ से एक नोटिस भी भेजा जाएगा कि कैसे आसानी से यह लोग अपना रजिस्ट्रेशन करवा लेते हैं . वही इस तरह के कई गिरोह मध्यप्रदेश में सक्रिय हैं . जिनको लेकर साइबर पुलिस अपनी जांच में जुटी हुई है वहीं गिरफ्तार हुए इस आरोपी का नाम गजेंद्र सिंह है जो जयपुर का रहने वाला है . उन्होंने बताया कि इस तरह का फ्रॉड करने वाले गिरोह एक दूसरे से जुड़े होते हैं . फिलहाल साइबर पुलिस की गिरफ्त में आए आरोपी से पूछताछ की जा रही है . उन्होंने बताया कि इस मामले को लेकर एसआईटी गठित की गई है . साथ ही जिस व्यक्ति को गिरफ्तार किया गया है इस व्यक्ति ने इसी तरह फर्जीवाड़ा करते हुए 2 लाख 25 हजार रुपए की ठगी की है .
साइबर सेल पुलिस का मानना है कि आरोपी से पूछताछ के बाद और भी कई मामलों का खुलासा हो सकता है कि इन लोगों ने और कितने लोगों को अपनी ठगी का शिकार बनाया है .
भोपाल | सोशल मीडिया लोगों के लिए जितना अच्छा है उतना ही लापरवाही बरतने पर खतरनाक भी साबित हो जाता है . सोशल मीडिया पर कई तरह की वेबसाइट संचालित की जा रही हैं और अब इसका फायदा कुछ आपराधिक प्रवृत्ति के लोग लोगों के साथ ठगी करने के लिए भी इस्तेमाल कर रहे हैं . राजधानी की साइबर सेल ने कुछ इसी तरह के प्रकरण में एक व्यक्ति को जयपुर से गिरफ्तार किया है जो स्वयं को आर्मी का जवान बताया करता था . साथ ही ओएलएक्स के माध्यम से लोगों को ठगने का काम कर रहा था . Body:साइबर सेल स्पेशल डीजी पुरुषोत्तम शर्मा ने बताया कि जबलपुर से एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया गया है जो स्वयं को आर्मी का जवान बता रहा था . यह ओएलएक्स के माध्यम से लोगों को ठगने का काम किया करता था . उन्होंने बताया कि साइबर सेल में 111 मामले प्रदेश में कुछ इसी तरह के सामने आए हैं, जिसमें 50 लाख रुपए से ज्यादा की ठगी लोगों के साथ की जा चुकी है और ऐसे गिरोह ओएलएक्स समेत सोशल मीडिया के कई प्लेटफार्म पर लगातार सक्रिय है .
उन्होंने बताया कि इस तरह के आपराधिक गिरोह ओएलएक्स पर गाड़ी बेचने का विज्ञापन पोस्ट करते हैं और फिर जब कोई इन्हें संपर्क करता है तो अपने आप को यह लोग आर्मी का बताते हैं . जिसकी वजह से लोगों को इन पर आसानी से भरोसा हो जाता है और फिर यह लोग अपने बैंक अकाउंट में पैसा जमा करवा लेते हैं और उसके बाद अपने मोबाइल नंबर को बंद कर लेते हैं . इसके बाद फिर नए नंबर के साथ कुछ नए लोगों के साथ ठगी को अंजाम दिया जाता है . Conclusion:स्पेशल डीजी ने बताया कि ओएलएक्स को साइबर की तरफ से एक नोटिस भी भेजा जाएगा कि कैसे आसानी से यह लोग अपना रजिस्ट्रेशन करवा लेते हैं . वही इस तरह के कई गिरोह मध्यप्रदेश में सक्रिय हैं . जिनको लेकर साइबर पुलिस अपनी जांच में जुटी हुई है वहीं गिरफ्तार हुए इस आरोपी का नाम गजेंद्र सिंह है जो जयपुर का रहने वाला है . उन्होंने बताया कि इस तरह का फ्रॉड करने वाले गिरोह एक दूसरे से जुड़े होते हैं . फिलहाल साइबर पुलिस की गिरफ्त में आए आरोपी से पूछताछ की जा रही है . उन्होंने बताया कि इस मामले को लेकर एसआईटी गठित की गई है . साथ ही जिस व्यक्ति को गिरफ्तार किया गया है इस व्यक्ति ने इसी तरह फर्जीवाड़ा करते हुए 2 लाख 25 हजार रुपए की ठगी की है .
साइबर सेल पुलिस का मानना है कि आरोपी से पूछताछ के बाद और भी कई मामलों का खुलासा हो सकता है कि इन लोगों ने और कितने लोगों को अपनी ठगी का शिकार बनाया है .