भोपाल। भगवान राम पर विवादित टिप्पणी देने के बाद शरद पवार के गुट वाली एनसीपी विधायक जितेन्द्र आव्हाड़ ने भले माफी मांग ली हो और आगे बढ़ गए. इस विवाद के बाद अब हिंदू संगठनों ने उन पर ईनाम घोषित कर दिया है. भोपाल में संगठन संस्कृति बचाओ मंच ने एलान किया है कि भगवान राम का अपमान करने वाले एनसीपी नेता जितेन्द्र आव्हाड़ को गंजा करके जो उनका मुंह काला करेगा, उन्हें संगठन एक लाख रुपए सम्मान राशि के रुप में देगा.
जीतेन्द्र अव्हाड़ का मुंह काला करने पर एक लाख ईनाम: संस्कृति बाओ मंच के अध्यक्ष चंद्रशेखर तिवारी का कहना है कि संस्कृति बचाओ मंच सनातन धर्म का अपमान कतई बर्दाश्त नहीं करेगा. उन्होंने कहा कि यदि जितेन्द्र एमपी या भोपाल आएंगे तो संगठन के सदस्य खुद उनका मुंह काला करेंगे. अगर कोई उन्हें गंजा करके उनका मुंह काला करते आता है, तो उसे एक लाख रुपए सम्मान निधि के रुप में दिए जाएंगे. तिवारी ने कहा कि भगवान राम मर्यादा पुरुषोत्तम थे. उन्होंने 14 वर्ष वनवास के दौरान केवल कंदमूल इत्यादि भोजन के रुप में ग्रहण किए थे. जिन्होंने इतना कठिन जीवन वनवास में व्यतीत किया हो, उनके विषय में ऐसी अनर्गल बयानबाजी उनकी निकृष्ट मानसिकता को दर्शाती है.
जितेन्द्र ने बयान पर मांगी माफी: एनसीपी विधायक जितेन्द्र आव्हाड़ ने हालांकि इस मामले के तूल पकड़ने पर अपने बयान को लेकर माफी मांग ली थी. उन्होंने मीडिया से कहा कि अगर उनके बयान से किसी की भावनाओं को ठेस पहुंची हो तो मैं खुद खेद व्यक्त करता हूं. जितेन्द्र ने कहा कि मैं जनभावनाओं को ध्यान में रखते हुए खेद व्यक्त कर रहा हूं.
यहां पढ़ें... |
विवाद किस बयान पर: असल में जितेन्द्र आव्हाड़ ने पत्रकारों के बीच ये बयान दिया था कि राम हमारे हैं. बहुजों के हैं. उन्होंने कहा कि भगवान राम शिकार करके खाते थे. हम भी श्रीम राम के आदर्शों पर चल रहे हैं. राम को आदर्श बताकर लोगों पर शाकाहारी खाना थोपा जा रहा है. उनके इस बयान के बाद पूरे महाराष्ट्र में एनसीपी विधायक के खिलाफ विरोध प्रदर्शन भी हुए और मामला भी दर्ज किया गया.