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Navratri-2023: वीएचपी ने जारी की गरबे की गाइडलाइन, गैर हिंदुओं को नहीं मिलेगी एंट्री, पंडाल में प्रवेश के पहले गौ मूत्र पिलाएं

Non Hindus Banned in Garba Pandals in MP: विश्व हिंदू परिषद ने मध्य प्रदेश में गरबा पंडालों में गैर हिंदुओं की एंट्री को बैन कर दिया है. वीएचपी ने गरबों की गाइडलाइन जारी करते हुए कहा कि ''गरबा आयोजन की समितियां किसी भी हाल में गैर हिंदूओं को प्रवेश न दें.'' इधर संस्कृति बचाओ मंच ने गौ मूत्र पिलाकर व तिलक लगाकर लोगों की प्रवेश देने की मांग की है.

navratri 2023
वीएचपी ने जारी की गरबे की गाइडलाइन
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By ETV Bharat Madhya Pradesh Team

Published : Oct 7, 2023, 9:15 PM IST

Updated : Oct 8, 2023, 6:14 AM IST

राजेश जैन, प्रांत मंत्री, विश्व हिंदू परिषद

भोपाल। नवरात्र शुरु होने से पहले एमपी में वीएचपी (विश्व हिंदू परिषद) ने नवरात्र में होने वाले गरबों की गाइडलाइन जारी कर दी है. इस गाइडलाइन में कहा गया है कि जिला प्रशासन के साथ गरबा आयोजन की समितियां इस बात की पाबंदी करें कि गरबे में किसी भी गैर हिंदू को प्रवेश न दिया जा सके. वीएचपी ने अपील की है कि गैर हिंदू की गरबे में एंट्री बैन की जाए. उधर विश्व हिंदू परिषद के समर्थन में आए संस्कृति बचाओ मंच ने अपील की है कि गरबा पंडाल में प्रवेश गौ मूत्र पिलाकर और तिलक लगाकर ही दिया जाए.

गरबा भक्ति का स्वरुप...गैर हिंदू न पहुंचने पाएं: विश्व हिंदू परिषद मध्यभारत प्रांत मंत्री राजेश जैन ने कहा है कि ''नवरात्रि में होने वाले गरबे मां दुर्गा की भक्ति का बदला हुआ स्वरुप हैं, इसलिए इस बात का धयान रखा जाए कि इन आयोजन में गैर हिंदू आस्था का कोई व्यक्ति न पहुंचे.'' जैन ने कहा कि ''भोपाल में गरबों के कई आयोजन किए जाते हैं, जिनमें कई व्यवसायिक आयोजन भी शामिल हो जाते हैं. इन आयोजनों में कई बार ऐसी बातें भी देखने को मिलती है जो समाज और धर्म के हित में नहीं हैं.

वीएचपी की गरबा गाइडलाइन, केवल हिंदूओं को एंट्री: वीएचपी (विश्व हिंदू परिषद) ने गाइडलाइन जारी की है. उसमें कहा गया है कि गरबा एक तरह से दुर्गा मां की भक्ति का ही एक रूप है. इसलिए आयोजकों को ये सुनिश्चित करना होगा कि गरबा पंडालों में केवल हिंदूओं को ही एंट्री दी जाएगी. अगर कोई गैर हिंदू गरबा पंडाल में दिखता है तो आयोजकों पर कार्रवाई की जाए.

गरबा पंडाल में ड्रेस कोड भी तय: वीएचपी ने दूसरी शर्त ये रखी है कि जो गरबा पंडाल में लोग आएंगे उनका कपड़े मर्यादित होने चाहिए. इसी तरह जो गाने बजाए जाते हैं वो धार्मिक ही हों. अश्लील गानों पर पूरी तरह प्रतिबंध रखा जाए. गरबे आयोजन में पूरी तरह से सुरक्षा व्यवस्था रखी जाए. हिंदू समाज की आस्था को ठेस ना पहुंचे इस बात का ख्याल रखा जाए. आयोजन स्थल पर नशा पूरी तरह प्रतिबंधित हो. वीएचपी की गाइडलाइन के मुताबिक जिस आयोजन में गैर हिंदू आए उन आयोजनकर्ताओं पर धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाने की कार्रवाई की जानी चाहिए.

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वीएचपी करेगी गरबा पंडालों का निरीक्षण: वीएचपी, बजरंग दल कार्यकर्ता हिंदू संस्कृति की रक्षा के लिए गरबे के आयोजनों में निरीक्षण करने पहुंचेंगे. वीएचपी कार्यकर्ताओं ने अपील की है कि इस निरीक्षण के दौरान आयोजक भी सहयोग करें. ताकि हिंदू संस्कृति की रक्षा की जा सके.

गौ मूत्र पिलाकर गरबा पंडाल में दिया जाए प्रवेश: संस्कृति बचाओ मंच के अध्यक्ष चंद्रशेखर तिवारी ने मांग की है कि ''गरबा पंडाल में जो गैर हिंदू गलत आईडी से प्रवेश कर रहे हैं उनकी रोक जरूरी है. अगर वहां कोई घटना घटती है तो उसके जिम्मेदार गरबा आयोजक होंगे. गरबा पंडाल में अर्धनग्न महिलाओं का प्रवेश पूरी तरह वर्जित हो.'' गौ मूत्र पिलाकर व तिलक लगाकर लोगों की प्रवेश देने की संस्कृति बचाओ मंच ने मांग की है.

राजेश जैन, प्रांत मंत्री, विश्व हिंदू परिषद

भोपाल। नवरात्र शुरु होने से पहले एमपी में वीएचपी (विश्व हिंदू परिषद) ने नवरात्र में होने वाले गरबों की गाइडलाइन जारी कर दी है. इस गाइडलाइन में कहा गया है कि जिला प्रशासन के साथ गरबा आयोजन की समितियां इस बात की पाबंदी करें कि गरबे में किसी भी गैर हिंदू को प्रवेश न दिया जा सके. वीएचपी ने अपील की है कि गैर हिंदू की गरबे में एंट्री बैन की जाए. उधर विश्व हिंदू परिषद के समर्थन में आए संस्कृति बचाओ मंच ने अपील की है कि गरबा पंडाल में प्रवेश गौ मूत्र पिलाकर और तिलक लगाकर ही दिया जाए.

गरबा भक्ति का स्वरुप...गैर हिंदू न पहुंचने पाएं: विश्व हिंदू परिषद मध्यभारत प्रांत मंत्री राजेश जैन ने कहा है कि ''नवरात्रि में होने वाले गरबे मां दुर्गा की भक्ति का बदला हुआ स्वरुप हैं, इसलिए इस बात का धयान रखा जाए कि इन आयोजन में गैर हिंदू आस्था का कोई व्यक्ति न पहुंचे.'' जैन ने कहा कि ''भोपाल में गरबों के कई आयोजन किए जाते हैं, जिनमें कई व्यवसायिक आयोजन भी शामिल हो जाते हैं. इन आयोजनों में कई बार ऐसी बातें भी देखने को मिलती है जो समाज और धर्म के हित में नहीं हैं.

वीएचपी की गरबा गाइडलाइन, केवल हिंदूओं को एंट्री: वीएचपी (विश्व हिंदू परिषद) ने गाइडलाइन जारी की है. उसमें कहा गया है कि गरबा एक तरह से दुर्गा मां की भक्ति का ही एक रूप है. इसलिए आयोजकों को ये सुनिश्चित करना होगा कि गरबा पंडालों में केवल हिंदूओं को ही एंट्री दी जाएगी. अगर कोई गैर हिंदू गरबा पंडाल में दिखता है तो आयोजकों पर कार्रवाई की जाए.

गरबा पंडाल में ड्रेस कोड भी तय: वीएचपी ने दूसरी शर्त ये रखी है कि जो गरबा पंडाल में लोग आएंगे उनका कपड़े मर्यादित होने चाहिए. इसी तरह जो गाने बजाए जाते हैं वो धार्मिक ही हों. अश्लील गानों पर पूरी तरह प्रतिबंध रखा जाए. गरबे आयोजन में पूरी तरह से सुरक्षा व्यवस्था रखी जाए. हिंदू समाज की आस्था को ठेस ना पहुंचे इस बात का ख्याल रखा जाए. आयोजन स्थल पर नशा पूरी तरह प्रतिबंधित हो. वीएचपी की गाइडलाइन के मुताबिक जिस आयोजन में गैर हिंदू आए उन आयोजनकर्ताओं पर धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाने की कार्रवाई की जानी चाहिए.

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वीएचपी करेगी गरबा पंडालों का निरीक्षण: वीएचपी, बजरंग दल कार्यकर्ता हिंदू संस्कृति की रक्षा के लिए गरबे के आयोजनों में निरीक्षण करने पहुंचेंगे. वीएचपी कार्यकर्ताओं ने अपील की है कि इस निरीक्षण के दौरान आयोजक भी सहयोग करें. ताकि हिंदू संस्कृति की रक्षा की जा सके.

गौ मूत्र पिलाकर गरबा पंडाल में दिया जाए प्रवेश: संस्कृति बचाओ मंच के अध्यक्ष चंद्रशेखर तिवारी ने मांग की है कि ''गरबा पंडाल में जो गैर हिंदू गलत आईडी से प्रवेश कर रहे हैं उनकी रोक जरूरी है. अगर वहां कोई घटना घटती है तो उसके जिम्मेदार गरबा आयोजक होंगे. गरबा पंडाल में अर्धनग्न महिलाओं का प्रवेश पूरी तरह वर्जित हो.'' गौ मूत्र पिलाकर व तिलक लगाकर लोगों की प्रवेश देने की संस्कृति बचाओ मंच ने मांग की है.

Last Updated : Oct 8, 2023, 6:14 AM IST
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