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पूछताछ के लिए भोपाल पहुंची राष्ट्रीय बाल आयोग की टीम - प्यारे मियां

भोपाल में प्यारे मियां यौन शोषण मामले में तीन नाबालिग बच्चियों की तबीयत खराब होने और उनमें से एक नाबालिक बच्ची की संदिग्ध स्थिति में मौत हो जाने के बाद मामला काफी गहरा गया है. जिसके अब राष्ट्रीय बाल संरक्षण आयोग का एक दल भोपाल के नेहरू नगर स्थित बाल संरक्षण गृह पहुंचा है. वहां दल के सदस्यों ने नाबालिग बच्चियों से पूछताछ की.

National Commission for Protection of Child Officers
राष्ट्रीय बाल आयोग
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Published : Jan 27, 2021, 4:12 PM IST

Updated : Jan 27, 2021, 4:59 PM IST

भोपाल। हाई प्रोफाइल प्यारे मियां यौन शोषण मामले में नये-नये तथ्य सामने आ रहे हैं. तीन नाबालिग बच्चियों की तबीयत खराब होने और उनमें से एक नाबालिक बच्ची की संदिग्ध स्थिति में मौत हो जाने के बाद मामला काफी गहरा गया है. जिसके अब राष्ट्रीय बाल संरक्षण आयोग का एक दल भोपाल के नेहरू नगर स्थित बाल संरक्षण गृह पहुंचा है. वहां दल के सदस्यों ने नाबालिग बच्चियों से पूछताछ की. वहीं टीम ने बच्चियों के परिजनों को बुलाकर पूछताछ कर रही है.

परिजनों का आरोप आसानी से नहीं मिलने देते बच्चियों से

राष्ट्रीय बाल आयोग के सदस्यों ने हम से पूछताछ कि तो उन्होंने बताया कि हमें आसानी से नहीं मिलने दिया जाता है. एक घंटे बाहर हमें खड़ा रहना पड़ता है और इस तरह मिलने दिया जाता है, जैसे कि वह लोग जो हमारे बच्चे हैं. जेल में और सिर्फ 5 मिनट ही मिलने दिया जाता है और फिर उसके बाद हमें भी बाहर का रास्ता दिखा दिया जाता है. इस तरह मिलने दिया जाता है जैसे कि हम किसी कैदी से मिलने आए हो.

खाने पीने को लेकर शिकायत

नाबालिक बच्चों के परिजनों का आरोप है कि खाने-पीने का भी किसी तरह का कोई ध्यान नहीं रखा जाता है. इसीलिए उनकी तबियत बिगड़ रही है और ना ही उनके साथ सही तरीके का व्यवहार किया जाता है.

जीवन में कभी नहीं लगा उन्हें इंजेक्शन

परिजनों के बच्चों ने बताया कि हमारे बच्चों को कभी भी जीवन में सुई नहीं लगी है. ना ही उनकी तबीयत बिगड़ती. लेकिन इन 2 हफ्ते में न जाने क्या हो गया कि उनकी पांच- पांच बार तबियत बिगड़ चुकी है और एक नाबालिग बच्ची अपनी जान से भी हाथ धो चुकी है.

बच्चियों को किया जाए हमारे सुपुर्द- परिजन

परिजनों का कहना है कि अब हमारे बच्चियों का ध्यान रख लेंगे और सभी बच्चियों पर हमारे सुपुर्द किया जा.ए जिससे कि हम उनका सही तरीके से ध्यान रखें और नाबालिक बच्ची के मौत के मामले में सही तरीके से जांच की जाए और दोषियों को कड़ी सजा दी जाए.

पांच सदस्यीय टीम पूछताछ के लिए पहुंची भोपाल

राष्ट्रीय बाल आयोग की 5 सदस्य टीम भोपाल पहुंची थी. जिसमें उन्होंने बच्चियों की भी काउंसलिंग करते हुए उनके परिजनों को बुलाकर उनसे यह सब पूछताछ की. जिसके बाद उनके परिजनों ने मीडिया में आकर सारी बातें कहीं. राष्ट्रीय बाल आयोग की टीम अन्य सदस्यों से भी पूछताछ करेंगी, जो बच्चियों का ध्यान रखते हैं और जिनकी नौकरी वहां पर है वही वहां पर रखी सभी दवाइयों को भी चेक किया और क्या कारण है कि बच्चियां लगातार बीमार हो रही है और एक नाबालिग बच्ची की मौत हो गई है.

मृतक बच्ची के परिजन नहीं पहुंचे

प्यारे मियां यौन शोषण मामले में बीते सप्ताह एक बच्ची की मौत हो चुकी है. बच्ची की मौत के बाद मामले ने तूल पकड़ा तो कार्यप्रणाली पर प्रश्न खड़े होने लगे. उसके बाद गुरुवार को राष्ट्रीय बाल आयोग की टीम भोपाल पहुंची और बालिका संरक्षण गृह में पूछताछ की. इस दौरान चार नाबालिग बच्चियों के परिजन वहां पहुंच गए और जिस बच्ची की मृत्यु हुई है उसके परिजन वहां नहीं पहुंचे ना ही उनसे पूछताछ की गई. हालांकि अभी तक जो बच्चों से मिलने पहुंचे थे उनसे भी बच्चियों को मिलने नहीं दिया गया है वे अभी भी बाहर इंतजार कर रहे हैं.

लगभग चार घंटे से अधिक की पूछताछ

राष्ट्रीय बाल आयोग के सदस्यों ने बालिका संरक्षण में लगभग चार घंटे से अधिक पूछताछ की. वहीं पूछताछ करने के बाद वे बाहर निकले तो मीडिया से दूरी बनाते नजर आए. उन्होंने कहा कि हमें मीडिया से बात करने के लिए मना किया गया है.

भोपाल। हाई प्रोफाइल प्यारे मियां यौन शोषण मामले में नये-नये तथ्य सामने आ रहे हैं. तीन नाबालिग बच्चियों की तबीयत खराब होने और उनमें से एक नाबालिक बच्ची की संदिग्ध स्थिति में मौत हो जाने के बाद मामला काफी गहरा गया है. जिसके अब राष्ट्रीय बाल संरक्षण आयोग का एक दल भोपाल के नेहरू नगर स्थित बाल संरक्षण गृह पहुंचा है. वहां दल के सदस्यों ने नाबालिग बच्चियों से पूछताछ की. वहीं टीम ने बच्चियों के परिजनों को बुलाकर पूछताछ कर रही है.

परिजनों का आरोप आसानी से नहीं मिलने देते बच्चियों से

राष्ट्रीय बाल आयोग के सदस्यों ने हम से पूछताछ कि तो उन्होंने बताया कि हमें आसानी से नहीं मिलने दिया जाता है. एक घंटे बाहर हमें खड़ा रहना पड़ता है और इस तरह मिलने दिया जाता है, जैसे कि वह लोग जो हमारे बच्चे हैं. जेल में और सिर्फ 5 मिनट ही मिलने दिया जाता है और फिर उसके बाद हमें भी बाहर का रास्ता दिखा दिया जाता है. इस तरह मिलने दिया जाता है जैसे कि हम किसी कैदी से मिलने आए हो.

खाने पीने को लेकर शिकायत

नाबालिक बच्चों के परिजनों का आरोप है कि खाने-पीने का भी किसी तरह का कोई ध्यान नहीं रखा जाता है. इसीलिए उनकी तबियत बिगड़ रही है और ना ही उनके साथ सही तरीके का व्यवहार किया जाता है.

जीवन में कभी नहीं लगा उन्हें इंजेक्शन

परिजनों के बच्चों ने बताया कि हमारे बच्चों को कभी भी जीवन में सुई नहीं लगी है. ना ही उनकी तबीयत बिगड़ती. लेकिन इन 2 हफ्ते में न जाने क्या हो गया कि उनकी पांच- पांच बार तबियत बिगड़ चुकी है और एक नाबालिग बच्ची अपनी जान से भी हाथ धो चुकी है.

बच्चियों को किया जाए हमारे सुपुर्द- परिजन

परिजनों का कहना है कि अब हमारे बच्चियों का ध्यान रख लेंगे और सभी बच्चियों पर हमारे सुपुर्द किया जा.ए जिससे कि हम उनका सही तरीके से ध्यान रखें और नाबालिक बच्ची के मौत के मामले में सही तरीके से जांच की जाए और दोषियों को कड़ी सजा दी जाए.

पांच सदस्यीय टीम पूछताछ के लिए पहुंची भोपाल

राष्ट्रीय बाल आयोग की 5 सदस्य टीम भोपाल पहुंची थी. जिसमें उन्होंने बच्चियों की भी काउंसलिंग करते हुए उनके परिजनों को बुलाकर उनसे यह सब पूछताछ की. जिसके बाद उनके परिजनों ने मीडिया में आकर सारी बातें कहीं. राष्ट्रीय बाल आयोग की टीम अन्य सदस्यों से भी पूछताछ करेंगी, जो बच्चियों का ध्यान रखते हैं और जिनकी नौकरी वहां पर है वही वहां पर रखी सभी दवाइयों को भी चेक किया और क्या कारण है कि बच्चियां लगातार बीमार हो रही है और एक नाबालिग बच्ची की मौत हो गई है.

मृतक बच्ची के परिजन नहीं पहुंचे

प्यारे मियां यौन शोषण मामले में बीते सप्ताह एक बच्ची की मौत हो चुकी है. बच्ची की मौत के बाद मामले ने तूल पकड़ा तो कार्यप्रणाली पर प्रश्न खड़े होने लगे. उसके बाद गुरुवार को राष्ट्रीय बाल आयोग की टीम भोपाल पहुंची और बालिका संरक्षण गृह में पूछताछ की. इस दौरान चार नाबालिग बच्चियों के परिजन वहां पहुंच गए और जिस बच्ची की मृत्यु हुई है उसके परिजन वहां नहीं पहुंचे ना ही उनसे पूछताछ की गई. हालांकि अभी तक जो बच्चों से मिलने पहुंचे थे उनसे भी बच्चियों को मिलने नहीं दिया गया है वे अभी भी बाहर इंतजार कर रहे हैं.

लगभग चार घंटे से अधिक की पूछताछ

राष्ट्रीय बाल आयोग के सदस्यों ने बालिका संरक्षण में लगभग चार घंटे से अधिक पूछताछ की. वहीं पूछताछ करने के बाद वे बाहर निकले तो मीडिया से दूरी बनाते नजर आए. उन्होंने कहा कि हमें मीडिया से बात करने के लिए मना किया गया है.

Last Updated : Jan 27, 2021, 4:59 PM IST
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