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MVM कॉलेज के छात्र बनाएंगे सैनिटाइजर, जिला प्रशासन करेगा मदद

भोपाल के मोतीलाल विज्ञान महाविद्यालय ने अपनी लैब में सैनिटाइजर बनाने का निर्णय लिया है.जिला प्रशासन ने प्रतिबंधित एल्कोहल देने के लिए कॉलेज के छात्रों को मदद का आश्वासन दिया है.

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सैनिटाइजर
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Published : Oct 30, 2020, 6:36 PM IST

Updated : Oct 30, 2020, 6:56 PM IST

भोपाल। कोरोना संक्रमण के बचाव के लिए जारी की गई गाइडलाइन में लोगों को सैनिटाइजर से बार-बार हाथ साफ करने के लिए निर्देशित किया जा रहा है. लेकिन बाजारों में मिलने वाले महंगे सैनिटाइजर लोगों को परेशानी का सबब बने हुए हैं. जिसको देखते हुए भोपाल के मोतीलाल विज्ञान महाविद्यालय ने अपनी लैब में सैनिटाइजर बनाने का निर्णय लिया है. तो वहीं जिला प्रशासन ने प्रतिबंधित एल्कोहल देने के लिए कॉलेज के छात्रों को मदद का आश्वासन दिया है.

छात्र बनाएंगे सैनिटाइज

सैनेटाइजर से रोजगार

कोरोना संक्रमण से प्रदेश में हजारों की संख्या में लोग प्रभावित हुए हैं. ऐसे में साइंस के प्रायोगिक तौर पर एमवीएम कॉलेज अपनी लैब में सैनिटाइजर बनाने जा रहा है. जिसका उपयोग समाज सेवा सहित कॉलेज की आर्थिक स्थितियों को सुधारने में किया जाएगा. इस प्रयोग से छात्रों को शिक्षा के साथ-साथ रोजगार भी दिया जाएगा. लेकिन इसके निर्माण में इथाइल एल्कोहल का प्रतिबंधित होना बाधा बन रहा है. जिसे भोपाल जिला प्रशासन की अनुमति के बाद ही खरीदा जा सकता है.

एक लीटर सैनेटाइजर बनाने का खर्च 15 रुपये

कॉलेज के लैब टेक्निशियंस का कहना है कि सैनिटाइजर को आसानी से लैब में बनाया जा सकता है. इसका खर्च भी कम से कम होगा. सैनिटाइजर बनाने के लिए इथाइल एल्कोहल की आवश्यकता पड़ेगी. जिसे प्रतिबंधित किया गया है लेकिन प्रशासन की अनुमति के बाद ही इसे लिया जा सकेगा. जिसके लिए प्रशासन को पत्र भी लिखा है. लैब में बनाए गए 1 लीटर सैनिटाइजर का खर्च 12 से 15 रुपये होगा. जिससे समाज की मदद भी हो पाएगी.

कॉलेज प्रबंधन ने की जिला प्रसाशन से बात

कॉलेज प्रबंधन का कहना है कि इसमें एल्कोहल की जरूरत पड़ेगी और उसको खरीदने की अनुमति जिला कलेक्टर से लेनी होगी. उन्होंने कहा कि हमें एल्कोहल मिल जाएगा, तो उसको बनाने की बाकी चीजें हमारे पास उपलब्ध हैं. हम आसानी से सैनिटाइजर बना सकते हैं. वक्त आने पर शासन के लिए भी सैनेटाइजर कॉलेज द्वारा बनाया जायेगा. कॉलेज में बने सैनेटाइजर को भोपाल के शासकीय कार्यालयों में दिया जायेगा. इसका प्रपोजल भी जिला प्रसाशन को जल्द भेजा जायेगा.

जिला प्रशासन करेगा छात्रों की मदद

भोपाल कलेक्टर अविनाश लवानिया ने कहा कि छात्रों का प्रपोजल उन्हें मिला है. उन्हें वह पूरी मदद करेंगे. इसका आश्वासन भी उन्होंने दिया है. कलेक्टर लवानिया का कहना है कि अगर स्टूडेंट्स एक अच्छा काम करने जा रहे हैं ओर आगे बढ़ना चाहते हैं. तो निश्चित ही प्रशासन इसमें उनकी हर संभव मदद करेगा.

भोपाल। कोरोना संक्रमण के बचाव के लिए जारी की गई गाइडलाइन में लोगों को सैनिटाइजर से बार-बार हाथ साफ करने के लिए निर्देशित किया जा रहा है. लेकिन बाजारों में मिलने वाले महंगे सैनिटाइजर लोगों को परेशानी का सबब बने हुए हैं. जिसको देखते हुए भोपाल के मोतीलाल विज्ञान महाविद्यालय ने अपनी लैब में सैनिटाइजर बनाने का निर्णय लिया है. तो वहीं जिला प्रशासन ने प्रतिबंधित एल्कोहल देने के लिए कॉलेज के छात्रों को मदद का आश्वासन दिया है.

छात्र बनाएंगे सैनिटाइज

सैनेटाइजर से रोजगार

कोरोना संक्रमण से प्रदेश में हजारों की संख्या में लोग प्रभावित हुए हैं. ऐसे में साइंस के प्रायोगिक तौर पर एमवीएम कॉलेज अपनी लैब में सैनिटाइजर बनाने जा रहा है. जिसका उपयोग समाज सेवा सहित कॉलेज की आर्थिक स्थितियों को सुधारने में किया जाएगा. इस प्रयोग से छात्रों को शिक्षा के साथ-साथ रोजगार भी दिया जाएगा. लेकिन इसके निर्माण में इथाइल एल्कोहल का प्रतिबंधित होना बाधा बन रहा है. जिसे भोपाल जिला प्रशासन की अनुमति के बाद ही खरीदा जा सकता है.

एक लीटर सैनेटाइजर बनाने का खर्च 15 रुपये

कॉलेज के लैब टेक्निशियंस का कहना है कि सैनिटाइजर को आसानी से लैब में बनाया जा सकता है. इसका खर्च भी कम से कम होगा. सैनिटाइजर बनाने के लिए इथाइल एल्कोहल की आवश्यकता पड़ेगी. जिसे प्रतिबंधित किया गया है लेकिन प्रशासन की अनुमति के बाद ही इसे लिया जा सकेगा. जिसके लिए प्रशासन को पत्र भी लिखा है. लैब में बनाए गए 1 लीटर सैनिटाइजर का खर्च 12 से 15 रुपये होगा. जिससे समाज की मदद भी हो पाएगी.

कॉलेज प्रबंधन ने की जिला प्रसाशन से बात

कॉलेज प्रबंधन का कहना है कि इसमें एल्कोहल की जरूरत पड़ेगी और उसको खरीदने की अनुमति जिला कलेक्टर से लेनी होगी. उन्होंने कहा कि हमें एल्कोहल मिल जाएगा, तो उसको बनाने की बाकी चीजें हमारे पास उपलब्ध हैं. हम आसानी से सैनिटाइजर बना सकते हैं. वक्त आने पर शासन के लिए भी सैनेटाइजर कॉलेज द्वारा बनाया जायेगा. कॉलेज में बने सैनेटाइजर को भोपाल के शासकीय कार्यालयों में दिया जायेगा. इसका प्रपोजल भी जिला प्रसाशन को जल्द भेजा जायेगा.

जिला प्रशासन करेगा छात्रों की मदद

भोपाल कलेक्टर अविनाश लवानिया ने कहा कि छात्रों का प्रपोजल उन्हें मिला है. उन्हें वह पूरी मदद करेंगे. इसका आश्वासन भी उन्होंने दिया है. कलेक्टर लवानिया का कहना है कि अगर स्टूडेंट्स एक अच्छा काम करने जा रहे हैं ओर आगे बढ़ना चाहते हैं. तो निश्चित ही प्रशासन इसमें उनकी हर संभव मदद करेगा.

Last Updated : Oct 30, 2020, 6:56 PM IST
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