भोपाल। राजधानी के हमीदिया अस्पताल में बड़ी लापरवाही का मामला सामने आया है. हमीदिया अस्पताल में दो शव आपस में बदल दिये गए. अस्पताल में मुस्लिम महिला का शव हिंदू परिवार को दे दिया. जब मुस्लिम परिवार शव लेने पहुंचा तो वहां उनकी मां का शव नहीं मिला. बताया जा रहा है कि हिंदू परिवार ने अपनी मां का अंतिम संस्कार भी कर दिया है. वहीं मुस्लिम परिवार ने अस्पताल की लापरवाही की शिकायत प्रशासन से की है. प्रशासन ने कार्रवाई का आश्वासन दिया है.
हमीदिया के अधीक्षक ने कार्रवाई का दिया आश्वासन
हमीदिया के डीन आईडी चौरसिया ने इस पूरे मामले का संज्ञान लेते हुए कार्रवाई का आश्वासन दिया है. उन्होंने कहा कि जिसने भी यह गलती की है, उसे जांच कर तत्काल प्रभाव से सस्पेंड किया जाएगा. उन्होंने कहा कि अब जो हो चुका है, इस तरह की गलती आगे नहीं की जाएगी.
मुस्लिम समुदाय ने लगाया लापरवाही का आरोप
मुस्लिम समुदाय लालघाटी का रहने वाला है. उनका कहना है कि यह जानबूझकर किया गया है. हमें पहले बताया गया कि यह उनकी मां की बॉडी है, लेकिन जब जाकर देखा तो वह उनकी मां की बॉडी नहीं थी. मृतका के बेटे ने कहा कि यह वार्ड ब्वॉय की गलती है. मुस्लिम परिवार ने लापरवाह कर्मचारियों पर कड़ी कार्रवाई की मांग की है.
परिजनों को दी सांत्वना
मृतका के बेटे ने कहा कि अस्पताल कर्मचारियों की लापरवाही की चलते वह अपनी मां को सुपुर्द-ए-खाक नहीं कर पाए. उन्होंने कहा कि उनकी मां का हिंदू रीति रिवाजा के साथ अंतिम संस्कार कर दिया गया है, अब उनके पास अंतिम संस्कार की राख ही है, उसी को दफनाना एक रास्ता रह गया है. हालांकि जैसे तैसे समझाकर पूरे मामले को ठंडा किया गया है. परिजनों को सांत्वना दी गई है कि इस मामले में दोषियों पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी. इस दौरान हंगामे की घटना पर पुलिस प्रशासन भी मौके पर पहुंच गया.
जयारोग्य अस्पताल में भी बदल गये थे शव
ग्वालियर के जयारोग्य अस्पताल में भी इस तरह का मामला सामने आ चुका है. अस्पताल में लापरवाही के चलते एक व्यक्ति का शव बदल दिया गया. जिन लोगों ने मृत व्यक्ति का शव लिया उन्होंने अंतिम संस्कार भी हिंदू रीति के अनुसार कर दिया. जबकि असल में उनके परिजन का शव अभी भी मोर्चरी में रखा हुआ है. जबकि मुरैना के रहने वाले इर्तजा मोहम्मद का शव लेने के लिए उनके परिजन इंतजार कर रहे हैं.