भोपाल। नगर निगम की लापरवाही के कारण चार इमली स्थित वार्ड 47 में ज्योतिबा फुले नगर में कोलार फीडर मुख्य पाइप लाइन रविवार देर रात फूट गई. पानी का प्रेशर इतना अधिक था कि दो पक्के मकान और आधा दर्जन झुग्गियां उजड़ गई थीं, इसके अलावा इन घरों में रह रहे चार लोग घायल भी हो गए थे. जबकि 40 लोगों ने बमुश्किल अपनी जान बचाई थी. पानी में तैरते बिजली के खुले तारों के कारण 10 लोग करंट की चपेट में भी आ गए थे. इसमें से एक महिला को फिलहाल अस्पताल में भर्ती कराया गया है. इसके अलावा 30 से अधिक घरों में बाढ़ जैसे हालात बने हुए हैं.
पाइपलाइन फूटने की सूचना मिलने के बाद पूर्व जनसंपर्क मंत्री पीसी शर्मा ने भी क्षेत्र का दौरा किया और संबंधित अधिकारियों को जल्द से जल्द पाइप लाइन सुधारने के निर्देश भी दिए हैं. साथ ही उन्होंने अधिकारियों को कहा है कि जब तक पाइप लाइन में सुधार नहीं होता है. तब तक लोगों के जल प्रदाय के लिए टैंकरों के माध्यम से व्यवस्था की जाए.
साल 1990 के दशक में बिछाई गई कोलार पाइपलाइन सीमेंट की होने के कारण लगातार जर्जर होती जा रही है. अमृत योजना के तहत पुरानी पाइप लाइन बदलने के लिए 136 करोड़ रुपए की लागत से काम किया जा रहा है. हालांकि अभी तक 60 किलोमीटर लंबी पुरानी पाइप लाइन बदलने का काम जारी है. पहले कार्य में देरी होने पर कंपनी पर नगर निगम ने एक करोड़ रुपए का जुर्माना भी लगाया था. ये काम फरवरी 2019 तक पूरा किया जाना था जो अभी तक पूरा नहीं हो पाया है. जिसकी वजह से लगातार इस तरह की परेशानियों का सामना शहर के लोगों को करना पड़ता है. क्योंकि किसी भी क्षेत्र में पानी की पाइप लाइन फूटने के कारण कई क्षेत्रों में जल प्रदाय व्यवस्था प्रभावित हो जाती है.
नगर निगम की ओर से बताया गया है कि कोलार जल प्रदाय योजना की पाइप लाइन ब्लास्ट हो जाने के बाद से पिछले 24 घंटे से लगातार उसे सुधार करने का काम जारी है. बताया जा रहा है कि आज रात तक लाइन को दुरुस्त कर लिया जाएगा, लेकिन आज सुबह और शाम के समय शहर के कई क्षेत्रों में जल प्रदाय व्यवस्था प्रभावित रहेगी.