भोपाल। सीएम शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि मुझे कई छात्र-छात्राएं मिले थे. पिछले सालों में कोरोना की वजह से पीएससी की परीक्षाएं स्थगित हो गई थीं. इसकी वजह से कई युवा ओवरएज हो गए. ऐसे युवाओं ने आग्रह किया था कि परीक्षा न होने की वजह से ओवरएज होने से उनके साथ अन्याय हो रहा है. इसलिए एक बार के लिए पीएससी में अधिकतम सीमा को बढ़ाया जाए. इसको देखते हुए सरकार ने निर्णय लिया है कि पीएससी की अधिकतम सीमा में एक बार के लिए 3 साल की बढ़ोत्तरी की जाए.
पीएससी में अधिकतम आयु 40 वर्ष : पीएससी में अभी अधिकतम आयु सीमा 40 साल है. मध्यप्रदेश लोक सेवा आयोग की परीक्षा परिणाम पिछले साढ़े तीन सालों से अटके होने और ओबीसी आरक्षण के विवाद का निर्णय न होने से परीणाम घोषित नहीं हो पा रहे थे. वहीं कोरोना के चलते कई परीक्षाएं नहीं हो सकी थीं. इसको लेकर पीएससी छात्र लगातार प्रदर्शन कर रहे थे. छात्रों का कहना था कि राज्य सेवा परीक्षा 2019 के साथ राज्य सेवा परीक्षा 2020 और 2021 के नतीजे घोषित नहीं किए गए. इसकी वजह से कई छात्रों के घर वालों ने पढ़ाई का खर्च भेजना बंद कर दिया है.
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कई छात्र हुए ओवरएज : परीक्षा न होने और रिजल्ट के इंतजार में कई छात्र ओवरएज हो गए हैं. इसको लेकर पिछले दिनों पीएससी छात्रों ने इंदौर में तिरंगा यात्रा निकाली थी. साथ ही सीएम को ज्ञापन के दौरान पुलिस ने छात्रों पर लाठीचार्ज किया था. युवकों पर लाठीचार्ज के बाद शिवराज सरकार पर कांग्रेस हमलावर हो गई थी. साथ ही युवाओं में सरकार के प्रति रोष पनप रहा था. इसी को देखते हुए राज्य सरकार ने उम्र सीमा बढ़ाने का फैसला लिया है. इससे युवाओं को काफी राहत मिलेगी. MPPSC age limit increased, Age limit increased 3 years, only for one time, Relief overage students, Cm Shivraj announcement