भोपाल। जल संसाधन मंत्री तुलसी सिलावट ने कहा है कि मत्स्य पालन को बढ़ावा देने में कोई कसर नहीं छोड़ी जाएगी. अगले साल तक मछली उत्पादन मौजूदा 2 लाख मीट्रिक टन से बढ़ाकर 3 लाख मीट्रिक टन करने का लक्ष्य है. केंद्र और राज्य सरकारें मछुआरों के कल्याण और उत्थान के लिए कड़ी मेहनत कर रही हैं. 2023 में मानक फ्राई फिश सीड्स को 171 करोड़ से बढ़ाकर 200 करोड़ करने का प्रयास किया जा रहा है.
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कई देशों ने दिखाई रुचि : पीएचडीसीसीआई के राज्य विकास परिषद के संयुक्त सचिव अतुल के ठाकुर ने कहा कि राजनयिकों ने मत्स्य पालन क्षेत्र में राज्य सरकार के साथ सहयोग करने के लिए अपनी रुचि साझा की. इक्को वतनबे, प्रथम सचिव (खाद्य और कृषि), जापान दूतावास, बद्री प्रसाद तिवारी, परामर्शदाता (आर्थिक), भारत में नेपाल दूतावास, दो दुय खान, प्रथम सचिव, वियतनाम दूतावास, डोनाविट पूलसावत, महावाणिज्य दूत, मुंबई में रॉयल थाई महावाणिज्य दूतावास, सेवाराज नंदलाल, काउंसलर (निवेश और व्यापार) बाजार विकास (एशिया डिवीजन), मॉरीशस गणराज्य के उच्चायोग ने कार्यशाला में भाग लिया. कार्यशाला में देश के विभिन्न हिस्सों से बड़ी संख्या में मछुआरों, मछली किसानों और विशेषज्ञों ने भाग लिया. MP new fisheries policy, Work continues fisheries policy, Target increase fish production