भोपाल। मध्य प्रदेश मौसम विभाग से मिली जानकारी के अनुसार प्रदेश में जनवरी महीने के पहले 15 दिनों में प्रदेश के कई जिलों में तापमान 10 डिग्री से नीचे रिकॉर्ड किया गया है, और कई जिलों में अभी न्यूनतम तापमान 5 डिग्री से नीचे रिकॉर्ड किया जा रहा है. ऐसे में पहाड़ो पर हो रही जबरदस्त बर्फबारी और पश्चिमी विक्षोभ के असर से मैदानी इलाके में बर्फीली हवा का प्रवाह तेज हो गया है, मध्यप्रदेश में एक बार फिर से सर्द हवाओं और ठिठुरन बढ़ गई है. प्रदेश में सबसे कम तापमान में 2.2 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया है, इसके साथ ही ग्वालियर चंबल संभाग में भी शीतलहर का येलो अलर्ट जारी किया गया है. (MP Weather Update) मध्य प्रदेश मौसम विभाग का अनुमान है अभी आने वाले 2 दिनों तक लोगो को ठंड से कुछ राहत मिलेगी, हालांकि 22 जनवरी से फिर से मौसम में भारी बदलाव नजर आएंगे और मध्य प्रदेश के मौसम में बड़ा बदलाव देखने को मिलेगा.
48 घंटे बारिश का अलर्ट जारी: शीतलहर की चेतावनी के बीच कई जिले में तापमान में भारी गिरावट शुरू हो जाएगी और इसके साथ ही 48 घंटे के भीतर कुछ जिले में बारिश की चेतावनी भी जारी कर दी गई है. मध्यप्रदेश में कड़ाके की ठंड के कारण 18 से 20 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से ठंडी हवाएं भी चलेंगी, अभी प्रदेश के दतिया, ग्वालियर, छतरपुर, रीवा, सतना सहित सागर और उमरिया में शीतलहर का असर देखने को मिलेगा. चूंकि हवा का रुख बदल गया है, इसके कारण शुक्रवार से कई क्षेत्रों में तापमान में 2 फीसद की वृद्धि देखी जाएगी. हालांकि 1 दिन के बाद ही प्रदेश के कुछ क्षेत्रों में बारिश का पूर्वानुमान जताया गया है.
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अभी जारी रहेगा सर्दी का सितम: मौसम में वेदर सिस्टम की बात करें तो हवा का रुख उत्तरी है, जबकि हिमालय पर पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय है जिससे अभी जल्द ही सर्दी से राहत मिलने की उम्मीद नही है. वहीं एक अन्य वेदर सिस्टम जो कि वर्तमान में एक अन्य वेस्टर्न डिस्टरबेंस पाकिस्तान के ऊपर निर्मित हुआ है, जिसके कारण से एक नई मौसम प्रणाली सक्रिय हो रही है. हालांकि यह प्रणाली ट्रफ के रूप में मौसम प्रणाली कमजोर हो गई है, जबकि एक अन्य पश्चिमी विक्षोभ ईरान के आसपास निर्मित हुआ है. अब कारण 22 जनवरी से ग्वालियर चंबल, भोपाल और सागर संभाग के कई इलाकों में बारिश का पूर्वानुमान जताया गया है. (Cold Wave in MP) इसके अलावा उमरिया, जबलपुर, छतरपुर, सागर, रीवा, उमरिया, रतलाम और ग्वालियर में शीत लहर देखने को मिलेगी. इसके साथ ही छतरपुर, दतिया, रीवा, रायसेन में पाले का प्रभाव भी देखने को मिलेगा.