भोपाल। मध्यप्रदेश स्थापना दिवस पर राजधानी भोपाल में संगीत कार्यक्रम का आयोजित किया जा रहा है. जिसमें शंकर एहसान लॉय बैंड के सभी संगीतकार भोपाल में परफॉर्मेंस देने पहुंचे. जहां ईटीवी भारत ने संगीतकार शंकर महादेवन से बात की. (mp sthapana diwas) (bhopal reach shankar ehsaan loy band) (shankar mahadevan said ego breaks pairs)
संगीत की दुनिया में टिकने के लिए गायकी अच्छी होनी चाहिए: शंकर महादेवन से जब पूछा गया कि आज के समय में संगीत किस मुकाम पर है और संगीत को किस मुकाम पर वो देखते हैं, तो उनका कहना था कि संगीत लगातार बदल रहा है. संगीत हमेशा चेंज होता रहता है, लेकिन संगीत की दुनिया में टिकता वही है जिसकी गायकी अच्छी हो, सुर हो मेलॉडी हो और संगीत मन को भाता हो.
ईगो जोड़ियां तोड़ती है: फिल्मी दुनिया में संगीतकारों की जोड़ी हर मुकाम पर रही है. लक्ष्मीकांत प्यारेलाल से लेकर नदीम श्रवण ,शिव हरि को भी जोड़ियों के माध्यम से ही देखा गया. ऐसे में जब शंकर से सवाल किया गया कि आप तीनों की तिकड़ी यानी शंकर एहसान लॉय की तिकड़ी कैसे अभी तक जमी हुई है, क्या इनके बीच में कोई डिस्प्यूट नहीं आया? इस पर शंकर महादेवन का कहना था कि हम तीनों बहुत अच्छे दोस्त हैं, और लगभग 28 साल हो गए हैं हमारे में कोई आपसी विवाद नहीं है. जिसका कारण हम तीनों में ईगो नहीं होना है. शंकर कहते हैं कि अगर व्यक्ति में ईगो आ जाता है, तो जोड़ियां टूट जाती हैं, लेकिन पिछले 28 सालों से इनकी तिकड़ी बरकरार है और इसका सबसे बड़ा कारण यह है कि इन्होंने अभी तक कोई लिखित एग्रीमेंट नहीं किया है.(shankar mahadevan said ego breaks pairs)
बाबा महाकाल की नगरी में महादेवन ने सुरों के जादू से बांधा समा, सर्द रात में भी डटे रहे श्रोता
भोपाल में संगीत अकादमी खोलना चाहते हैं: शंकर एहसान लॉय की टीम भोपाल में संगीत अकादमी खोलने की इच्छुक हैं. इनका कहना है कि मध्यप्रदेश सरकार अगर इसकी अनुमति देती है तो निश्चित ही यह युवाओं के लिए यहां अकादमी खोलेंगे. लॉय मेंडोसा कहते हैं कि अकादमी से आने वाली युवा पीढ़ी को संगीत के क्षेत्र में जाने और अपनी जगह बनाने में मदद मिलेगी. (musician shankar mahadevan)