भोपाल। मध्यप्रदेश में विधानसभा चुनाव से पहले शिवराज सरकार हर वर्ग को खुश करने का प्रयास कर रही है. इसी के तहत समाज के कई वर्ग के सम्मेलन सीएम शिवराज आयोजित कर चुके हैं. इसके साथ ही सरकार की नजर कर्मचारियों पर भी है. यहां तक कि आंगनबाड़ी व सहायिकाओं के लिए भी सम्मेलन हो चुके हैं. कर्मचारियों के हरेक वर्ग को साधकर शिवराज सरकार उनकी वेतनवृद्धि भी कर रही है. आंगनबाड़ी व सहायिकाओं की वेतन में उल्लेखनीय वृद्धि की गई है. इसके साथ ही हाल ही में ग्राम पंचायत सचिवों का वेतन बढ़ाया गया है.
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मध्यप्रदेश में पिछले तीन वर्षों में लगभग 50 हजार शिक्षकों की भर्ती हुई है, इसके लिए राज्य सरकार बहुत-बहुत बधाई की पात्र है।
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- आदरणीय प्रधानमंत्री श्री @narendramodi जी pic.twitter.com/TBrN8qKvxVमध्यप्रदेश में पिछले तीन वर्षों में लगभग 50 हजार शिक्षकों की भर्ती हुई है, इसके लिए राज्य सरकार बहुत-बहुत बधाई की पात्र है।
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शिवराज सरकार की खुलकर प्रशंसा : अब शिवराज सरकार शिक्षकों को साधने में लग गई है. बेरोजगारों के लिए कई प्रकार की योजनाएं लांच की जा रही हैं. इनमें सीखो और कमाओ के तहत युवाओं को लाभ दिया जा रहा है. इसी क्रम में सोमवार को शिवराज सरकार ने रोजगार मेले का आयोजन किया. इस मौके पर वर्चुअली संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने सरकार की मुक्त कंठ से प्रशंसा की. उन्होंने कहा कि 'मैं मध्यप्रदेश के प्राथमिक विद्यालयों में नियुक्त होने वाले 5.5 हजार से ज्यादा शिक्षकों को बधाई देता हूं. मुझे बताया गया कि पिछले 3 साल में एमपी में 50 हजार शिक्षकों की भर्ती हुई है. इसके लिए राज्य सरकार बधाई की पात्र है.'
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अब मातृभाषा में होने लगी पढ़ाई : पीएम मोदी ने कहा कि मध्यप्रदेश के साथ ही अन्य राज्यों में भी अब मातृभाषा में पढ़ाई की जा रही है. अंग्रेजी से दूरी बनाने वाले छात्रों के लिए ये किसी तोहफे से कम नहीं है. बता दें कि मध्यप्रदेश देश का ऐसा पहला राज्य है जहां मेडिकल की पढ़ाई हिंदी की जा रही है. इसके लिए बाकायदा सिलेबस भी हिंदी में बनाया गया है. पीएम मोदी ने इसके साथ ही कहा कि नीति आयोग की रिपोर्ट बताती है कि बीते 5 साल में देश में 13.5 करोड़ लोग गरीबी रेखा से बाहर निकले हैं. इस साल आयकर भरने वाली की संख्या बढ़ रही है.