भोपाल। सीएम शिवराज द्वारा एक निजी चैनल को दिए इंटरव्यू को लेकर कांग्रेस आक्रामक हो गई है. इसमें सीएम शिवराज से सवाल किया गया कि कमलनाथ कहते हैं कि छिंदवाड़ा में हनुमानजी की मूर्ति का निर्माण उन्होंने कराया था. जवाब में सीएम शिवराज ने कहा कि छिंदवाड़ा में हनुमानजी की मूर्ति वहां कई साल पहले से है. कमलनाथ अब कह दें कि लाल किला और कुतुब मीनार भी उन्हीं ने बनाया है तो मैं क्या कह सकता हूं. सीएम शिवराज ने कहा कि वह मूर्ति जब कमलनाथ नहीं थे, तब से है.
प्रदेश कार्यालय पर सदबुद्धि यज्ञ : कांग्रेस प्रवक्ता विक्की खौन्गल ने आरोप लगाया कि इस बात के पुख्ता प्रमाण हैं कि 2014 में कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ ने ही छिंदवाड़ा में हनुमान जी की प्रतिमा की स्थापना करवाई थी, लेकिन झूठ बोलने की हद देखिए कि मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान इस तथ्य को ही सिरे से झुठला रहे हैं. जबकि 2014 से लेकर लगातार कमलनाथ द्वारा स्थापित इस प्रतिमा को लेकर खबरें प्रकाशित हुई हैं. लेकिन कमलनाथ की हनुमान भक्त छवि से बौखलाए मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने इस पर भी झूठ बोलना शुरू कर दिया है.
कमलनाथ बोले- हनुमान जी ही करेंगे न्याय : वहीं, कांग्रेस प्रवक्ता आनंद जाट ने आरोप लगाया कि बीजेपी हर मुद्दे को लेकर झूठ बोलती है लेकिन अब मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने झूठ बोलने के मामले में हनुमान जी को भी नहीं छोड़ा. इसलिए इसके विरोध में आज कांग्रेस प्रदेश कार्यालय सहित प्रदेश भर के कांग्रेस कार्यालय में सीएम शिवराज की सद्बुद्धि के लिए हनुमान चालीसा का पाठ किया गया है. कमलनाथ ने कहा कि सबको मालूम है कि साल 2014 में मुझ सिमरिया में भारत में सबसे ऊंची हनुमान प्रतिमा बनाने का सौभाग्य मिला था. इसमें श्रेय लेने जैसी कोई बात नहीं है, लेकिन शिवराज जी झूठ फैलाएं तो इसका न्याय हनुमान जी ही करेंगे.
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छिंदवाड़ा में हनुमान लोक : राज्य सरकार छिंदवाड़ा के जाम सांवनी में महाकाल लोक की तर्ज पर हनुमान लोक बनाने जा रही है. मुख्यमंत्री शिवराज सिंह ने पिछले दिनों इसका भूमिपूजन किया है. यहां सरकार 314 करोड़ की लागत से दो फेज में हनुमान लोक का निर्माण करेगी. हनुमान लोक का निर्माण 26.50 एकड़ भूमि पर किया जाएगा. राज्य सरकार ने इसका मॉडल भी जनता के सामने पेश किया है. इसमें दो प्रांगण होंगे. पहले प्रांगण में 90 हजार वर्ग फीट क्षेत्र में चिंरजीवी पथ का निर्माण किया जाएगा. इसमें हनुमानजी के बालरूप का चित्रण किया जाएगा, जबकि दूसरे प्रांगण में हनुमान जी के भक्ति रूप का चित्रण किया जाएगा.