भोपाल। किसानों के बीच सियासी बुआई क्या हर बार फसल की गारंटी होती है? 2018 का जांचा परखा फार्मूला क्यों 2023 में भी उछाल रही है कांग्रेस? भारत जोड़ो यात्रा तो एमपी से गुजर गई लेकिन पिक्चर बाकी है मेरे दोस्त. पिक्चर में किस नेता को मिला लीड रोल? कौन गेस्ट अपियरेंस में नज़र आया? किसने राहुल बाबा के सामने मजमा जमाया? आदिवासियों के साथ अलग-अलग समाजों और छोटे दलों को एकजुट कर रहा जयस किसे जवाब देने की तैयारी में है?. सुनते रहिए क्योंकि अंदर की लाए हैं. (MP Political Gossips)
कांग्रेस ने फिर निकाला कर्जमाफी का जिन्न: एक बार जो फार्मूला चल जाए राजनीति में तो ये भरोसा रहता है कि उसे दुबारा इस्तेमाल करने में बुराई नहीं है. एमपी में कांग्रेस के लिए कर्जमाफी ऐसा ही जांचा परखा फार्मूला है. चुनावी साल में एक बार फिर कांग्रेस किसानों को कर्जमाफी के वादे पर सवार कर सत्ता पाने की कोशिश कर रही है. कमलनाथ ने ट्वीट के साथ ये मुद्दा उछाल दिया है और कहा है कि 15 महीनों की काग्रेस में सरकार लागू की गई कर्जमाफी की योजना फइर लागू करेगी कमलनाथ सरकार. हांलाकि सीएम शिवराज ने गेंद आते ही उसे लपकने में देर नहीं की और कहा कि राहुल गाधी ने तो दस दिन में कर्जा माफ करने की बात की थी. डेढ साल बाद भी नहीं कर पाए हांलाकि सुना ये है कि कांग्रेसी इसके जवाब के लिए कृषि मंत्री कमल पटेल का विधानसभा में दिया गया वो जवाब की कॉपी पेस्ट करने की तैयारी में है, जिसमें कृषि मंत्री विधानसभा में कहा था कि एमपी के 51 जिलो में 26 लाख से ज्यादा किसानों का कर्जा माफ हुआ.
कांग्रेस के वीडियो में किसको मिला रोल: राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा एमपी से गुज़र चुकी है और जैसे बेटी का पिता ब्याह के बाद तसल्ली में होता है कि सबकुछ ठीक ढंग से निपट गया, कमलनाथ भी इत्मीनान में है कि इस दौरान एमपी में कांग्रेस को कोई बड़ा झटका नहीं लगा. अब इस यात्रा की रवानगी के बाद सोशल मीडिया पर यात्रा के दौरान का एक वीडियो दौड़ रहा है. बताया इसे राहुल गांधी की अनौपचारिक बातचीत का वीडियो जा रहा है, जिसमें अरुण यादव से लेकर अजय सिंह और जीतू पटवारी से लेकर कमलेश्वर पटेल तक तमाम नेता राहुल गांधी के संवाद करते दिखाई दे रहे हैं. अब ये वीडियो भी यू खास हो गया है कि कांग्रेस के महानायक के साथ बनी इस फिल्म में एमपी कांग्रेस के किन चेहरों को मौका मिला. जाहिर है चुनावी साल में अपने समर्थकों में झांकी जमाने नेताओं के लिए ये ही फिल्म तो काम आएगी.
MP Election 2023: 80 सीटों पर अकेले लड़ेगी चुनाव जयस, राजधानी में बुलाई सामाजिक संगठनों की बैठक
अलावा की जयस में आवा-आवा: जब बीजेपी कांग्रेस आदिवासी वोटर की ताकत जानते हुए चुनाव से साल दो साल पहले से जमावट में जुट गई हैं, आदिवासी संगठन जयस कैसे भूल सकता है कि जिस वोटर की ताकत उसके साथ है उनके पास ही सत्ता की चाबी है. लेकिन सुना ये है कि हीरालाल अलावा इस बार एमपी के चुनाव में ट्राइबल के साथ बाकी सामाजिक संगठनों की यूथ ब्रिगेड को जोड़कर बड़ा खेल करने की तैयारी में है. बंद मुट्ठी लाख की के अंदाज में ओबीसी महासभा समेत ओवैसी की पार्टी को भी जोड़ रहे अलावा ने भी ये मंत्र सुना है, हालांकि ये भी है कि अकेले-अकेले तो नक्कारखाने मेंतूती की आवाज़ बनेंगे तो बेहतर है कि एकजुट होकर मुकाबले में आएं. इसके लिए अलग-अलग समाजों के साथ बैठक कर रहे अलावा की असल पिक्चर चुनावी माहौल पकड़ते ही सामने आएगी.