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Jabalpur Bishop Case जबलपुर में बिशप के मामले पर CM शिवराज सक्रिय, EOW सहित कई अफसर फिर तलब - बिशप सभी मामले ईओडब्लू को सौंपे

मुख्यमंत्री शिवराज सिंह ने जबलपुर के बिशप के मामले को लेकर शनिवार दोपहर में EOW सहित सहित गृह और पुलिस विभाग के अधिकारियों को सीएम हाउस तलब किया है. बिशप के खिलाफ धर्मांतरण, शासकीय जमीन का निजी उपयोग, छात्रों की फीस के दुरुपयोग संबंधी विभिन्न शिकायतों को लेकर अफसरों से सीएम चर्चा करेंगे. बता दें कि शुक्रवार को भी सीएम शिवराज ने बिशप के यहां पड़े छापे के बाद मिली बेहिसाब नगदी और संदिग्ध दस्तावेजों को लेकर अफसरों के साथ मीटिंग की थी. Jabalpur bishop case, CM Shivraj called meeting, Jabalpur EOW Action, Raid Bishop house office, EOW gave details action CM, Bishop Illegal property Jabalpur

Jabalpur Bishop Case
जबलपुर में बिशप के मामले पर CM शिवराज सक्रिय
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Published : Sep 10, 2022, 11:54 AM IST

Updated : Sep 10, 2022, 12:47 PM IST

जबलपुर। मध्य प्रदेश आर्थिक अपराध शाखा EOW बिशप द्वारा कथित रूप से धन की हेराफेरी करने और उसके घर से बेहिसाब नगदी बरामद करने के बाद गहराई से जांच रही है. ईओडब्ल्यू ने चर्च ऑफ नॉर्थ इंडिया जबलपुर डायोसिस के बिशप पीसी सिंह के खिलाफ धोखाधड़ी का मामला दर्ज होने के बाद गुरुवार सुबह उनके घर की तलाशी ली थी. उन पर एक शैक्षणिक सोसायटी चलाने के दौरान वित्तीय कदाचार का आरोप लगाया गया था, जिसके वे अध्यक्ष हैं. तलाशी के दौरान 1.65 करोड़ रुपये नगदी के साथ ही 18,342 अमेरिकी डॉलर, 118 यूके पाउंड के अलावा 48 बैंक खातों और 17 संपत्तियों के दस्तावेज सहित अन्य संपत्तियां बरामद हुई थीं.

एक दिन पहले भी सीएम ने डिटेल्स ली : इसके बाद अफसरों को सीएम शिवराज ने बुलाया और विस्तार से जानकारी ली. सीएम चौहान ने इसके बाद कहा कि अनियमितता और धोखाधड़ी बड़े पैमाने पर सामने आई है. राज्य सरकार इसकी जांच करेगी कि क्या धन का उपयोग अवैध उद्देश्यों के लिए किया जा रहा था. इसकी भी जांच की जाएगी कि क्या धन का उपयोग धर्मांतरण और अन्य अवैध कार्यों के लिए किया गया. सीएम चौहान ने कहा कि ट्रस्ट द्वारा संचालित संस्थाओं में भूमि पट्टे के नवीनीकरण में नाम बदलने या धांधली करने की धोखाधड़ी, कर चोरी या ट्रस्ट के दुरुपयोग की भी शिकायतें मिली हैं.

सभी मामले ईओडब्लू को सौंपे : मुख्यमंत्री ने बताया था कि ये सभी मामले भी ईओडब्ल्यू को सौंपे जा रहे हैं. धर्म के नाम पर धर्मांतरण या अन्य अवैध गतिविधियों को किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं किया जाएगा. ईओडब्लू के अधिकारियों ने कहा है कि मामले में प्रारंभिक जांच से पता चला है कि 2004-05 और 2011-12 के बीच सोसायटी के विभिन्न संस्थानों द्वारा छात्रों से फीस के रूप में एकत्र किए गए 2.70 करोड़ रुपये कथित तौर पर धार्मिक संस्थानों में स्थानांतरित कर दिए गए थे, जिसका दुरुपयोग और व्यक्तिगत जरूरतों के लिए बिशप द्वारा खर्च किया गया था.

क्या-क्या बरामद हुआ : अधिकारियों ने सीएम को बताया कि छापे में 17 संपत्तियों से संबंधित दस्तावेज, 48 बैंक खाते, 1 करोड़ 65 लाख से अधिक नगद राशि, 18,352 यूएस डॉलर, 118 पाउंड सहित 8 चार पहिया वाहन बरामद हुए हैं. बड़े स्तर पर धोखाधड़ी सामने आई है. इस मामले की तीन स्तर पर जांच की जा रही है. छापेमारी में प्राप्त दस्तावेजों के आधार पर प्राप्त धन का उपयोग धर्मांतरण, अवैधानिक कार्य या गैरकानूनी कार्यों में तो नहीं हो रहा है, इसकी जांच ईओडब्ल्यू और जिला प्रशासन मिलकर करेगा

इन मामलों की होगी जांच : इसके साथ ही शासन द्वारा ट्रस्ट की संस्थाओं को जो जमीन लीज पर दी गई है. इनका उपयोग स्कूल, अस्पताल या धर्मार्थ के कार्यों में न होकर अन्य व्यवासायिक कार्यों में हो रहा है तो इसकी जांच ईओडब्ल्यू एवं जिला प्रशासन करेगा. कई ऐसी शिकायतें मिली हैं, जिसमें ट्रस्ट की संस्थाओं के लीज संबंधी प्रकरण में धोखाधड़ी कर टैक्स नहीं चुकाने या नाम परिवर्तित कर दुरुपयोग होने या लीज नवीनीकरण में स्टांप ड्यूटी की धांधली की शिकायत आई है. इस बारे में भी ईओडब्ल्यू और जिला प्रशासन जांच करेगा.

Jabalpur Bishop Raid EOW ने जबलपुर में बिशप पर कार्रवाई व अवैध संपत्ति की डिटेल्स CM शिवराज को दी

करोड़ों की नगदी मिली थी : बता दें कि जबलपुर में बिशप के घर और दफ्तर पर जारी ईओडब्ल्यू की रेड में करोड़ों की नगदी मिलने और इसे गिनने के लिए स्थानीय स्टेट बैंक ऑफ इंडिया से नोट गिनने की मशीन मंगानी पड़ी. द बोर्ड ऑफ एजुकेशन चर्च ऑफ नार्थ इंडिया के चेयरमैन बिशप पीसी सिंह के खिलाफ आर्थिक अनियमितता सहित अन्य मामलों के देशभर में एक सैकड़ा से ज्यादा मुकदमे दर्ज हैं.

जबलपुर। मध्य प्रदेश आर्थिक अपराध शाखा EOW बिशप द्वारा कथित रूप से धन की हेराफेरी करने और उसके घर से बेहिसाब नगदी बरामद करने के बाद गहराई से जांच रही है. ईओडब्ल्यू ने चर्च ऑफ नॉर्थ इंडिया जबलपुर डायोसिस के बिशप पीसी सिंह के खिलाफ धोखाधड़ी का मामला दर्ज होने के बाद गुरुवार सुबह उनके घर की तलाशी ली थी. उन पर एक शैक्षणिक सोसायटी चलाने के दौरान वित्तीय कदाचार का आरोप लगाया गया था, जिसके वे अध्यक्ष हैं. तलाशी के दौरान 1.65 करोड़ रुपये नगदी के साथ ही 18,342 अमेरिकी डॉलर, 118 यूके पाउंड के अलावा 48 बैंक खातों और 17 संपत्तियों के दस्तावेज सहित अन्य संपत्तियां बरामद हुई थीं.

एक दिन पहले भी सीएम ने डिटेल्स ली : इसके बाद अफसरों को सीएम शिवराज ने बुलाया और विस्तार से जानकारी ली. सीएम चौहान ने इसके बाद कहा कि अनियमितता और धोखाधड़ी बड़े पैमाने पर सामने आई है. राज्य सरकार इसकी जांच करेगी कि क्या धन का उपयोग अवैध उद्देश्यों के लिए किया जा रहा था. इसकी भी जांच की जाएगी कि क्या धन का उपयोग धर्मांतरण और अन्य अवैध कार्यों के लिए किया गया. सीएम चौहान ने कहा कि ट्रस्ट द्वारा संचालित संस्थाओं में भूमि पट्टे के नवीनीकरण में नाम बदलने या धांधली करने की धोखाधड़ी, कर चोरी या ट्रस्ट के दुरुपयोग की भी शिकायतें मिली हैं.

सभी मामले ईओडब्लू को सौंपे : मुख्यमंत्री ने बताया था कि ये सभी मामले भी ईओडब्ल्यू को सौंपे जा रहे हैं. धर्म के नाम पर धर्मांतरण या अन्य अवैध गतिविधियों को किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं किया जाएगा. ईओडब्लू के अधिकारियों ने कहा है कि मामले में प्रारंभिक जांच से पता चला है कि 2004-05 और 2011-12 के बीच सोसायटी के विभिन्न संस्थानों द्वारा छात्रों से फीस के रूप में एकत्र किए गए 2.70 करोड़ रुपये कथित तौर पर धार्मिक संस्थानों में स्थानांतरित कर दिए गए थे, जिसका दुरुपयोग और व्यक्तिगत जरूरतों के लिए बिशप द्वारा खर्च किया गया था.

क्या-क्या बरामद हुआ : अधिकारियों ने सीएम को बताया कि छापे में 17 संपत्तियों से संबंधित दस्तावेज, 48 बैंक खाते, 1 करोड़ 65 लाख से अधिक नगद राशि, 18,352 यूएस डॉलर, 118 पाउंड सहित 8 चार पहिया वाहन बरामद हुए हैं. बड़े स्तर पर धोखाधड़ी सामने आई है. इस मामले की तीन स्तर पर जांच की जा रही है. छापेमारी में प्राप्त दस्तावेजों के आधार पर प्राप्त धन का उपयोग धर्मांतरण, अवैधानिक कार्य या गैरकानूनी कार्यों में तो नहीं हो रहा है, इसकी जांच ईओडब्ल्यू और जिला प्रशासन मिलकर करेगा

इन मामलों की होगी जांच : इसके साथ ही शासन द्वारा ट्रस्ट की संस्थाओं को जो जमीन लीज पर दी गई है. इनका उपयोग स्कूल, अस्पताल या धर्मार्थ के कार्यों में न होकर अन्य व्यवासायिक कार्यों में हो रहा है तो इसकी जांच ईओडब्ल्यू एवं जिला प्रशासन करेगा. कई ऐसी शिकायतें मिली हैं, जिसमें ट्रस्ट की संस्थाओं के लीज संबंधी प्रकरण में धोखाधड़ी कर टैक्स नहीं चुकाने या नाम परिवर्तित कर दुरुपयोग होने या लीज नवीनीकरण में स्टांप ड्यूटी की धांधली की शिकायत आई है. इस बारे में भी ईओडब्ल्यू और जिला प्रशासन जांच करेगा.

Jabalpur Bishop Raid EOW ने जबलपुर में बिशप पर कार्रवाई व अवैध संपत्ति की डिटेल्स CM शिवराज को दी

करोड़ों की नगदी मिली थी : बता दें कि जबलपुर में बिशप के घर और दफ्तर पर जारी ईओडब्ल्यू की रेड में करोड़ों की नगदी मिलने और इसे गिनने के लिए स्थानीय स्टेट बैंक ऑफ इंडिया से नोट गिनने की मशीन मंगानी पड़ी. द बोर्ड ऑफ एजुकेशन चर्च ऑफ नार्थ इंडिया के चेयरमैन बिशप पीसी सिंह के खिलाफ आर्थिक अनियमितता सहित अन्य मामलों के देशभर में एक सैकड़ा से ज्यादा मुकदमे दर्ज हैं.

Last Updated : Sep 10, 2022, 12:47 PM IST
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