भोपाल। लॉफ्टर और स्टैंड अप कॉमेडी का अपना अलग स्थान है.कवि सम्मेलनों के मंच पर भी वही कलाकार होते हैं, जो जनता को हंसा सकें. लेकिन अब समय बदल गया है और कवि सम्मेलनों के मंचों पर वह कवि होते हैं जो जनता के हिसाब से चल सकें. जबकि पहले के समय कवि अपने हिसाब से कवि सम्मेलनों के मंचों को चलाया करते थे. यह कहना है देश के जाने माने कवि विष्णु सक्सेना का.
मध्यप्रदेश सरकार की तारीफ : ईटीवी भारत से बात करते हुए विष्णु सक्सेना ने अपने कई संस्मरण भी शेयर किए. विष्णु सक्सेना ने हिंदी के महत्व को भी रेखांकित किया. विष्णु सक्सेना ने कहा कि हिंदी का स्थान आज हर जगह बढ़ता जा रहा है और यह गर्व की बात है. वह खुद हिंदी के कवि हैं. विष्णु सक्सेना इस दौरान मध्यप्रदेश सरकार का भी आभार व्यक्त करते हैं.
मध्य प्रदेश में हिंदी को बढ़ावा : वह कहते हैं कि मध्य प्रदेश में जिस तरह से हिंदी को बढ़ावा दिया जा रहा है और यहां पर मेडिकल से लेकर अन्य पाठ्यक्रम भी हिंदी में सरकार शुरू कर रही है, यह बेहद ही अच्छी बात है. वहीं यूट्यूब पर लॉफ्टर और हंसी मजाक को लेकर विष्णु सक्सेना का कहना है कि यह आज की जरूरत है, लेकिन कवि सम्मेलनों का अपना अलग मुकाम है.
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राजनेताओं को रास्ता दिखाते हैं कवि : कवि सम्मेलनों के माध्यम से लोगों को समाज का आइना भी देखने को मिलता है. कवि सम्मेलनों के मंच पर राजनेताओं पर किए गए कटाक्ष और देश की स्थिति पर किए जा रहे तंज को लेकर भी विष्णु सक्सेना का कहना है कि कवि आज से नहीं शुरुआती दौर से ही सरकार और राजनेताओं को देश का चेहरा दिखाने का काम करता आया है. Poet Vishnu Saxena, Poet ETV Bharat with Vishnu Saxena, Kavi Sammelan According public